देहरादून के लक्ष्मी नारायण मंदिर में 31 वीं दुर्गा पूजा का शुभारंभ, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया उद्घाटन
इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं को शारदीय नवरात्र की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया में मां से बड़ा ओहदा किसी का नहीं है और यह शास्त्र सम्मत है। इसीलिए साल भर में पड़ने वाले सभी त्यौहार चाहे वो दीपावली हो या होली, कृष्ण जन्माष्टमी हो या रक्षाबंधन सभी एक बार आते हैं। मां के नवरात्र साल में दो बार गुप्त रूप से व दो बार प्रत्यक्ष रूप में आते हैं।
उन्होंने कहा कि दुनिया में यह मान्यता है जो सच भी है कि पुत्र कुपुत्र हो सकता है, किंतु माता कभी कुमाता नहीं होती। पंडित गिरीश सेमवाल व पंडित वाचस्पति डिमरी ने विधि विधान से पूजा अर्चना करा कर नवरात्र के पाठ शुरू किए। मुख्य यजमान पूजा समिति के अध्यक्ष रवि कुमार गोलू ने श्री धस्माना का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले 31 वर्षों से श्री धस्माना का हर वर्ष सहयोग पूजा आयोजन में समिति को मिलता है। इस अवसर पर लक्ष्मी नारायण मंदिर के प्रधान सुरेश डूसेजा, सुभाष वासुदेव, सतीश डूसेजा ने धस्माना का शाल पहना कर अभिनंदन किया।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।