श्रवण बाधित दिव्यांगों के लिए कार्यशाला आयोजित, एलईडी बल्ब बनाने और रिपेयरिंग की सिखाई विधि
देहरादून में श्रवण बाधित दिव्यांगों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें एलईडी बल्ब बनाने और रिपेयरिंग की विधि सिखाई गई। इस कार्यशाला का आयोजन जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र, स्पेक्स, स्पीकिंग क्यूब ऑन लाइन मैंटल हैल्थ कंसल्टिंग फाउंडेशन की ओर से किया गया। इन संस्थाओं ने तकनीकी सहयोग दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यशाला में मुख्य प्रशिक्षक राम तीरथ मोर्या ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को एलईडी बल्ब को बनाने में प्रयुक्त होने वाली सामग्री के विषय में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कार्यशाला में सात व नौ वॉट के बल्ब बनाने व उनको ठीक करने की तकनीकी से दिव्यांग जनों को परिचित कराया। इस कार्यशाला में नीरज उनियाल ने अपना सहयोग प्रदान किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के अनंत मेहरा द्वारा इस कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा गया कि स्पेक्स व स्पीकिंग क्यूब ऑन लाइन मैंटल हैल्थ कंसल्टिंग फाउंडेशन के तकनीकी सहयोग से आज हम एलईडी बल्ब बनाने और उसकी रिपेयरिंग के लिए कार्यशाला का आयोजन कर रहे हैं। इस कार्यशाला के बाद आप सभी अपने लिए एक रोजगार का रास्ता चुन सकेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि यह एक अच्छी पहल होगी कि हम जैसे लोगों को कोई संस्था तकनीकी से जोड़ कर एक जीवन कौशल का अवसर हमारे लिए लेकर आई है। हम आगे भी स्पेक्स सोसायटी से चाहेंगे की स्पेक्स हमारे लिए कुछ अन्य तकनीकी सहयोग प्रदान कर हमारे जैसे लोगों को आत्म निर्भर बनाने का पुनीत कार्य करती रहेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर स्पेक्स सोसायटी के अध्यक्ष डॉ बृजमोहन शर्मा ने कहा कि इस प्रकार की कार्यशाला संभवत देहरादून में श्रवण बाधित दिव्यांग जनों के लिए पहली बार आयोजित हो रही है। यह कार्यशाला आप सभी के लिए एक विशेष अनुभव वाली है। इससे आप कौशल विकास के साथ तकनीकी व रोजगार भी प्राप्त करेंगे। इस अवसर पर डॉ मधु शर्मा, अंजू शर्मा, निरुपमा सूद, उमेश ग्रोवर, क्षमा गर्ग, मोनिका के साथ ही यूपीईएस के इंटर्न उपस्थित रहे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।