आखिर कौन लगा रहा नैनीताल के जंगलों और रिहायशी इलाकों में आग, दिन रात दौड़ रहे दमकल कर्मी, अब पुलिस ने दी चेतावनी
नैनीताल के जंगलों और रिहायशी इलाकों में आग की घटनाएं अचानक से बढ़ गई हैं। इसके दमकल कर्मी रात दिन दौड़ने को मजबूर हैं। समय से यदि आग न बुझाई जाए तो बड़ा हादसा भी हो सकता है। पुलिस के मानना है कि आसामाजिक तत्व ही आग लगा रहे हैं। अब पुलिस ने ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
आग की घटनाओं से वन्य जीवों की जीवन भी संकट में आ गया है। नैनीताल पुलिस के मुताबिक आज सुबह डीएसबी कॉलेज नैनीताल के पास जंगल में आग लग गई। ये आग तेजी से कॉलेज कैंपस की ओर बढ़ रही थी। सूचना पर फायर यूनिट नैनीताल ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया।
रूसी बाईपास खुर्पाताल के निकट वन क्षेत्र मे लगी भीषण अग्निकांड को जनपद नैनीताल पुलिस के फायर कर्मियों ने चार घंटे की कड़ी मशक्कत से काबू किया। इस दौरान फायर टेंडर से पानी की बौछार की गई। साथ ही फैली आग को पेड़ की टहनियों से पीट-पीटकर बुझाया गया।
महेशखान रामगढ़ रोड वन विभाग के गेस्ट हाऊस के पास जंगल में लगी भीषण आग वन विभाग के गेस्ट हाउस तक पहुंच गई। इसे बड़ी मेहनत से बुझाया गया। वापस लौटते हुए दमकल कर्मियों ने भवाली रोड जोखिया स्टरलिंग होटल के पास जंगल में लगी आग को भी बुझाया। ये आग भी होटल की ओर बढ रही थी। साथ ही इसे रिहायशी इलाकों की ओर फैलने से रोका गया।
पुलिस की अपील
नैनीताल पुलिस के मुताबिक वन संपदा में लापरवाही अथवा जानबूझकर आगजनी करना अत्यंत निंदनीय है। इससे हमारे वन्यजीवों, वन संपदा एवं औषधीय वनस्पतियों को हानि पहुंच रही है। यदि किसी अराजक तत्व द्वारा वन संपदा (जंगलो) मे आग लगाने की घटना परिलक्षित होती है तो उसके विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा 435 एवं 436 के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत कर गिरफ्तारी की जा सकती है। इसलिए जनपद नैनीताल पुलिस की समस्त आम-जनमानस से अपील है कि वह किसी भी लापरवाही अथवा जानबूझकर वन संपदा को हानि ना पहुंचाएं। जंगलों की आग को रोकने में स्थानीय लोग आगे आए तथा ऐसे अराजक तत्वों की सूचना स्थानीय पुलिस को देने का कष्ट करें।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
we(humans) exist only because of nature.
We should thankful and grateful to nature. Our every single thought has an effect on four things:-
1) Our feeling.
2) Our body.
3) Our surroundings.
4) Nature.
So we should carefully create every single thought.