युवाओं का सरकार से उठ चुका है विश्वास, जीरो टॉलरेंस सरकार के दावे खोखले साबितः किरण रावत
उत्तराखंड क्रांति दल की कार्यकारी जिला अध्यक्ष किरण रावत कश्यप ने प्रदेश सरकार पर कड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से आज उत्तराखंड के युवाओं ने भर्ती परीक्षा का बहिष्कार किया है, उससे स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि युवाओं का सरकार से पूर्ण रूप से विश्वास उठ चुका है। सरकार सभी मोर्चों पर फेल हो चुकी है। जीरो टॉलरेंस की सरकार के सभी दावे खोखले सिद्ध हो चुके हैं। सरकार को अब समझ जाना चाहिए कि युवाओं ने उन्हें पूर्ण रूप से नकार दिया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
किरण रावत ने बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पवार तथा अन्य गिरफ्तार युवाओं पर धारा 307 के अंतर्गत मुकदमे दर्ज करने की घोर निंदा की। उन्होंने कहा कि इससे सरकार की दमनकारी नीति स्पष्ट परिलक्षित हो रही है। यही नहीं, केदार भंडारी के हत्यारों, अंकिता भंडारी के हत्यारों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। सभी प्रकरणों में सरकार के नुमाइंदे संलिप्त हैं। वहीं दूसरी ओर अपने अधिकारों की मांग के लिए शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन पर बैठे युवाओं पर संगीन धाराओं के अंतर्गत मुकदमा दर्ज करना सरकार की षड्यंत्रकारी नीतियों को उजागर कर रही है। जो कि बिल्कुल भी न्याय उचित नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल एक सूत्रीय मांग करता है कि बॉबी पवार तथा अन्य सभी गिरफ्तार हुए युवाओं के ऊपर धारा 307 के अंतर्गत जो मुकदमे दर्ज किए गए हैं, उन्हें तुरंत वापस लिया जाए। साथ ही सभी भर्ती परीक्षाओं की धांधली की सीबीआई जांच करवाई जाए। उन्होंने उत्तराखंड के युवाओं से अपील करते हुए कहा कि किसी परीक्षा का बहिष्कार करना समस्या का हल नहीं है। यदि भ्रष्टाचार को खत्म करना है तो सरकार में बैठे इन भ्रष्टाचारियों को उखाड़ कर बाहर फेंकना होगा। लोकतंत्र में यदि जनता चाहे तो कुछ भी कर सकती है। अब परिवर्तन का समय आ चुका है। अपने अधिकारों को पहचानो।