उत्तराखंड में दलित व सर्वसमाज के बगैर तीसरे विकल्प की कल्पना बेकारः एसएस पांगती
सामाजिक न्याय आंदोलन (कर्पूरी ठाकुर) के महासम्मेलन में उत्तराखंड लोकतांत्रिक मोर्चा के शीर्ष नेताओं ने शिरकत की। इस मौके पर मोर्चा के अध्यक्ष एवं पूर्व आइएएस सुरेन्द्र सिंह पाँगती ने कहा बिना दलित व सर्वसमाज के राज्य में तीसरा विकल्प नही खड़ा किया जा सकता।
सामाजिक न्याय आंदोलन (कर्पूरी ठाकुर) के महासम्मेलन में उत्तराखंड लोकतांत्रिक मोर्चा के शीर्ष नेताओं ने शिरकत की। इस मौके पर मोर्चा के अध्यक्ष एवं पूर्व आइएएस सुरेन्द्र सिंह पाँगती ने कहा बिना दलित व सर्वसमाज के राज्य में तीसरा विकल्प नही खड़ा किया जा सकता। उत्तराखंड राज्य में मोर्चा बड़ी संख्या में रह रही इन जातियों को एकजुट करने का ईमानदारी से प्रयास करेगा।जीएमएस रोड स्थित अंबेडकर भवन में आयोजित सम्मेलन में मोर्चा के सयोंजक पीसी थपलियाल ने कहा आज की राजनीति ने समाज को बांटकर राज करने का जो तरीका अपना रखा है, वही राज्य की दुर्दशा व लूट का कारण है। इसलिए राज्य आंदोलनकारी ताकतों के साथ सर्व समाज को विश्वास में लेते हुए 2022 की चुनावी रणनीति को एक नया स्वरूप प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हिमालय राज्य के भूगोल में हर निवासी उत्तरखंडी है। ये संदेश जन जन तक पहुंचाने का काम लोकतांत्रिक मोर्चा करेगा। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि राज्य में न्यायसंगत राजनीति को खड़ा करना हमारा मुख्य लक्ष्य होगा। इस अवसर पर पूर्व जज चिरन्जी लाल ने कहा कि आज हमारी दलित समाज मे जाति गाली बनकर हमारे आगे हमे अपमानित करती रहती है। सम्मेलन में राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर रामेश्वर ठाकुर, दलित साहित्य अकादेमी के जयसिंह, उत्तराखण्ड प्रदेश कोऑर्डिनेटर, कल्याण सिंह, सह कोऑर्डिनेटर उर्मिला ठाकुर ने भी अपने विचार रखे।




