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September 14, 2024

पहलवान बजरंग पूनिया ने लौटाया पद्मश्री, फुटपाथ पर छोड़ा, साक्षी मलिक ले चुकी हैं सन्यास

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भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव के बाद एक बार फिर से व्यवस्थाओं को लेकर विवाद छिड़ गया है। गुरुवार 21 दिसंबर को हुए चुनाव में संजय सिंह भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बने। इसे पहलवानों ने बीजेपी सांसद एवं महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का करीबी करार दिया। कल ही ओलंपिक मेडलिस्ट महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती से सन्यास लेने की घोषणा की थी। अब आज शुक्रवार 22 दिसंबर को दिग्गज पहलवान बजरंग पूनिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक पत्र लिखते हुए अपना पद्मश्री पुरस्कार लौटाने की बात कही। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

यही नहीं, वह अपना पद्मश्री वापस करने पीएम आवास की तरफ जा रहे थे, उन्हें पुलिस ने रोक दिया। इस पर उन्होंने अपना पद्मश्री पुरस्कार गेट के पास फुटपाथ पर रख दिया और लौट गए। इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है। इस पर खेल मंत्रालय ने कहा है कि यह उनका (पूनिया) निजी फैसला है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सूत्रों के मुताबिक, खेल मंत्रालय ने कहा है कि डब्ल्यूएफआई का चुनाव निष्पक्ष और लोकतांत्रिक तरीके से हुआ है। खेल मंत्रालय ने यह भी कहा कि हम अब भी कोशिश करेंगे कि बजरंग पूनिया पद्मश्री लौटाने के फैसले को बदल दें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

बजरंग पुनिया ने कहा कि हम बहन-बेटियों की लड़ाई लड़ रहे थे, लेकिन मैं उन्हें सम्मान नहीं दिला पाया। इसलिए मैंने यहां गेट पर अपना मेडल रख दिया है। पूनिया अपना पुरस्कार लेकर दिल्ली के कर्तव्य पथ से जा रहे थे। तभी पुलिस ने उन्हें रोक दिया। उन्होंने दिल्ली पुलिस के अधिकारियों से कहा कि मैं पद्मश्री पुरस्कार उस व्यक्ति को दे दूंगा जो इसे पीएम मोदी तक पहुंचा दे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

वहीं, बजरंग पूनिया ने अपने पत्र में कहा कि जिन बेटियों को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की ब्रांड अंबेसडर बनना था, उनको इस हाल में इस हाल में पहुंचा दिया गया कि उनको अपने खेल से ही पीछे हटना पड़ा। हम ‘सम्मानित’ पहलवान कुछ नहीं कर सके। महिला पहलवानों को अपमानित किए जाने के बाद मैं ‘सम्मानित’ बनकर अपनी जिंदगी नहीं जी पाऊंगा। ऐसी जिंदगी कचोटती ताउम्र मुझे. इसलिए ये ‘सम्मान’ मैं आपको लौटा रहा हूं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

साक्षी मलिक ने किया था कुश्ती छोड़ने का ऐलान
बता दें कि गुरुवार को डब्ल्यूएफआई के चुनाव में सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी माने जाने वाले संजय सिंह अध्यक्ष के रूप में चुने गए। इसके बाद पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती त्यागने का ऐलान किया था। उस समय बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट भी वहीं थे। एक दिन बाद बजरंग पूनिया ने पद्मश्री लौटाने की बात कही। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

बृजभूषण पर यौन शोषण के आरोप
पहलवानों ने एक नाबालिग पहलवान समेत 7 महिला पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इसे लेकर पहलवानों ने जमकर प्रदर्शन किया था। साक्षी उस आंदोलन का हिस्सा थी। संन्यास की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने लड़ाई पूरे दिल से लड़ी, लेकिन अगर अध्यक्ष बृजभूषण की तरह ही रहेगा तो मैं अपनी कुश्ती को त्याग रही हूं। साक्षी अपने इस बयान के बाद फूट-फूटकर रोने लगीं।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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