यूसर्क का युवा महिला वैज्ञानिक कॉनक्लेव 2022 आयोजित, युवा महिला वैज्ञानिकों का किया सम्मान
समारोह में मुख्य अतिथि एवं उत्तराखंड के राज्यपाल ले जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में महिलाएं विज्ञान के प्रसार संबंधी कार्यों में विशिष्ट योगदान दे रही हैं। विज्ञान के प्रत्येक क्षेत्र में हो रहे अनुसंधान एवं नवाचार सम्बन्धी कार्यों में निरन्तर अनुकरणीय कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आज सामाजिक स्तर पर महिलाओं द्वारा विभिन्न कार्यों में योगदान दिया जा रहा है। महिलाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिये उन्हें प्रत्येक क्षेत्र में बराबर सामाजिक भागीदारी प्रदान किये जाने की अत्यंत आवश्यकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राज्यपाल ने कहा कि महिला सशक्तीकरण एवं स्वरोजगार की दिशा में आ रही विभिन्न कठिनाईयों को विज्ञान एवं तकनीकी के माध्यम से दूर करते हुये, सामाजिक सहभागिता बढ़ाते हुये ही समावेशी विकास किया जा सकता है। यूसर्क इस दिशा में मूलभूत दिष्टकोण से अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका के साथ कार्य कर रहा है। उन्होंने यूसर्क के विभिन्न नवाचारी कार्यक्रमों एवं पर्यावरणीय वैज्ञानिक गतिविधियों की प्रशंसा करते हुए राज्य के युवाओं से इन कार्यक्रमों से लाभान्वित होने का आहवान किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
विशिष्ट अतिथि इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय रूड़की के कुलाधिपति जेसी जैन ने कहा कि आज का युग विज्ञान का युग है। इसमें विज्ञान, शिक्षा के साथ-साथ अनुसंधान सम्बन्धी कार्यों में विभिन्न तकनीकियों का प्रयोग आवश्यक हो गया है। इन सभी क्षेत्रों में प्रदेश और देश की महिलायें निरन्तर योगदान दे रहीं है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को प्रोत्साहित करने में विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियों के माध्यम से यूसर्क द्वारा निरन्तर सराहनीय कार्य किया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड उच्च शिक्षा की पूर्व उपाध्यक्ष दीप्ती रावत ने कहा कि उत्तराखंड की कृषि में महिलाओं का सबसे अधिक योगदान रहता है। आज विज्ञान एवं तकनीकी की सहायता से उन्नत एवं जैविक कृषि के माध्यम से आजीविका को बढाते हुये रोजगार के अवसर उत्तराखण्ड की महिलाओं के लिये निश्चित रूप से लाभकारी होंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इससे पहले कार्यक्रम के प्रारंभ में यूसर्क की निदेशक प्रो. (डा.) अनीता रावत ने अतिथियों का स्वागत करते हुए युवा महिला वैज्ञानिक कॉन्कलेव के आयोजन सम्बन्धी भूमिका के बारे में विस्तार से बताया। प्रो. रावत ने कहा कि सतत् विकास लक्ष्य 2030 की अवधारणा को महिलाओं की भागीदारी एवं योगदान के बिना धरातल पर उतारना सम्भव नहीं है। इस सोच के तहत् यूसर्क द्वारा वैज्ञानिक अभिरूचि विकसित करने की दिशा में युवा महिला वैज्ञानिकों को “Young Women Scientist Excellence Award” एवं “Young Women Achievement Award” से सम्मानित किया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में महिलायें शिक्षा एवं सामाजिक क्षेत्र में विभिन्न उपलब्धियां प्राप्त कर रही हैं जो कि आने वाले भविष्य के लिये एक अच्छा संकेत है। प्रो0 रावत ने कहा कि यूसर्क द्वारा डिजिटल लर्निंग प्लेटफार्म को विकसित किया जा रहा है। कार्यक्रम में यूसर्क की ओर से दो पुस्तकों- यूसर्क के सूचना पत्रक, यूसर्क विज्ञान चेतना केन्द्र सूचना पत्रक Block Chain: A Beginner’s Manual एवं Endurance Strategies in Changing Climate का विमोचन राज्यपाल ने किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इन युवा महिला वैज्ञानिकों को किया गया सम्मानित
प्रथम श्रेणी- Young Women Scientist Excellence Award
1. अंजली पाटिल, एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर, उत्तराखंड।
2. श्रृद्धा लखेड़ा, उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, हल्द्वानी, उत्तराखण्ड।
द्वितीय श्रेणी – Young Women Scientist Achievement Award
1.डा. दीपाली राणा, डॉलफिन पी.जी. कॉलेज, देहरादून।
2.डा. चेतना तिवारी, डीएसबी कैम्पस, कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल।
3. डा. पुनम गुसांई, निगम रोड़ कैनाल रोड़ सेलाकुई, देहरादून।
4.डा. रुचि बड़ोनी सेमवाल, वीएसकेसी महाविद्यालय, डाकपत्थर, देहरादून। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये रहे उपस्थित
कार्यक्रम का संचालन वैज्ञानिक डा. ओम प्रकाश नौटियाल ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डा. मन्जू सुन्दरियाल ने दिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डा. भवतोष शर्मा, डा. राजेन्द्र राणा, ई. उमेश चन्द्र, ओम जोशी, राजदीप जंग, हरीश प्रसाद ममगांई, शिवानी पोखरियाल, रमेश रावत आदि ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम में उत्तराखड के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, शिक्षण संस्थानों के प्राचार्य एवं शिक्षक शिक्षिकायें सहित 300 से अधिक लोगों ने प्रतिभाग किया।