यूपी के डीजीपी पर गिरी योगी की गाज, आदेशों की अवहेलना पर हटाया
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार की सबसे बड़ी गाज पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल पर गिरी है। उन्हें आदेशों की अवहेलना करने और कामकाज में रुचि न लेने पर हटा दिया गया है।
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार की सबसे बड़ी गाज पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल पर गिरी है। उन्हें आदेशों की अवहेलना करने और कामकाज में रुचि न लेने पर हटा दिया गया है। सरकार की ओर से कहा गया है कि आदेश का पालन नहीं करने और काम में रुचि नहीं लेने पर यह कदम उठाया गया है। उन्हें डीजीपी पद से मुक्त करते हुए डीजी नागरिक सुरक्षा के पद पर भेजा गया है।मुकुल गोयल ने जुलाई 2021 में यूपी के पुलिस प्रमुख का पद संभाला था। पद संभालते समय उन्होंने कहा था कि वह अपराध पर नियंत्रण करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि पुलिसकर्मी संवेदनशील रहें। उन्होंने कहा था कि प्रयास रहेगा कि पुलिस राज्य के लोगों से जुड़ी रहे। गोयल इससे पहले अल्मोड़ा, जालौन, मैनपुरी, हाथरस, आजमगढ़, गोरखपुर, वाराणसी, सहारनपुर और मेरठ जिले के एसपी/एसएसपी के तौर पर सेवाएं दे चुके हैं।
मुकुल गोयल इससे पहले काफी विवादों में भी रह चुके हैं। कुछ ऐसी घटनाएं घटित हुईं, जब उनकी कार्यशैली पर भी सवाल उठे। इसी कड़ी में साल 2000 में मुकुल गोयल को उस समय एसएसपी के पद से सस्पेंड कर दिया गया था, जब पूर्व बीजेपी विधायक निर्भय पाल शर्मा की सहारनपुर में हत्या हो गई थी। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो साल 2006 के कथित पुलिस भर्ती घोटाले में कुल 25 आइपीएस अधिकारियों का नाम सामने आए थे। इसमें मुकुल गोयल का नाम भी शामिल था।





