ऐसा सीएम तीरथ ने क्या कह दिया कि वीडियो होने लगा वायरल, हमसे भी कई बार हो जाता है ऐसा-देखें वीडियो

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का शनिवार को एक वीडियो तेजी से वायरल होने लगा। इस पर सीएम कार्यालय की ओर से भी वीडियो जारी कर स्पष्टीकरण जारी किया गया। वैसे तो ऐसा वीडियो में कुछ नहीं है कि वो एक समाचार का रूप ले। ऐसी गलती तो बात करते हुए कई बार हर इंसान से होती है। इसमें बोलने वाले की मंशा क्या है। इसे समझना जरूरी है। यहां सीएम एक बार वैक्सीन की जगह ऑक्सीजन बोल गए। उन्होंने कहा कि 18 से 45 वर्ष की आयु वालों को ऑक्सीजन लगाई जा रही है। तुरंत उन्होंने गलती में भी सुधार किया और कहा कि वैक्सीन लगाई जा रही है। ऐसा वीडियो लोकसाक्ष्य में भी आया, लेकिन इसे समाचार नहीं बनाया गया। क्योंकि अक्सर किसी से भी ऐसा हो सकता है। ये सामान्य बात है। फिर जब सूचना विभाग से वीडियो जारी किया गया तो हमारा भी दायित्व बनता है कि लोगों को सही जानकारी दी जाए और बताया जाए कि हर बात में मीन मेख निकालना सही नहीं है। हां यदि मंशा गलत हो और जानबूझकर कोई बात कही जा रही हो तो समाचार बनता है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आज रुद्रप्रयाग, श्रीनगर और गोपेश्वर के अस्पतालों का निरीक्षण किया। गोपेश्वर दौरे के दौरान उनके एक बयान के वीडियो को एडिट कर सोशल मीडिया पर गलत तरीके से प्रचारित किया जा रहा है। इस वीडियो को संपादित कर मुख्यमंत्री की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है।
इस वीडियो में मीडियाकर्मियों से बातचीत में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत कह रहे हैं कि -वैक्सीन हम बड़ी तेजी से लगा रहे हैं। 18 से 45 वर्ष आयु के नौजवानों को ऑक्सीजन लगना शुरू हो गया है। फिर वे अपनी बात सुधार कर कहते हैं कि वैक्सीन लगना शुरू हो गया है। वीडियो में उन्होंने जनता से आह्वान किया है कि सभी लोग टीका जरूर लगवाएं तभी कोरोना को हराया जा सकता है। दुर्भावनापूर्ण तरीके से इस वीडियो का एक हिस्सा सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया है। आगे का वो हिस्सा काट दिया, जिसमें मुख्यमंत्री अपनी बात संभालते हुए साफ शब्दों में ‘वैक्सीन’ कह रहे हैं।
सीएम कार्यालय से जारी किए गए प्रेस नोट में कहा गया है कि राज्य सरकार की ओर से प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए राज्य में नए अस्पतालों का निर्माण, पर्याप्त मात्रा में आॅक्सीजन की व्यवस्था, सभी प्रदेशवासियों के निःशुल्क टीकाकरण के इंतजाम किए जा रहे हैं। आम जनता से अपील है कि गलत और एडिटेड वीडियो का उपयोग न करें और न ही फारवर्ड करें।
कोविड की स्थिति की समीक्षा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सचिवालय में वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिये प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेडिसिन किट की उपलब्धता हर स्तर पर सुनिश्चित की जाए। कोविड संक्रमितों को हर जरूरी ईलाज मिलना चाहिए। इसमें किसी तरह की कमी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह उच्चाधिकारियों और जिलाधिकारियों की जिम्मेवारी है कि कोविड संक्रमितों के बचाव में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने वाले हमारे फ्रंटलाईन योद्धाओं को पूरा लाजिस्टिक सपोर्ट मिले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में हर जिला अस्पताल में सिटी स्केन मशीन और उसे संचालित करने के लिए प्रशिक्षित मैनपावर हो। टेस्टिंग को बढाने की जरूरत है। कोविड के टीकाकरण के लिए वैक्सीन की पर्याप्त संख्या में उपलब्धता हो। यह देखा जाए कि सभी वैक्सीनेशन केंद्रों पर कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन हो।
मुख्यमंत्री ने कड़े शब्दों में कहा कि कोविड से संबंधित डाटा की रीयल टाईम एन्ट्री हो। इसमें किसी तरह की लापरवाही न हो। अगर कहीं पर आईसीयू फंक्शनल न हो तो उसे फंक्शनल किया जाए और इसके लिये जरूरी होने पर और प्रशिक्षित मैनपावर की नियुक्ति कर ली जाए।
उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन का सही तरीके से उपयोग हो। इसका नियमित ऑडिट हो। अगले एक माह, दो माह और तीन माह बाद कितनी आक्सीजन और आक्सीजन सिलेंडरों की आवश्यकता हो सकती है, इसका आंकलन करते हुए अभी से तैयारियां सुनिश्चित कर ली जाए। आक्सीजन जनरेशन प्लांट्स में स्किल्ड लोग तैनात हों। ब्लेक फंगस के लिये जरूरी दवाइयों की उपलब्धता देख ली जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओवर चार्जिंग और ब्लैक मार्केटिंग में संलिप्त लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। आक्सीजन सिलेंडर की जमाखोरी को रोकने की जरूरत है। फ्लाईंग स्क्वाड द्वारा अस्पतालों की नियमित मानिटरिंग हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेषज्ञ, कोविड की तीसरी लहर की सम्भावना व्यक्त कर रहे हैं। हमें वर्तमान में कोविड की स्थिति का भी सामना करना है और कोविड की सम्भावित तीसरी लहर को लेकर अभी से पुख्ता तैयारियां भी करनी हैं। इसमें बच्चों को लेकर विशेष फोकस करना होगा। मुख्यमंत्री ने सख्त निर्देश दिये कि कोविड की तीसरी लहर की तैयारी फुल प्रूफ हो। इसमें कोई लापरवाही न हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड को पर्वतीय क्षेत्रों में फैलने से रोकना होगा। इसके लिये हर जरूरी कदम उठाए जाएं। गांव-गांव में जनजागरूकता अभियान चलाए जाएं। कोविड से लड़ाई में धन की कोई कमी नहीं है। टीम भावना से हमें यह लड़ाई जीतनी है। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने कहा कि हम सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है। नागरिक उड्डयन विभाग 15 जून से 30 सितम्बर तक एक-एक हेलीकाप्टर चिन्यालीसौड़ व पिथौरागढ़ में उपलब्ध रखें। ताकि यदि जरूरत पड़े तो बरसात में रास्ते बंद होने की स्थिति में गम्भीर मरीजों, आक्सीजन सिलेंडर आदि को एयर लिफ्ट किया जा सके। दूरस्थ क्षेत्रों में आक्सीजन कन्सन्ट्रेटर्स प्राथमिकता से दिये जाएं। पूरा आक्सीजन सप्लाई मैनेजमेंट प्लान बना लें। डीआरडीओ की ओर से बनाए जा रहे कोविड अस्पताल में कुछ बेड बच्चों के अनुरूप रखे जाएं।
बैठक में बताया गया कि वैक्सीन के लिए ग्लोबल टैंडरिंग की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। पूरी कोशिश की जा रही है कि वैक्सीन की पूरी उपलब्धता हो। मेडिसिन किट और आईवरमेक्टीन को बीएलओ के माध्यम से पब्लिक तक पहुंचाने पर काम कर रहे हैं। कोविड संबंधित ज़रूरतों को पूरा करने के लिये सीएसआर में भी प्रयास किये जा रहे हैं। हमें अनेक उद्योगपतियों, संगठनों, संस्थाओं से काफी सहयोग भी मिल रहा है।
वीडियो कांफ्रेंसिग में अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार, डीजीपी अशोक कुमार, सचिव अमित नेगी, शैलेश बगोली, डॉ पंकज कुमार पाण्डेय सहित शासन के वरिष्ठ अधिकारी, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी उपस्थित थे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
बेवड़ा मुख्यमंत्री है यह हा हा हा??????