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November 24, 2024

मंत्र की शक्ति से ऐसे नचाते हैं दीपक में जलती हुई बत्ती, आप न करना ऐसा, क्योंकि…

हो सकता है कभी आपका सामना किसी तांत्रिक या बाबा से पड़ा हो, जो तरह-तरह के चमत्कार दिखाता हो। साथ ही कहता हो कि ये सब मंत्र शक्ति से हो रहा है। ये मंत्र शक्ति नहीं, बल्कि एक ट्रिक होती है।

हो सकता है कभी आपका सामना किसी तांत्रिक या बाबा से पड़ा हो, जो तरह-तरह के चमत्कार दिखाता हो। साथ ही कहता हो कि ये सब मंत्र शक्ति से हो रहा है। ये मंत्र शक्ति नहीं, बल्कि एक ट्रिक होती है। यहां हम ऐसे ही पाखंडी बाबा की उस विधि को बता रहे हैं, जो दावा करते हैं कि मंत्र शक्ति से उन्होंने दीपक की बत्ती को नचा दिया। ज्ञान बढ़ाने के लिए तो ऐसे प्रयोग की जानकारी पढ़ना तो ठीक है, लेकिन ऐसा प्रयोग न ही करें। क्योंकि ये कुछ घिनौना खेल है।
सामग्री और विधि
इस काम के लिए रुई, खाद्य तेल, दीपक, एक जीवित केंचुआ, माचिस की जरूरत पड़ती है। ऐसा खेल दिखाने वाला सबसे पहले थोड़ी सी रुईं बिछाकर उसमें जिंदा केंचुआ रखकर बत्तीनुमा रुईं को बट लेता है। यह बत्ती केंचुए के आकार से कुछ लंबी होती है। इसके बीच अच्छी तरह केंचुआ समा जाता है। इसी तरह दो और बत्तियां बगैर केंचुए की बना लेते हैं। इन बत्तियों को दीपक में रखकर उसमें खाद्य तेल डाल देते हैं। जब हम इन बत्तियों को जलाते हैं तो केंचुए वाली बत्ती नाचने लगती है।

तथ्य और सावधानी
जब तक हम बत्तियां नहीं जलाते हैं, तब तक तेल में नमी के कारण केंचुआ अपनी प्रवृत्ति के अनुसार शांत रहता है। इससे दर्शकों को बत्ती में कोई प्रतिक्रिया नजर नहीं आती है। जैसे ही बत्ती को आग से जलाते हैं तो आंच के कारण बत्ती के अंदर केंचुआ छटपटाने लगता है। इससे बत्ती हिलती नजर आती है। केंचुआ जिंदा होना चाहिए। जब हम केंचुए को बत्ती में लपेटते हैं तो जिस सिरे को जलाना होता है, उससे केंचुए को करीब एक से डेढ़ ईंच नीचे होना चाहिए। ताकी वह जिंदा रह सके।

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