Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

December 19, 2024

देखें वीडियोः बरगद के पेड़ के अंदर चाय की दुकान, देखकर हर कोई हैरान, आनंद महिंद्रा ने कहा-जरूर जाऊंगा

भारत में चाय के शौकीनों की कमी नहीं है। चाय की दुकान अमूमन हर सड़क, मोहल्ले, बाजार, मॉल आदि सभी जगह मिल जाएगी। पर हम ऐसी चाय की दुकान की बात करने जा रहे हैं, जिसका वीडियो इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है। इस चाय की दुकान को 150 साल पुराने बरगद के पेड़ की जटाओं के नीचे चलाया जा रहा है। इसे चलाने वाले 80 साल के बुजुर्ग हैं, जो करीब 45 साल से चाय की ये दुकान चला रहे हैं। ये दुकान पंजाब के अमृतसर में है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ग्राहक से नहीं मांगते पैसा
हाल ही में, अमृतसर के एक ऐसे ही चाय स्टॉल विक्रेता ने इंटरनेट पर बवाल मचा दिया है। िस दुकान को पिछले 45 साल से अजित सिंह चला रहे हैं। दुकान का नाम चाय सेवा का मंदिर है। बरगद के पेड़ की जटाओं के नीचे अजीत सिंह की ये दुकान पंजाब के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के पास है। परिवार में लोग है, कमाई करने वाले भी है, लेकिन सेवा के लिए वो इस दुकान को सालों से चला रहे हैं। किसी ने पैसा दिया तो भी ठीक, नहीं दिया तो भी ठीक। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

आनंद महिंद्रा ने शेयर किया वीडियो
महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) सोशल मीडिया पर हमेशा एक्टिव रहते हैं और अपने फॉलोअर्स के साथ अक्सर जानकारी से भरे वीडियो और तस्वीरें शेयर करते रहते हैं। आनंद महिंद्रा ने अजीत सिंह की चाय से जुड़ा एक वीडियो शेयर किया है। दुकान का नाम चाय सेवा का मंदिर है। आनंद महिंद्रा ने इस वीडियो को ट्वीट कर लिखा कि पहले भी कई बार अमृतसर गया हूं। अमृ़तसर में कई जगह हैं घूमने के लिए, लेकिन जब अगली बार इस शहर में जाउंगा, स्वर्ण मंदिर जाने के साथ-साथ इस चाय सेवा के मंदिर भी जरूर जाऊंगा। उन्होंने लिखा हमारा दिल संभवतया सबसे बड़ा मंदिर है। अनंद महिंद्रा इस तरह के यूनिक वीडियो शेयर करते रहे हैं। आनंद महिंद्रा द्वारा इस वीडियो के शेयर किए जाने के बाद यह तेजी से वायरल हो गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक करते हैं सेवा
अजीत सिंह को लोग ‘बाबाजी’ के नाम से जानते हैं। क्योंकि वह अपने स्टॉल पर आने वाले हर किसी को गर्मजोशी से चाय पिलाते हैं। वह कभी भी अपने मेहमानों से पैसे की मांग नहीं करते हैं, लेकिन कई लोग स्वेच्छा से उन्हें पैसे देकर जाते हैं। रविवार को उद्योगपति ने यूट्यूबर अमृतसर वॉकिंग टूर्स द्वारा बनाया गया वीडियो शेयर किया। यह इस नेक प्रयास के सार को खूबसूरती से प्रस्तुत करता है। वीडियो में अजीत सिंह के निस्वार्थ प्रयासों को दिखाया गया है। वीडियो में एक लंबे समय से ग्राहक भी शामिल था, जिसने बाबाजी की अपार उदारता की तारीफ की। विभिन्न चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, वह कभी शिकायत नहीं करते और समर्पित रहते हैं, हर दिन सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक ग्राहकों की सेवा करते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

आनंद महिंद्रा ने कही वहां जाने की बात
वीडियो के कैप्शन में आनंद महिंद्रा ने लिखा- अमृतसर में देखने लायक बहुत सारे दर्शनीय स्थल हैं, लेकिन अगली बार जब मैं शहर का दौरा करूंगा, तो स्वर्ण मंदिर के दर्शन के अलावा, मैं इस ‘चाय सेवा के मंदिर’ का दौरा करने का भी ध्यान रखूंगा। जिसे बाबा जाहिर तौर पर 40 वर्षों से अधिक समय से चला रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

यूजर्स कर रहे हैं तारीफ
एक यूजर ने लिखा कि अगर आप स्ट्रीट फूड सीखना और समझना चाहते हैं तो अमृतसर पालो ऑल्टो जैसी जगह है। स्ट्रीट फूड के लिए इतने सारे प्रयोग और वर्षों से सफलतापूर्वक चल रहे हैं। स्ट्रीट फूड के लिए इसमें मुंह में पानी लाने वाला अनुभव है और उस स्थान पर बहुत सारे प्रयोग होते हैं। एक अन्य यूजर ने लिखा कि बाबा के शब्द उनकी चाय की तरह ही समृद्ध हैं! इस नश्वर संसार में ऐसी सुंदर आत्मा मिलना बहुत दुर्लभ है. कभी अमृतसर नहीं गया, लेकिन योजना बनाऊंगा।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page