वीडियो में देखें पूरा प्रसारणः पीएम मोदी ने दून में किया 18 योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास, कई संगठनों ने दी गिरफ्तारी
इस मौके पर पीएम मोदी ने भाषण की शुरूआत गढ़वाली भाषा से की और यहां के लोगों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पूरे देश की आस्था ही नहीं, बल्कि कर्म की भूमि है। यहां का विकास डबल इंजन की सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। पिछले पांच साल में यहां के लिए एक लाख करोड़ से अधिक राशि से अधिक परियोजनाएं स्वीकृत की है। यहां की सरकार इसे तेजी से जमीन पर उतार रही है। इसी के तहत आज 18 हजार करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मैने केदारपुरी की पवित्र धरती से कहा था, आज फिर दोहरा रहा हूं। इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाने में ये परियोजनाएं अहम भूमिका निभाएंगी। उन्होंने कहा कि लोग देख सकते हैं कि डबल इंजन की सरकार कैसे उत्तराखंड में विकास की गंगा बहा रही है। उन्होंने कहा कि इस शताब्दी की शुरुआत में, अटल जी ने भारत में कनेक्टिविटी बढ़ाने का अभियान शुरू किया था। लेकिन उनके बाद 10 साल देश में ऐसी सरकार रही, जिसने देश का, उत्तराखंड का, बहुमूल्य समय व्यर्थ कर दिया।10 साल तक देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर घोटाले हुए, घपले हुए। इससे देश का जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई के लिए हमने दोगुनी गति से मेहनत की और आज भी कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर 100 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश के इरादे से आगे बढ़ रहा है। आज भारत की नीति, गतिशक्ति की है, दोगुनी-तीन गुनी तेजी से काम करने की है। केदारनाथ त्रासदी से पहले, 2012 में 5 लाख 70 हजार लोगों ने दर्शन किया था। ये उस समय एक रिकॉर्ड था, जबकि कोरोना काल शुरू होने से पहले, 2019 में 10 लाख से ज्यादा लोग केदारनाथ जी के दर्शन करने पहुंचे थे। केदारनाथ जी के दर्शन करने पहुंचे थे। यानि केदार धाम के पुनर्निर्माण ने ना सिर्फ श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाई, बल्कि वहां के लोगों को रोजगार-स्वरोजगार के भी अनेकों अवसर उपलब्ध कराए हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज मुझे बहुत खुशी है कि दिल्ली-देहरादून इकॉनॉमिक कॉरिडोर का शिलान्यास हो चुका है। जब ये बनकर तैयार हो जाएगा तो, दिल्ली से देहरादून आने-जाने में जो समय लगता है, वो करीब-करीब आधा हो जाएगा। हमारे पहाड़, हमारी संस्कृति, आस्था के गढ़ तो हैं ही, ये हमारे देश की सुरक्षा के भी किले हैं। पहाड़ों में रहने वालों का जीवन सुगम बनाना देश की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। दुर्भाग्य से दशकों तक जो सरकार में रहे, उनकी नीति-रणनीति में दूर-दूर तक ये चिंतन कहीं था ही नहीं।
उन्होंने कहा कि साल 2007 से 2014 के बीच जो केंद्र की सरकार थी, उसने सात साल में उत्तराखंड में केवल 288 किलोमीटर नेशनल हाईवे बनाए, जबकि हमारी सरकार ने अपने सात साल में उत्तराखंड में 2 हजार किलोमीटर से अधिक लंबाई के नेशनल हाईवे का निर्माण किया है। सीमावर्ती पहाड़ी क्षेत्रों के इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी पहले की सरकारों ने उतनी गंभीरता से काम नहीं किया, जितना करना चाहिए था। बॉर्डर के पास सड़कें बनें, पुल बनें, इस ओर उन्होंने ध्यान नहीं दिया। वन रैंक वन पेंशन हो, आधुनिक अस्त्र-शस्त्र हो, आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देना हो, जैसे उन लोगों ने हर स्तर पर सेना को हतोत्साहित करने की कसम खा रखी थी। आज जो सरकार है वो दुनिया के किसी देश के दबाव में नहीं आ सकती। हम राष्ट्र प्रथम, सदैव प्रथम के मंत्र पर चलने वाले लोग हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ राजनीतिक दलों द्वारा, समाज में भेद करके, सिर्फ एक तबके को, चाहे वो अपनी जाति का हो, किसी खास धर्म का हो, उसे ही कुछ देने का प्रयास हुआ, उसे वोटबैंक में बदल दिया गया। इन राजनीतिक दलों ने एक और तरीका अपनाया। उनकी विकृति का एक रूप ये भी है कि जनता को मजबूत नहीं, उन्हें मजबूर बनाओ, अपना मोहताज बनाओ। इस विकृत राजनीति का आधार रहा कि लोगों की आवश्यकताएं पूरी ना करो, उन्हें आश्रित बनाकर रखो।
दुर्भाग्य से, इन राजनीतिक दलों ने लोगों में ये सोच पैदा कर दी कि सरकार ही हमारी माई-बाप है, जब सरकार से मिलेगा, तभी हमारा गुजारा चलेगा। यानि एक तरह से देश के सामान्य मानवी का स्वाभिमान, उसका गौरव कुचल दिया गया, उसे आश्रित बना दिया गया और दुखद ये कि उसे पता भी नहीं चला। इस सोच, इस अप्रोच से अलग, हमने एक अलग रास्ता चुना। कठिन मार्ग है, मुश्किल है, लेकिन देशहित में है, देश के लोगों के हित में है। ये मार्ग है – सबका साथ-सबका विकास हमने कहा कि जो भी योजनाएं लाएंगे सबके लिए लाएंगे, बिना भेदभाव के लाएंगे। हमने वोटबैंक की राजनीति को आधार नहीं बनाया बल्कि लोगों की सेवा को प्राथमिकता दी। हमारी अप्रोच रही कि देश को मजबूती देनी है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज़ादी के इस अमृत काल में, देश ने जो प्रगति की रफ़्तार पकड़ी है वो अब रुकेगी नहीं, थमेगी नहीं, थकेगी नहीं, बल्कि और अधिक विश्वास और संकल्पों के साथ आगे बढ़ेगी।
जहाँ पवन बहे संकल्प लिए,
जहाँ पर्वत गर्व सिखाते हैं,
जहाँ ऊँचे नीचे सब रस्ते
बस भक्ति के सुर में गाते हैं
उस देव भूमि के ध्यान से ही
उस देव भूमि के ध्यान से ही
मैं सदा धन्य हो जाता हूँ
है भाग्य मेरा,
सौभाग्य मेरा,
मैं तुमको शीश नवाता हूँ
जहाँ अंजुली में गंगा जल हो
जहाँ हर एक मन बस निश्छल हो
जहाँ गाँव गाँव में देश भक्त
जहाँ नारी में सच्चा बल हो
उस देवभूमि का आशीर्वाद लिए
मैं चलता जाता हूँ
उस देवभूमि का आशीर्वाद
मैं चलता जाता हूँ
है भाग्य मेरा
सौभाग्य मेरा
मैं तुमको शीश नवाता हूँ
मंडवे की रोटी
हुड़के की थाप
हर एक मन करता
शिवजी का जाप
ऋषि मुनियों की है
ये तपो भूमि
कितने वीरों की
ये जन्म भूमि
मैं तुमको शीश नवाता हूँ
और धन्य धन्य हो जाता हूँ
इस मौके पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत लगातार उन्नति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। उत्तराखंड के लोग आपके साथ तत्पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि मोदी भारत के प्रधानमंत्री नहीं, बल्कि संपूर्ण विश्व के सर्वमान्य नेता हैं। देश का बच्चा बच्चा, आत्मनिर्भर, स्वच्छ भारत, फिट इंडिया से जुड़ा है। उन्होंने 80 करोड़ लोगों को मुफ्त भोजन और आयुष्मान योजना का भी गुणगान किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड विकास की राह पर अग्रसर है। हम जल्द भारत के सर्वश्रेष्ठ राज्य बनेंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देहरादून आगमन पर परेड ग्राउंड में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि.) गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने स्वागत किया। वहीं, जौलीग्रांट एयरपोर्ट आगमन पर प्रधानमंत्री मोदी का विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल, मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु एवं डीजीपी अशोक कुमार ने स्वागत किया।
इन योजनाओं में 15728 करोड़ रुपये की 11 योजनाओं का शिलान्यास और 2573 करोड़ की लागत से तैयार सात योजनाओं का लोकार्पण है। इनमें 8600 करोड़ की लागत से बनने वाला दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा (इकोनामिक कारीडोर) भी शामिल है। इसके साथ ही लोकार्पित योजनाओं में 120 मेगावाट की व्यासी जलविद्युत परियोजना मुख्य है।
देखें लाइव कार्यक्रम
प्रधानमंत्री इन योजनाओं का किया लोकार्पण
-120 मेगावाट की व्यासी जलविद्युत परियोजना (लागत 1777 करोड़)
-आल वेदर रोड परियोजना में देवप्रयाग से श्रीकोट तक सड़क का चौड़ीकरण (257.34 करोड़)
-आल वेदर रोड परियोजना में ब्रह्मपुरी से कौडियाला तक चौड़ीकरण व डक्ट निर्माण (248.22 करोड़)
-आल वेदर रोड परियोजना के तहत लामबगड़ में भूस्खलन क्षेत्र का उपचार (107.68 करोड़)
-आल वेदर रोड परियोजना में साकनीधार, श्रीनगर व देवप्रयाग में भूस्खलन क्षेत्रों का उपचार (75.9 करोड़)
-हिमालयन कल्चर सेंटर (67 करोड़)
-स्टेट आफ आर्ट परफ्यूमरी एंड एरोमा लैबोरेट्री देहरादून (40 करोड़)
इन योजनाओं का किया शिलान्यास
-175 किमी लंबा दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा (8600 करोड़)
-दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे हरिद्वार, हलगोवा, बहादराबाद तक जुड़ाव (2082 करोड़)
-हरिद्वार रिंग रोड: मनोहरपुर से कांगड़ी (1602 करोड़
-लक्ष्मणझूला के निकट सेतु निर्माण (69.263 करोड़)
-देहरादून-पांवटा साहिब (1695 करोड़)
-नजीबाबाद-कोटद्वार एनएच का चौड़ीकरण (86 करोड़)
-बदरीनाथ धाम में आधारभूत सुविधाओं का विकास (220 करोड़)
-गंगोत्री-यमुनोत्री धाम में आधारभूत सुविधाओं का विकास (54 करोड़)
-हरिद्वार मेडिकल कालेज (538 करोड़)-देहरादून में जलापूर्ति, सड़क व ड्रेनेज सिस्टम (724 करोड़)
-चाइल्ड फ्रेंडली सिटी प्रोजेक्ट देहरादून (58 करोड़)
रैली का विरोध करने जा रहे एनएसयूआइ कार्यकर्ता गिरफ्तार
दून में प्रधानमंत्री नरेंद्र नरेंद्र मोदी की रैली का एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने विरोध किया। इसके चलते पुलिस ने विरोध करने वाले सभी कार्यकर्ताओं को डीएवी पीजी कॉलेज के पास से गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के मुताबिक सभी कार्यकर्ताओं को गढ़ी कैंट थाने भेजा गया।
भारतीय राष्ट्र छात्र संगठन ने पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को लेकर विरोध करने का ऐलान किया था। इसी क्रम में आज शनिवार को सुबह 11 बजे एनएसयूआई के कार्यकर्ता डीएवी पीजी कॉलेज में पास इकट्ठे हुए। उन्होंने प्रधानमंत्री के देहरादून आगमन को लेकर विरोध किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी की। यहां से कार्यकर्ताओं ने रैली स्थल के लिए मार्च किया। इसी बीच पुलिस कर्मियों ने सभी कार्यकर्ताओं को रोक लिया। कार्यकर्ताओं को रोकने के बाद काफी नोकझोंक हुई।
इस दौरान पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को गाड़ी में बिठा कर गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद सभी को थाने भेज दिया गया। इस दौरान एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी ने कहा कि उत्तराखंड में बेरोजगारी, महंगाई आदि मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के देहरादून आगमन और रैली को लेकर विरोध किया गया। मांग है कि प्रदेश में बेरोजगारी, महंगाई आदिकी समस्या को दूर किया जाए।
विरोध कर रहे कांग्रेसी गिरफ्तार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उत्तराखंड दौरे का अलग-अलग संगठनों ने विरोध किया। पीएम को काले झंडे दिखाने आए कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं को पुलिस ने दून के एस्लेहाल चौक से गिरफ्तार कर लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देहरादून आगमन के विरोध में कांग्रेसी कार्यकर्त्ताओं ने पार्टी नेता लालचंद शर्मा के नेतृत्व में एस्लेहाल चौक पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्त्ताओं ने नरेंद्र मोदी गो बैक के नारे लगाए। आयोजन स्थल पर जाने की कोशिश करने के दौरान पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं की ओर से काले झंडे दिखाने की कोशिश की गई, जहां पुलिस की ओर से उन्हें गिरफ्तार किया। इस दौरान पुलिस कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। पुलिस उन्हें निजी बस में बिठाकर ले गई।
यूकेडी कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन, छोड़े काले गुब्बारे, किया गिरफ्तार
देहरादून में दोपहर को यूकेडी कार्यकर्ताओं ने कचहरी के निकट प्रदेश कार्यालय से रैली स्थल के लिए जुलूस निकाला। वे पीएम मोदी की रैली का विरोध करने परेड मैदान जा रहे थे। दून हॉस्पिटल से पहले एसएसपी कार्यालय के पास उन्हें पुलिस ने रोक दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने काले गुब्बारे भी छोड़। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
भीम आर्मी प्रदेश अध्यक्ष हिरासत में
हरिद्वार जिले में भगवानपुर पुलिस ने मंडावर चेक पोस्ट से भीम आर्मी प्रदेश अध्यक्ष मुनीलाल शिंदे, पवन कुमार, अमित कपिल, को हिरासत में लिया है। भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष का प्रधानमंत्री कार्यक्रम में जाकर काले झंडे दिखाए जाने का कार्यक्रम था। मामले की जानकारी भगवानपुर पुलिस को लगी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए भीम आर्मी के कार्यकर्त्ताओं को हिरासत में लिया और उन्हें थाने ले आई। कुछ कार्यकर्त्ताओं को घर भेज दिया गया।
प्रधानमंत्री को ज्ञापन देने जा रहे कार्यकर्त्ताओं को रोका
हरिद्वार हरकी पैड़ी पर स्थित गुरुद्वारा श्री ज्ञान गोदड़ी को नगर निगम के कब्जे से मुक्त कराए जाने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री को ज्ञापन देने जा रहे उत्तराखंड अकाली दल मान के कार्यकर्त्ताओं को प्रशासन में ऋषिकेश में ही रोक दिया, जिसके बाद कार्यकर्त्ताओं ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। शनिवार को अकाली दल के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष जगजीत सिंह ने कार्यकर्ताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन देने के लिए देहरादून जा रहे थे। इस बीच प्रशासन को इसकी सूचना मिल गयी। मौके पर पहुंचे नायाब तहसीलदार अयोध्या उनियाल व पुलिस प्रशासन ने चंद्रभागा पुल पर सभी को रोक लिया।
मास्क जरूरी, काले कपड़े प्रतिबंधित
परेड ग्राउंड में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आज होने वाली जनसभा के लिए पुलिस और प्रशासन ने सभी इंतजाम पूरे कर लिए हैं। आयोजन स्थल में प्रवेश को नौ द्वार बनाए गए हैं। हालांकि, भीड़ के अनुसार ही इन प्रवेश द्वार को प्रयोग में लाया जा रहा है। इसके अलावा बगैर मास्क के आयोजन स्थल में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। पर्स व मोबाइल फोन के अलावा किसी प्रकार का सामान ले जाने की अनुमति नहीं है। काले कपड़े धारण करने वालों को भी प्रवेश नहीं मिलेगा।
सभास्थल के निकटवर्ती 45 स्कूल रहे बंद
पीएम नरेंद्र मोदी की रैली के मद्देनजर देहरादून में सभास्थल परेड मैदान से पांच सौ मीटर की परिधि की शिक्षण संस्थाओं को जिलाधिकारी ने बंद करने के निर्देश दिए थे। देहरादून के जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार ने अवगत कराया है कि प्रधानमंत्री भारत सरकार के 4 दिसंबर को जनपद में प्रस्तावित भ्रमण कार्यक्रम एवं परेड ग्राउंड पर जनसभा के दृष्टिगत मैदान के 500 मीटर के निकट समस्त शासकीय, निजी शैक्षिक संस्थानों को पूर्णतः बन्द रखने के निर्देश दिए गए। उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि परेड ग्राउंड के 500 मीटर के निकट समस्त शासकीय, निजी शैक्षिक संस्थानों को पूर्णतः बन्द रखने के लिए निर्देशित करें।
डीएम के आदेश की परिधि में करीब 45 स्कूल आ रहे हैं। यहां शनिवार का अवकाश घोषित कर दिया गया है। हालांकि इन स्कूलों में होने वाली परीक्षाएं अपने निर्धारित समय पर होंगी। दरअसल, आज सीबीएसई की 10वीं की गणित की टर्म परीक्षा के साथ ही उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की समूह ग की भर्ती परीक्षा होनी है।
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वाट्सएप नंबर-9412055165
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।