केदारनाथ यात्रा रूट में फंसे 6980 लोगों को सुरक्षित निकाला, 1500 लोग अभी भी फंसे, 150 लोगों से नहीं हो रहा संपर्क

उत्तराखंड में बुधवार और गुरुवार को हुई भीषण बारिश के दौरान बादल फटने से केदारनाथ यात्रा पैदल भी कई स्थानों पर ध्वस्त हो गया था। जगह जगह भूस्खलन के चलते हजारों लोग रास्ते में फंस गए थे। वायुसेना ने चिनूक और एमआई17 हेलिकॉप्टरों को बचान अभियान में लगाया है। नतीजा, ये हुआ कि केदारनाथ के रास्ते में फंसे 6,980 से अधिक तीर्थयात्रियों को अब तक सुरक्षित निकाला जा चुका है। अभी 1,500 से अधिका श्रद्धालु और स्थानीय लोग रास्ते में जहां-तहां फंसे हुए हैं। वहीं, 150 लोगों से उनके परिजनों का संपर्क नहीं हो पा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
केदारनाथ पैदल मार्ग और अन्य यात्रा पड़ावों पर फंसे यात्रियों के लिए जिला प्रशासन की ओर से भोजन की व्यवस्था की जा रही है। जिला पूर्ति अधिकारी केएस कोहली ने बताया, केदारनाथ, लिनचोली, भीमबली, सोनप्रयाग, शेरसी, गुप्तकाशी एवं चौमासी सहित अन्य स्थानों व यात्रा पड़ावों पर शुक्रवार दोपहर तक लगभग 18,000 फूड पैकेट्स व 35,000 पानी की बोतलें उपलब्ध करवाई जा चुकी हैं। इसके अलावा जीएमवीएन एवं स्थानीय व्यापारियों के सहयोग से विभिन्न स्थानों पर भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड में आपदा के चलते 15 जून से लेकर दो अगस्त तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 191 सड़कें बंद हैं। केदारनाथ पैदल मार्ग पर फंसे लोगों को सुरक्षित निलाकने के लिए मैनुवल रेस्क्यू के साथ ही हेली सर्विस के रेस्क्यू किया जा रहा है। शुक्रवार दोपहर पौने तीन बजे मौसम खराब होने के चलते हेली रेस्क्यू रोक दिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अभी तक दो दिन की अतिवृष्टि से केदारनाथ रूट में एक यात्री की मौत होने की पुष्टि प्रशासन और पुलिस ने की है। साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि 150 से अधिक लोगों से परिजनों का संपर्क नहीं हो पा रहा है। ये सभी केदारनाथ यात्रा पर आए थे। इन लोगों में कई स्थानीय भी हैं। पुलिस का कहना है कि क्षेत्र में मोबाइल कनेक्टिविटी नहीं होने से भी लोगों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। वहीं, राज्य के आपदा सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया था कि केदारनाथ में अभी 1,000 लोग फंसे हैं, लेकिन वे पूरी तरह से सुरक्षित हैं। वहां आपदा जैसी कोई स्थिति नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उधर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री धामी से टेलीफोन पर बात की। उन्होंने आपदा के बाद चल रहे राहत और बचाव कार्यों की जानकारी ली। साथ ही हालात से निपटने में हर संभव मदद का भरोसा दिया। सीएम धामी ने बताया कि उनके आग्रह पर वायुसेना के चिनूक और एमआई 17 हेलिकॉप्टर भी बचाव अभियान में जुट गए हैं।
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Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।