मीडिया प्रोडक्शन पर ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में कार्यशाला, जर्नलिस्ट रमा सोलंकी बोलीं- बदला परम्परागत मीडिया का चेहरा
सिनियर जर्नलिस्ट रमा सोलंकी ने बताया कि आज के टेक्नोलॉजी और इन्टरनेट के दौर में परम्परागत मीडिया, डिजिटल मीडिया में बदल रहा है। अब पत्रकारिता के विद्यार्थियों को डिजिटल मीडिया के साथ जुड़ना होगा। देहरादून में ग्राफिर एरा विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की क्रिएटिव डिजिटल मीडिया प्रोडक्शन विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला में आज रमा सोलंकी ने डिजिटल मीडिया और उसके प्रोडक्शन की जानकारी दी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने सोशल मीडिया के मुख्य कि-वर्ड्स हैशटैग, थम्बनेल, को रोचक बनाने के टिप्स दिए जिससे कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर उनके कंटेंट को अधिक से अधिक ट्रैफिक और फोलोवर मिल सकें। साथ ही उन्होंने पत्रकारिता के मौलिक सिद्धांत क्रेडिबिलिटी, हाउ टू क्रिएट गुड कंटेंट फॉर डिजिटल मीडिया, व्हाट इस डिजिटल मीडिया, इनपुट-आउटपुट, सोशल मीडिया डेस्क फॉर डिजिटल मीडिया, पी.पी.एफ, विडियो एंड ऑडियो पॉडकास्टिंग, क्रिएटिव एंड शोर्ट प्रोडक्शन एंड इम्पोर्टेंस ऑफ ड्यूरेशन पर प्रकाश डाला। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
रमा सोलंकी ने बताया कि मीडिया न्यू डाटा रिसोर्स बनता जा रहा है जिसको आज के समय में पत्रकारिता कि दुनिया का सबसे बड़ा बदलाव कहा जा रहा है। जिसे डाटा जर्नलिज्म कहा जा रहा है क्योंकि यही भविष्य में मीडिया की ताकत है। कार्यशाला में विभागाध्यक्ष डॉ0 ताहा सिद्दकी, डॉ0 हिमानी बिंजोला, विक्रम रौतेला, डॉ0 विदुशी नेगी व अन्य शिक्षक व छात्र-छात्राएं मौजूद रहें। कार्यक्रम का संचालन पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के फाइनल इयर के स्टूडेंट्स समीक्षा नारायण और अन्शुया प्रसाद ने किया।

Bhanu Prakash
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।