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November 10, 2024

मणिपुर में महिलाओं को नग्न घुमाया, गैंगरेप, सुप्रीम कोर्ट ने लिया संज्ञान, पीएम ने तोड़ी चुप्पी

पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर तीन मई से हिंसा की आग में झुलस रहा है। इस बीच बुधवार को ऐसी वीडियो सामने आई कि जिसे जो कोई भी देखेगा, वह शर्मशार हो जाएगा। दो महिलाओं को भीड़ नग्न घुमा रही है। बताया जा रहा है कि नग्न घुमाने के बाद खेत में उनसे गैंग रेप किया गया। अभी तक पीएम मोदी मणिपुर में चल रही हिंसा पर चुप्पी साधे हुए थे। उनके मुंह से एक शब्द नहीं निकल रहे थे। लोग पूछ रहे थे कि आप वहां की जनता से अपील कब करोगे कि शांति बनाए रखो। क्योंकि मणिपुर के कई संगठनों ने दिल्ली पहुंचकर आपसे मिलने कोशिश की, लेकिन ना आप मिले और ना ही आप मणिपुर गए, लेकिन मणिपुर की घटना पर एक शब्द तक नहीं बोला। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पीएम ने मुंह खोला, लेकिन टोन राजनीतिक रही। मणिपुर की घटना उनके बयान में कम दिखाई देगा, छत्तीसगढ़, राजस्थान की कांग्रेस की सरकारें ज्यादा सुनाई देंगी। यदि बैलेंस बयान होता तो मध्य प्रदेश भी आ जाता। उत्तराखंड में अंकिता भंडारी और उत्तरकाशी में लव जिहाद के नाम पर मुस्लिमों से दुकान व मकान खाली कराने के फरमान का भी जिक्र आ जाता। कम से कम पीएण ब्रजभूषण शरण सिंह का ही नाम ले लेते। जो उनकी ही पार्टी से सांसद हैं। जिन पर महिला पहलवानों ने यौन शोषण के आरोप लगाए। मणिपुर पर मुंह खोला तो भारत के सारे राज्य याद आने लगे, लेकिन बीजेपी शासित अन्य राज्य याद नहीं आए। बात मणिपुर की घटना की बात हो रही थी, लेकिन पीएम ने अकेले उस पर नहीं बोला, जबकि मणिपुर में तीन मई से हिंसा जारी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

तीन मई से जारी है मणिपुर में हिंसा
बता दें कि करीब तीन माह पूर्व मणिपुर हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को मेइती समुदाय को एसटी दर्जे की मांग पर चार हफ्ते के भीतर केंद्र को एक सिफारिश भेजने के लिए कहा था। गैर आदिवासी मेइती समुदाय को एसटी के दर्जे की मांग के खिलाफ ऑल ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन मणिपुर ने आदिवासी एकजुटता मार्च निकाला था, लेकिन इस दौरान हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा में दो समुदाय कुकी और मैतेई शामिल हैं। तीन मई से शुरू हुई इस हिंसा में करीब 140 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। 50 हजार लोग बेघर हो गए और राज्य सरकार के शेल्टर होम में रहने के लिए बाध्य हैं। हजारों लोगों के घर जला दिए गए। लोगों ने सांसदों और विधायकों को घरों को भी नहीं छोड़ा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

दो महिलाओं का वीडियो आया सामने, गैंगरेप के बाद हत्या
अब हिंसाग्रस्त राज्य मणिपुर में तीन महीने पहले महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनकी परेड कराने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उनके इस वीडियो के वायरल होने के बाद राज्य में सीएम बीरेन सिंह के इस्तीफे की मांग हो रही है। इस वीडियो के मुताबिक उन महिलाओं को निर्वस्त्र कर पुरुषों की भीड़ उनको कहीं लेकर जाती हुई दिख रही है। इस भीड़ में उनको ले जा रहे कई शख्स उनके निजी अंगो को छू रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

यह घटना 4 मई को राजधानी इंफाल से लगभग 35 किलोमीटर दूर कांगपोकपी जिले में हुई। इसका वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो को केंद्र सरकार ने सोशल मीडिया में डालने पर रोक लगा दी है। इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) ने आरोप लगाया है कि दोनों महिलाओं के साथ एक खेत में गैंगरेप किया गया। फोरम का दावा है कि दोनों महिलाएं कुकी जनजाति से हैं। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ किडनैपिंग, गैंगरेप और हत्या का मामला दर्ज किया है। इस बीच सूचना है कि ढाई माह पूर्व के इस वीडियो के मामले में मणिपुर पुलिस ने गुरुवार को मुख्य आरोपियों में से एक को गिरफ्तार कर लिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

सुप्रीम कोर्ट ने दिए कड़े निर्देश
इसी बीच सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले का स्वत: संज्ञान ले लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वो मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न घुमाने के कल सामने आए वीडियो से वास्तव में परेशान है। देश के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सरकार से इस मामले पर कार्रवाई करने को कहा है। इसके अलावा चीफ जस्टिस ने कहा कि ऐसी घटनाओं को बिल्कुल भी स्वीकार नहीं किया जा सकता है। सीजेआई ने कहा कि ये संवैधानिक अधिकारों का हनन है, अगर सरकार कार्रवाई नहीं करेगी तो हम करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने कार्रवाई के निर्देश देते हुए राज्य सरकार से रिपोर्ट भी तलब की है। सुप्रीम कोर्ट ने बताया है कि अगले हफ्ते शुक्रवार को इस मामले पर सुनवाई होगी। इस मामले को लेकर CJI चंद्रचूड़ ने कहा-हमें इन तस्वीरों से धक्का पहुंचा है। हिंसा प्रभावित क्षेत्र में महिलाओं को सामान की तरह इस्तेमाल किया गया। हमें यह बताया जाए कि जो लोग इसके जिम्मेदार हैं, उन पर क्या कार्रवाई हुई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पीएम मोदी ने तोड़ी ढाई माह बाद चुप्पी
अब जब मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा तो पीएम नरेंद्र मोदी ने भी मणिपुर मामले में ढाई माह बाद चुप्पी तोड़ी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराए जाने की घटना पर दुख जताते हुए कहा कि ये घटना किसी भी सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली है और इससे पूरे देश की बेइज्जती हुई है। संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने देशवासियों को विश्वास दिलाया कि इस मामले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और कानून सख्ती से एक के बाद एक कदम उठाएगा। उन्होंने कहा, मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ है… इसके दोषियों को कभी माफ नहीं किया जा सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

प्रधानमंत्री ने सभी मुख्यमंत्रियों से अपने-अपने राज्यों में कानून-व्यवस्था को और मजबूत करने और खासकर महिलाओं की सुरक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाने का आग्रह किया। घटना चाहे राजस्थान की हो, छत्तीसगढ़ की हो या मणिपुर की हो, कानून व्यवस्था कायम करें जहां पर नारी का सम्मान किया जाए. किसी भी गुनाहगार को नहीं बख्शा जाएगा. मणिपुर की इन बेटियों के साथ जो हुआ है, इसको माफ नहीं किया जा सकता है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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