उत्तराखंड को 13500 रेमडेसिविर इंजेक्शन का स्टॉक आवंटित, मिली कोरोना टीकों की खेप, जानिए व्यवस्थाएं, देहरादून में टेस्टिंग सेंटर

उत्तराखंड में कोरोना से लड़ने के लिए शासन व प्रशासन निरंतर प्रयास कर रहा है। प्रभारी स्वास्थ्य सचिव डॉ. पंकज पांडेय ने बताया कि केंद्र से राज्य को 13500 रेमडेसिविर इंजेक्शन का स्टॉक आवंटित हुआ है। इनमें तीन हजार इंजेक्शन पहुंच रहे है। इसके अलावा 500 इंजेक्शन कल आ जाएंगे। वहीं पांच हजार इंजेक्शन अगले एकाध दिन में आ जाएंगे। निजी अस्पतालों से कहा गया है कि अपना पर्चेज ऑर्डर जारी कर इसकी एक कॉपी सीएमओ या औषधि नियंत्रक को दे दें। हम इसको अपने स्तर से pursue कर सीधा दिला देंगे। उन्होंने बताया कि यह प्रयास किया जा रहा है कि कोविड के लिए अधिकृत सभी अस्पतालों में इंजेक्शन की पर्याप्त उपलब्धता रहे। साथ ही अस्पतालों को यह हिदायत दी गई है कि इस इंजेक्शन का तर्कसंगत व जायज इस्तेमाल किया जाए।
जारी किया प्रोटोकॉल, तीन दिन कार्यालय बंद
उन्होंने बताया कि एक्सपर्ट कमेटी की ओर से तैयार क्नीनिकल प्रोटोकॉल सभी अस्पतालों के लिए जारी किया गया है। इसका पालन करना बाध्यकारी है। राज्य में सारे दफ्तर तीन दिन (शुक्रवार से रविवार) के लिए बंद किए गए हैं। आवश्यक सेवाओं से जुड़े कार्यालय चलेंगे। इस दौरान सभी दफ्तर सैनिटाइज कराएंगे।
बेड की जानकारी पोर्टल में उपलब्ध कराने के निर्देश
बेड की उपलब्धता के संबंध में उन्होंने बताया कि रियल टाइम अपडेट के लिए सभी निजी अस्पतालों से पोर्टल पर जानकारी अपडेट करने को कहा गया है।
एम्स में बढ़ाए जा रहे हैं ऑक्सीजन बेड
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की एम्स, हिमालयन व श्री महंत इन्दिरेश के साथ बैठक हुई है। एम्स में 80 ऑक्सीजन बेड बढ़ाए जा रहे हैं। वेंटिलेटर बढ़ाने लिए भी कहा गया है, वह चाहें तो राज्य सरकार फंड में मदद देगी। इसके साथ ही हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में भी 150 बेड और बढ़ेंगे। फिलहाल अस्पताल के पास कुल बेड के 30 फीसद ऑक्सीजन सपोर्ट है। उन्होंने कहा है कि और ऑक्सीजन की व्यवस्था होने पर वह बेड बढ़ा सकते हैं। ऐसे में राज्य सरकार ने उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर व कंसंट्रेटर उपलब्ध कराने का फैसला लिया है। महाराणा प्रताप स्पोट्र्स कॉलेज में एक हजार ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था की जा रही है। इन्हें भी जल्द शुरू कर दिया जाएगा।
निजी अस्पतालों को होटल लेने को कहा
निजी अस्पतालों से कहा गया है कि वह होटल ले लें। सिनर्जी व सीएमआइ ने यह व्यवस्था शुरू भी कर दी है। जिसमें हल्के लक्षण वाले मरीज होटल में रखे जा रहे हैं। जरूरत पड़ने पर इन्हें अस्पताल में शिफ्ट किया जा सकता है। मैक्स अस्पताल भी अपने रिसोर्ट वाना व एक अन्य होटल में यह व्यवस्था कर रहा है। एम्स को भारत भूमि, जीएमवीएन का होटल दिया गया है। साथ ही हरिद्वार का 150 बेड का कुंभ के लिए तैयार बेस अस्पताल चलाने को भी कहा गया है।
देहरादून में एक्स्ट्रा लोड, आइसीयू फुल
देहरादून पर एक्स्ट्रा लोड है। दून में आइसीयू 99 फीसद फुल हैं। दून पर न केवल शहर बल्कि उप्र व हिमाचल का भी लोड है। इस अतिरिक्त बोझ की वजह से दून में बेड की समस्या उत्पन्न हुई है।
कोरोनेशन अस्पताल में 30 ऑक्सीजन बेड कल से शुरू हो रहे हैं। इसे बढ़ाकर 100 बेड किया जाएगा। वहीं कैंट बोर्ड अस्पताल में 150 बेड कोविड के लिए आरक्षित किए गए हैं।
50 हजार मिली को वैक्सीन
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड को 50 हजार कोवैक्सीन भी मिली है। वैक्सीन के लिए दो प्रमुख कंपनियों से बात हुई है। एक मई से 18 साल से ऊपर सभी को वैक्सीन लगनी है।
तीसरी वैक्सीन मिलती है तो वह भी ली जाएगी। ताकि व्यक्ति के पास टीकाकरण के विकल्प मौजूद रहें।
उत्तराखंड में वेंटिलेटर
कुल वेंटिलेटर 573 हैं, इनमें 346 बेड खाली हैं।
आइसोलेशन बेड
कुल 10 हजार 375 बेड
9 हजार 388 बेड खाली हैं
ऑक्सीजन बेड
कुल 3781 बेड हैं
इनमें 1973 खाली हैं।
आइसीयू बेड
कुल 706 हैं
इनमें 301 बेड खाली हैं।
ये हैं देहरादून के टेस्टिंग सेंटर
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।