ग्राफिक एरा में वकालत पर कार्यशाला, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. अमन हिंगोरानी ने समझाई कानूनी बारीकियां
देहरादून स्थित ग्राफिक एरा पर्वतीय विश्वविद्यालय में लॉ के छात्र छात्राओं की इंडस्ट्री और वकालत के क्षेत्र में व्यवहारिक कौशल विकास के लिए आज से दो दिवसीय कार्यशाला शुरू हो गई। कार्यशाला में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. अमन हिंगोरानी ने छात्र छात्राओं को एडवोकेसी, आर्बिट्रेशन और मध्यस्था के कानूनी दांव पेंचों की बारीकिया समझायी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इंडस्ट्री और वकालत के क्षेत्र में व्यवहारिक कानूनी कौशल विकास के लिए आयोजित इस कार्यशाला में सर्वोच्च न्यायालय के एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड एंड मीडिएटर, डॉ अमन हिंगोरानी ने मध्यस्था के लिए कानून प्रणाली, एविडेंस एक्ट और अदालतों में सटीक वाद विवाद करने के गुर सिखाए। डॉ. हिंगोरानी ने भावी वकीलों को एडवोकेसी, आर्बिट्रेशन और मेडिएशन के मुद्दों की जमीनी बारीकियों को समझाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक आर्बिट्रेटर के रूप में अपने केसों के उदाहरण देकर अपने अनुभवों को साझा किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने छात्र-छात्राओं को प्रभावी वकील बनने के लिए मेहनत और रिसर्च पर ध्यान देने पर जोर दिया। डॉ. हिंगरोनी ने अपनी किताब ‘अनरवील्लिंग द काश्मीर नॉट’ पर भी चर्चा की। विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लॉ की इस कार्यशाला में महानिदेशक डॉ एचएन नागराजा, कुलपति डॉ. आर गौरी, रजिस्ट्रार डॉ अरविंद धर और स्कूल ऑफ लॉ की एचओडी डॉ.शालिनी बहुगुणा बछेती के साथ छात्र-छात्राएं भी मौजूद रहे। कार्यशाला का संचालन चंदन कुमार ने किया।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।