उद्धव ठाकरे से हाथ से फिसले शिवसेना के 12 सांसद, लोकसभा अध्यक्ष को लिखी चिट्ठी, मिली वाई कैटेगरी की सुरक्षा
पहले एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विधायकों से बगावत कर उद्धव ठाकरे से अलग होकर बीजेपी के साथ महाराष्ट्र में सरकार बनाई। अब शिवसेना के 12 सांसद भी उद्धव ठाकरे से हाथ से फिसल गए हैं।
पहले एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विधायकों से बगावत कर उद्धव ठाकरे से अलग होकर बीजेपी के साथ महाराष्ट्र में सरकार बनाई। अब शिवसेना के 12 सांसद भी उद्धव ठाकरे से हाथ से फिसल गए हैं। शिवसेना के इन 12 सांसदों को वाय कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है। उन्होंने कल लोकसभा अध्यक्ष को चिट्ठी लिखी थी। ये सुरक्षा कल रात से ही दी गई है। इससे पहले इन 12 सांसदों ने लोक सभा स्पीकर ओम बिड़ला को कल पत्र लिख कर राहुल शेवाले को नेता के तौर पर मान्यता देने का आग्रह किया था। हालांकि, उनकी चिट्ठी पर अभी तक स्पीकर ने फैसला नहीं लिया है।12 सांसदों के मुताबिक चीफ व्हिप भावना गवली ही हैं, क्योंकि उनकी जगह राजन विचारे को चीफ व्हिप बनाने की अर्जी पर स्पीकर ने कोई फैसला नहीं किया है। बागी गुट ने कहा है कि चुनाव आयोग में शिवसेना का चुनाव चिह्न तीर कमान पर दावा ठोकने के बारे में स्पीकर के फैसले के बाद ही अगला कदम उठाएंगे।
बता दें कि उद्धव कैंप वाले शिवसेना ने सोमवार शाम को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को अर्जी देकर कहा कि विनायक राउत को विधिवत तरीके से उसके संसदीय दल का नेता नियुक्त किया गया है। पार्टी ने उनसे पार्टी से अलग हुए गुट के किसी भी अभिवेदन पर विचार नहीं करने का आग्रह किया है। शिवसेना संसदीय दल के नेता राउत ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र सौंपा है, जिसमें यह भी स्पष्ट किया गया कि राजन विचारे को मुख्य सचेतक बनाया गया है।
राउत ने कहा कि आपसे आग्रह किया जाता है कि शिवसेना संसदीय दल के नेता या मुख्य सचेतक होने का झूठा दावा करने वाले किसी अन्य सांसद की ओर से दिए गए अभिवेदन को स्वीकार या विचार न करें। या किसी अन्य द्वारा जारी किए गए किसी भी निर्देश, व्हिप को स्वीकार न करें। इस तरह की खबरें है कि शिवसेना का संसदीय दल टूट सकता है और पार्टी के 19 में से कम से कम एक दर्जन सांसद लोकसभा में अलग समूह के तौर पर मान्यता देने की मांग कर सकते हैं।




