ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी का 15वां स्थापना दिवस, काटा विशाल केक, दिल की गहराई में उतरने वाले गीतों से गुलजार हुई शाम
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ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के 15वें स्थापना दिवस की शाम दिल की गहराई में उतर जाने वाले गीतों से गुलजार रही। ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. कमल घनशाला ने फरमाइश पर एक के बाद एक गीत गाकर जिंदगी के कई रंगों से रूबरू कराया। केपी नौटियाल ऑडिटोरियम में आयोजित स्थापना दिवस समारोह का आगाज गीतों से हुआ और स्मरणों तक पहुंचा। चेयरमैन डॉ कमल घनशाला ने साहिर लुधियानवी की नज्म – संसार की हर शै का इतना सा फसाना है, एक धुंध से आना है, एक धुंध में जाना है… इंसान समझता है वो इल्म का सागर है, उसने अभी दुनिया की इक बूंद को जाना है.. के जरिये जिंदगी का एक दर्शन पेश करके खूब तालियां बटोरी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
डॉ घनशाला ने गीत सुनाकर दर्शकों की खूब तालियां बटोरी। इतना क्यों मुस्करा रहे हो, क्या गम है जिसको छिपा रहे हो…। उन्होंने दर्शकों की फरमाइश पर कई गीत सुनाये। इससे पहले चेयरमैन डॉ कमल घनशाला ने ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी बनने से पहले से कार्यरत शिक्षकों और स्टाफ के साथ एक विशाल केक काटा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इनमें 15 से 27 वर्ष तक से ग्राफिक एरा से जुड़े कार्मिक शामिल हुए। कई पुराने साथियों ने अपने अनुभव भी साझा किये। शिक्षक आदित्य अग्निहोत्री का गाना- फिर मुहब्बत करने चला… और ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ संजय जसोला का गाना भी बहुत पसंद किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यक्रम में साहिब सबलोक, डॉ एम पी सिंह, डॉ गिरीश लखेड़ा, डॉ पियूष पांडेय, प्रो आमिर शेख, अक्षय राजपूत, रुचिरा रावत, मानवी कपूर, गायत्री सेमवाल, समेत कई शिक्षकों और अधिकारियों ने गाने सुनाकर अपनी सांस्कृतिक प्रतिभा का अहसास कराया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
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उन्होंने कहा कि कुशल प्रोफेशनल तैयार करने वाले इस संस्थान के ऐसे कार्य इसे युवाओं को बेहतरीन इंसान बनाने वाली संस्था भी बना देते हैं। समारोह में ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की वाइस चेयरपर्सन राखी घनशाला, ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ नरपिंदर सिंह समेत तमाम पदाधिकारी शामिल हुए।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।