Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

December 25, 2025

हिम्स जौलीग्रांट में सफल जटिल सर्जरी से 21 वर्षीय युवती को मिला नया जीवन

देहरादून के डोईवाला क्षेत्र में स्थित हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (हिम्स), जौलीग्रांट के सर्जरी विभाग के डॉक्टरों की टीम ने एक अत्यंत जटिल और जोखिमपूर्ण सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम देकर 21 वर्षीय युवती को नया जीवन दिया है। युवती पिछले पाँच वर्षों से लगातार पेट दर्द, सूजन और बुखार जैसी गंभीर समस्याओं से जूझ रही थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सर्जरी विभाग के डॉ. प्रवीन कुमार ने बताया कि युवती को उसके परिजन तेज पेट दर्द और बुखार की शिकायत के साथ ओपीडी में लेकर आए थे। मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए तत्काल सीटी स्कैन कराया गया, जिसमें पेट के निचले हिस्से में लगभग 1300 मिलीलीटर मवाद जमा होने की पुष्टि हुई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

परिजनों के अनुसार, वर्ष 2019 में ऋषिकेश में युवती की दो बार सर्जरी हो चुकी थी। इस आधार पर चिकित्सकों को आशंका हुई कि पूर्व सर्जरी के दौरान कोई सर्जिकल कपड़ा (गॉसिपिबोमा) पेट के अंदर रह गया हो। बार-बार हुए ऑपरेशनों के कारण पेट के अंदरूनी अंग आपस में बुरी तरह चिपक चुके थे, जिससे सर्जरी अत्यंत जटिल हो गई थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

युवती की नाजुक स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने पहले विशेष कैथेटर के माध्यम से मवाद निकाला, जिससे उसे अस्थायी राहत मिली। इसके बाद विस्तृत मूल्यांकन कर सर्जरी का निर्णय लिया गया। डॉ. प्रवीन कुमार ने बताया कि ऑपरेशन बेहद जोखिमपूर्ण था और इसमें अत्यधिक सावधानी व उच्च तकनीकी दक्षता की आवश्यकता थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

डॉक्टरों की टीम का सराहनीय योगदान
इस अत्यंत जटिल सर्जरी का सफल नेतृत्व सर्जरी विभाग के डॉ. प्रवीन कुमार ने किया। उनकी टीम में डॉ. वंदना, डॉ. कनिका, डॉ. ऐश्वर्या नेगी और डॉ. मुस्कान गुप्ता शामिल रहीं। टीम के सामूहिक अनुभव, सटीक निर्णय क्षमता और उत्कृष्ट तालमेल के कारण न केवल मरीज की जान बचाई जा सकी, बल्कि उसे भविष्य में होने वाली संभावित जटिलताओं से भी सुरक्षित किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. विजय धस्माना ने चिकित्सकों की इस उपलब्धि पर टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह सर्जरी हिम्स जौलीग्रांट के डॉक्टरों की उच्चस्तरीय विशेषज्ञता, तकनीकी दक्षता और समर्पण का सशक्त उदाहरण है। वहीं, निदेशक अस्पताल सेवाएं डॉ. हेमचंद्रा तथा मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेश माहेश्वरी ने भी पूरी टीम की सराहना करते हुए उनके प्रयासों को प्रशंसनीय बताया।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो। यदि आप अपनी पसंद की खबर शेयर करोगे तो ज्यादा लोगों तक पहुंचेगी। बस इतना ख्याल रखिए।

Bhanu Bangwal

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *