उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सुरंग में फंसे मजदूर दिखा रहे हिम्मत, पीएम मोदी ने ली अपडेट, रेस्क्यू जारी
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन सुरंग के अंदर भूस्खलन होने से भीतर फंसे मजदूर भी हिम्मत दिखा रहे हैं। वे भी भीतर मोटर चलाकर पाइप से पानी छोड़ रहे हैं। ये दिवाली की सुबह हुआ था। हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उत्तरकाशी की घटना की जानकारी ली है। उन्होंने सीएम धामी को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। सुरंग में फंसे श्रमिकों की संख्या को लेकर विरोधाभास बना हुआ है। पुलिस और जिला प्रशासन ने सुरंग के अंदर 36 श्रमिकों के फंसने की जानकारी दी। वहीं, निर्माण कर रही कंपनी नवयुग कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश पंवार का कहना है कि टनल के अंदर 40 श्रमिक फंसे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पीएम ने की बात, सीएम ने दी जानकारी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उत्तरकाशी की घटना की जानकारी ली। उन्होंने मुख्यमंत्री धामी को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री धामी ने इंटरनेट मीडिया में पोस्ट साझा कर यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री धामी ने लिखा कि लेपचा हिमाचल प्रदेश से लौटते ही आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने फोन के माध्यम से आज उत्तरकाशी के सिल्क्यारा के पास टनल निर्माण के समय मलबा आने की वजह से टनल में फंसे श्रमिकों की स्थिति, राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने आगे लिखा कि प्रधानमंत्री जी को श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालने के लिए संचालित बचाव कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी एवं वस्तु स्थिति से अवगत कराया। माननीय प्रधानमंत्री जी ने इस दुर्घटना से निपटने हेतु हर संभव मदद का आश्वासन दिया। भारत सरकार द्वारा केंद्रीय एजेंसियों को राहत और बचाव कार्यों में सहयोग करने हेतु निर्देशित कर दिया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अधिकारियों से लगातार संपर्क में हूं
उधर, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि घटना के बाद से मैं लगातार अधिकारियों से संपर्क में हूं। हादसे की पूरी जानकारी है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ मौके पर मौजूद है। सभी की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। वहीं हादसे को देखते हुए जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने जिले के सभी अधिकारियों की छुट्टी रद्द करते हुए उन्हें तत्काल अपने-अपने कार्य स्थल पर रिपोर्ट करने और राहत एवं बचाव कार्यों के लिए चौबीस घंटे तत्पर रहने के निर्देश दिए हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
यहां हुआ भूस्खलन
एडीजी कानून व्यवस्था एपी अंशुमान ने बताया कि अभी किसी की मौत की सूचना नहीं है। एसडीआरएफ और अन्य बचाव दल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए है। जानकारी के अनुसार, हादसा रविवार सुबह 5:00 बजे हुआ। सिलक्यारा की ओर सुरंग के द्वार से 200 मीटर की दूरी पर यह भूस्खलन हुआ है, जबकि जो मजदूर काम कर रहे थे, वो वाहन द्वार के 2800 मीटर अंदर हैं। गौरतलब है कि चारधाम सड़क परियोजना के तहत यमुनोत्री हाईवे पर 850 करोड़ रुपये की लागत से सिलक्यारा से पोल गांव तक करीब 4.5 किमी लंबी ये सुरंग बनाई जा रही है। इसी सुरंग में ये हादसा हुआ। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अब टनल में फंसे मजदूरों ने दिखाई हिम्मत
टनल में फंसे मजदूर भी हिम्मत दिखा रहे हैं। सुरंग निर्माण करने वाली नवयुग कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश पंवार मीडिया को बताया कि सुरंग के अंदर फंसे हुए श्रमिकों ने मोटर चलाकर पाइप से पानी छोड़ा है। इससे सभी श्रमिकों के सुरक्षित होने की उम्मीद है। भूस्खलन का मलबा भी हटाया जा रहा है। जल संस्थान की वर्टिकल ड्रिलिंग मशीन में पहुंच चुकी है। उम्मीद है कि जल्द मलबे को हटा लिया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ऑक्सीजन की सप्लाई
सिल्कियारा में निर्माणाधीन टनल के अंदर फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए राहत और बचाव अभियान तेजी से जारी है। फंसे हुए मजदूर तक पानी के लिए बिछाए गए पाइप के जरिए ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है। वहीं, रेस्क्यू से जुड़ा हेल्पलाइन नंबर 7455991223 जारी किया गया है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।