युवा यूकेडी ने कहा कि- समूह ग की परीक्षा घोटालों में बड़े घोटालेबाजों पर हो कार्रवाई, सीबीआइ जांच की मांग
बिष्ट ने बताया कि एक परीक्षा को पास करने के लिए पहाड़ के युवा मैदानी इलाको मे आकर 2-3 वर्षों तक अपनी तैयारी करते हैं, लेकिन अंत मे धांधली के कारण इससे हजारों युवाओ का भविष्य बर्बाद हो जाता है। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्थापना से पूर्व इन परीक्षाओं को पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय आयोजित कराता था, लेकिन वहां भी कई बड़े बड़े घोटाले हुए, जिनमें कई बड़े बड़े मगरमछ भी जद मे आए। ऊँची पहुँच होंने के कारण किसी पर कोई आंच तक नहीं आई। उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग बनने के बाद इसकी स्थिति और भी बदतर हो गयी है, आयोग की स्थापना के बाद से कोई ऐसी परीक्षा नहीं है जिसमें धांधली ना हुई हो। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि उक्रांद युवा प्रकोष्ठ ने इससे पूर्व भी आयोग के सचिव संतोष बडोनी और चेयरमैन एस राजू की निजी संपति की जांच एवं इनके कार्यकाल मे आयोजित हुए समस्त परीक्षाओं की सीबीआइ की जांच की मांग की थी। युवा उक्रांद ने आरोप लगाया कि चाहे सरकार बीजेपी की हो या कांग्रेस की। दोनों सरकारों की शह पर युवाओ के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया। उन्होंने कहा कि एसआइटी जांच के बाद सब कुछ सामने आ गया है। आरोपी पकड़े जा चुके है। अभी भी बड़े घोटालेबाज बाहर हैं। यदि इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती तो युवा उक्रांद आयोग कार्यालय मे तालाबंदी करके उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
निवर्तमान सचिव युवा उक्रांद रविंद्र ममगाई ने कहा कि राज्य के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। युवा उक्रांद के निवर्तमान केंद्रीय महामन्त्री बृज मोहन सजवाण ने कहा कि युवा उक्रांद इस प्रकार के आराजक तत्वों को राज्य से बाहर का रास्ता दिखायेगा। इस अवसर पर मीनाक्षी घिल्डियाल ने कहा कि घोटालेबाज अधिकारियों के खिलाफ जल्द सीबीआइ जांच की जानी चाहिए। बैठक में युवा प्रकोष्ठ के लुसून टोडरिया, प्रवीन रमोला, योगेश शुक्ला, अशोक नेगी, अजय पैनुली, रविंद्र ममगाई, बृज मोहन सजवाण, अंकेश भंडारी, श्याम रमोला, विवेक तेगवाल, मीनाक्षी घिल्डियाल, आर के शंखधर, मनीष रावत, सुमित डंगवाल आदि मौजूद रहे।