Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

March 11, 2025

सिर पर नारियल फोड़कर आप भी कर सकते हैं करिश्मा, है बहुत आसान, बस करनी है ये तैयारी

आपने देखा होगा कि कई व्यक्ति सिर पर नारियल को तोड़ देते हैं। ऐसा लगता है कि उनका सिर इतना मजबूत है कि वो सख्त दिखने वाला नारियल के वार को आसानी से झेल सकता है।

आपने देखा होगा कि कई व्यक्ति सिर पर नारियल को तोड़ देते हैं। ऐसा लगता है कि उनका सिर इतना मजबूत है कि वो सख्त दिखने वाला नारियल के वार को आसानी से झेल सकता है। इस काम के लिए सिर्फ अभ्यास और कुछ तैयारी करनी जरूरी होती है। फिर आप भी ऐसा कर सकते हो और इस करिश्मे को दूसरे लोगों को दिखा सकते हो।
सामग्री और विधि
इस खेल में आपको सिर्फ एक कच्चे नारियल की जरूरत पड़ती है। साथ ही एक कील भी चाहिए। सबसे पहले हम कच्चे नारियल की जटाएं निकाल लेते हैं। फिर उसके एक सिरे पर बनी तीन आंख में से एक आंख पर कील की सहायता से छेद कर देते हैं। इसके बाद उसका पानी निकालकर नारियल को करीब चार और पांच दिन तक धूप में सुखा लेते हैं। इसके बाद ही नारियल इस चमत्कार के लिए तैयार हो जाता है। फूटी आंख वाले सिरे की ओर से जब हम नारियल को सिर या माथे पर मारते हैं तो वह बड़ी आसानी से टूट जाता है।

तथ्य और सावधानियां
जब हम नारियल की आंख में छेद करके उसे सुखाते हैं तो गोले की गिरी नारियल के ऊपरी खोल को छोड़ देती है। इससे नारियल का बाहरी खोल अधिक दबाव सहन नहीं कर पाता है। जब उसे सिर पर मारते हैं तो वह टूट जाता है। इस प्रदर्शन में सावधानी ये रखनी चाहिए कि नारियल चार से पांच दिन तक सुखा लिया जाए। ताकी उसके खोल में चिपकी गिरी अलग हो जाए। ध्यान रहे कि नारियल की एक ही आंख पर सुराख करना चाहिए। इस काम के लिए इस्तेमाल होने वाला नारियल कच्चा होना चाहिए।

Website |  + posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page