ग्राफिक एरा में कृषि व हेल्थ में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग पर कार्यशाला शुरू, साझा की जा रही बेहतर तकनीक
ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में ‘स्मार्ट एग्रीकल्चर और बॉयोमेडिकल साइंसिस’ पर पांच दिवसीय कार्यशाला शुरू हो गई। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बेहतरीन ढंग से उपयोग और उससे जुड़ी तकनीकें साझा की जायेंगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यशाला का उद्घाटन प्रो. केपी नौटियाल ऑडिटोरियम में अथेरोप्वाइंट कम्पनी के चेयरमैन डा. जसजीत सिंह सूरी और ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. नरपिन्दर सिंह ने दीप प्रज्जवलित करके किया। कार्यशाला में डा. जसजीत सिंह सूरी ने कहा कि आर्टिफिशियल इण्टैलिजेंस का उपयोग हर क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहा है। इसका उपयोग खेती, जलवायु परिवर्तन, दवाओं की खोज आदि में हो रहा है। उन्होंने स्लाइड्स के जरिए विभिन्न समस्याओं का समाधान निकालने वाली ए.आई. तकनीकों पर भी प्रकाश डाला। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. नरपिन्दर सिंह ने कहा कि ए.आई. कृषि और जैव चिकित्सा विज्ञान का सामंजस्य की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस कार्यशाला का उद्देश्य विशेषज्ञों को एकजुट करके विश्व की वास्तविक चुनौतियों का समाधान तराशना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यशाला में यूनिवर्सिटी ऑफ कैगलिआरी, रेडियोलऑजी विभाग की प्रमुख डा. लुका साबा और रेडियोलऑजी विभागाध्यक्ष, संक्रामक रोग यूनिवर्सिटी हॉसपिटल की क्लाडिया विस्कोविक ने ऑनलाइन मोड के जरिए रेडियोलॉजी और इम्मुनोलॉजी में एआई के उपयोग के बारे में बताया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भारती विद्यापीठ कॉलेज, दिल्ली में प्रोफेसर डा. अरूल दुबे और डाटा साइंटिस्ट सुशांत अग्रवाल ने भी इस विषय में व्यावहारिक जानकारी दी। कार्यशाला का आयोजन ग्राफिक एरा के कम्प्यूटर साइंस विभाग ने किया। इसमें ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. संजय जसोला भी शामिल हुए।
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