गूगल न्यूज इनीशिएटिव की डाटा जर्नलिज्म पर ग्राफिक एरा में कार्यशाला, डेटा टूल्स से पत्रकारिता को मिला नया आयाम
देहरादून में ग्राफिक एरा पर्वतीय विश्वविद्यालय में आज डेटा सोर्स, क्लीनिंग, वेरिफिकेशन और डेटा विजुलाइजेशन पर एक कार्यशाला का आयोजन हुआ। डेटा -इनफार्मेशन के इस दौर में पत्रकारों और पत्रकारिता के छात्र छात्राओं को डेटा टूल्स और तकनीक की जानकारी देने के उद्देश्य से हुई इस कार्यशाला का आयोजन गूगल न्यूज इनीशिएटिव, डेटालीड व विश्वविद्यालय के पत्रकारिता और जनसंचार विभाग ने की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉ आर गौरी ने कहा कि आज के सूचना के दौर में डेटा का सही इस्तेमाल पत्रकारिता में वही कर सकते हैं, जिन्हें इनके टूल्स की समझ हो। पत्रकारिता और जनसंचार विभाग के प्रोफेसर और डायरेक्टर इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोफेसर (डॉ) सुभाष गुप्ता ने कहा अभी तक जर्नलिज्म एक तरह का था।जिसमें पत्रकार फील्ड में जाता और खबर ढूंढता था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि खबर जितने बड़े झूठ को एक्सपोज करने से जुड़ी होती उतनी ही ज्यादा सिद्धत से मेहनत करनी होती थी, लेकिन अब दूसरों के द्वारा एकत्रित डेटा का उपयोग कर खबर बनाई जा सकती है। यह पत्रकारिता का नया आयाम है। इसके गुर सीखना भी वक्त की मांग है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जीएनआई के ट्रेनर पीयूष अग्रवाल और मयंक अग्रवाल ने मीडिया में प्रचलित डेटा उपयोग के पिनपॉइंट,टेबुला, गूगल ट्रेण्ड और फ्लोरिश जैसे आधुनिक टूल्स की बारीकियां सिखाई। जिससे खबर की प्रस्तुतीकरण के लिए डेटा सोर्स, क्लीनिंग, वेरिफिकेशन व डेटा विजुलाइजेशन किया जा सकता है।पत्रकारिता और जनसंचार विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ ताहा सिद्दीकी ने कहा कि भावी पत्रकारों को टेक-सेवी के साथ-साथ डेटा-सेवी भी होना होगा। क्योंकि पत्रकारिता का आने वाला समय डेटा ड्रिवन होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ग्राफिक एरा पर्वतीय विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ अरविंद धर ने सभी प्रतिभागियों और प्रशिक्षकों का आभार व्यक्त किया। डॉ के पी नौटियाल ऑडिटोरियम में आयोजित इस कार्यशाला में मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधि, मीडिया एक्सपर्ट, विभाग के शिक्षक विक्रम रौतेला, संदीप भट्ट, विपुल तिवारी के साथ-साथ अन्य शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षक और छात्र छात्राएं मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन विभाग की छात्रा शिवांगी बहुगुणा ने किया।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




