ततैया ने मारा डंक और सूज गई आंख, दर्द से बचने को फटाफट करें ये उपचार

गर्मियां बढ़ने के साथ ही उड़ने वाले कीड़ों का किसी व्यक्ति को काटना आम बात है। ऐसे कीड़ों में ततैया या मधुमक्खी का किसी को काटना बहुत ही कष्टदायक होता है। ततैया एक तरह का उड़ने वाला कीड़ा होता है। यह दिखने में मधुमक्खी की तरह ही लगता है और पेड़ों या घर की दीवारों पर अपना छत्ता बना लेता है। तयैया और मुधमक्खियां अक्सर आंख के आसपास हमला करती हैं। ऐसे में कई बार कई दिनों तक आंख सूज कर बंद रहती है। इनके डंक से दर्द बेहद तेज होता है। त्वचा अचानक से फूल जाती है, लाल हो जाती है। इस डंक के निशान पर खुजलाहट भी बहुत तेजी से होती है, लेकिन त्वचा पहले से ही सेंसिटिव होती है और इसीलिए खुजाने पर तुरंत कटने-फटने लगती है। त्वचा पर खरोंच का निशान दिखने लगता है। अगर समय पर इलाज ना किया जाए, तो जहर फैलने की वजह से त्वचा पर मोटे चकत्ते और बुखार भी हो सकता है। ऐसे में कीड़े के काटने के दर्द को कम करने के लिए और खुजलाहट से छुटकारा पाने के लिए घर की ही कुछ चीजों का इस्तेमाल किया जा सकता है। उपचार के इन घरेलू उपाय को जानने के पहले इन कीड़ों के बार में जान लेते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मधुमक्खी और ततैया के डंक में अंतर
मधुमक्खी के डंक और ततैया के डंक के बीच सबसे बड़ा अंतर यह है कि मधुमक्खी का डंक एक बार ही लगता है। जब मधुमक्खी का डंक आपकी त्वचा में लग जाता है, तो मधुमक्खी के पाचन तंत्र का कुछ हिस्सा उसके साथ आ जाता है, जिससे मधुमक्खी की मौत हो जाती है। दूसरी ओर, ततैया अपने डंक को जीवन भर अपने पास रखती हैं और कई लोगों को कई बार डंक मार सकती हैं। ततैया का डंक कभी-कभी मधुमक्खियों के डंक से ज़्यादा ख़तरनाक हो सकता है, क्योंकि उनका ज़हर ज़्यादा शक्तिशाली हो सकता है और इससे स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएँ हो सकती हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मधुमक्खी से ज्यादा आक्रमक हैं ततैया
ततैया मधुमक्खियों से कहीं ज़्यादा आक्रामक होती हैं, जो सिर्फ़ उकसाए जाने पर ही डंक मारती हैं। जब ततैया डंक मारती हैं, तो वे एक फेरोमोन भी छोड़ती हैं जो आस-पास की ततैयाओं को हमला करने में मदद करने के लिए बुलाता है। इसके बाद एक ततैया से लड़ने के बजाय, आप उनके पूरे झुंड के डंक का शिकार हो सकते हैं। कई ततैयाओं के डंक या ततैया के जहर से एलर्जी की प्रतिक्रिया से एनाफिलैक्सिस या यहां तक कि मौत भी हो सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ततैया के डंक का असर
ज़्यादातर ततैया के डंक से लोग जल्दी ठीक हो जाते हैं, लेकिन अप्रिय परिणाम कई दिनों तक रह सकते हैं। शुरुआती चुभन वाला दर्द आमतौर पर सिर्फ़ 1-2 घंटे तक रहता है। कोई भी सूजन, लालिमा या खुजली डंक लगने के लगभग 48 घंटे बाद चरम पर पहुँच जाती है। हालाँकि, इसे पूरी तरह से ठीक होने में एक हफ़्ते तक का समय लग सकता है। ततैया के डंक से संक्रमण हो सकता है। इसलिए यदि डंक वाले स्थान पर किसी प्रकार का स्राव हो या समय के साथ आपके लक्षण बिगड़ते जाएं तो अपने निकटतम आपातकालीन देखभाल केंद्र पर अवश्य जाएं। अब ततैया के काटने के बाद हमें क्या करना चाहिए, इसकी आगे जानकारी दी जा रही है। इनमें से आप कोई एक तरीका अपना सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
तुरंत लगाएं बर्फ, मिलेगा आराम
अगर आपको ततैया या इसी तरह के किसी कीड़े ने काट लिया है तो बर्फ आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित होगी। आइस पैक लें या फिर किसी कपड़े में बर्फ का टुकड़ा लेकर बांधें। इसे ततैया के डंक मारे गए हिस्से पर लगाएं। इसे कुछ देर त्वचा पर लगाकर होल्ड करें फिर हटा लें। इस प्रोसेस को कुछ देर रिपीट करने पर त्वचा पर दिखने वाले लाल चकत्ते कम होने लगेंगे। इससे सूजन भी कम होगी और खुजली नहीं होगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
शहद से कम होगा दर्द, सूजन से मिलेगा आराम
ततैया के काटने पर प्रभावित हिस्से पर शहद लगाने से दर्द और सूजन में जल्द आराम मिलता है। शहद घाव को जल्दी भरने में मदद करता है। ततैया के काटने पर प्रभावित हिस्से पर थोड़ा सा शहद लगाएं। इसे लगभग एक घंटे के लिए ढीली पट्टी से बांधकर रखें। ऐसा करने से दर्द में राहत मिलेगी और घाव भी जल्दी भरेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एलोवेरा जैल का करें इस्तेमाल
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर एलोवेरा जैल स्किन को सूदिंग इफेक्ट्स देने का काम करता है। एलोवेरा जैल को डंक मारे गए हिस्से पर लगाया जा सकता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण भी होते हैं जो डंक को फैलने नहीं देते और उसे भरने में मदद करते हैं। इससे सूजन कम होती है और इंफेक्शन कम होने में भी असर नजर आता है। एलोवेरा जैल बाजार से खरीदा जा सकता है या फिर ताजा एलोवेरा का गूदा भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
नोटः यह लेख सामान्य जानकारी और विभिन्न पत्रिकाओं में प्रकाशित लेखों के आधार पर है। अधिक जानकारी के लिए किसी विशेषज्ञ या चिकित्सक से संपर्क करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बेकिंग सोडा का इस्तेमाल
बेकिंग सोडा का इस्तेमाल ना सिर्फ खाना बनाने के लिए किया जाता है, बल्कि इससे ततैया के काटने का इलाज भी कर सकते हैं। ततैया के काटने पर बेकिंग सोडा का पेस्ट लगाने से दर्द और सूजन में जल्द राहत मिलती है। इसके लिए, एक चम्मच बेकिंग सोडा में कुछ बूंद पानी की मिलाकर पेस्ट बनाएं और प्रभावित हिस्से पर लगा लें। 10 मिनट बाद इसे गुनगुने पानी से धो लें। इसे दिन में दो से तीन बार दोहराएं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सेब का सिरका कम करेगा डंक का असर
सेब का सिरका एंटीमाइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होने के चलते कीड़े के डंक पर लगाया जा सकता है. यह डंक के असर को कम करता है और इससे सूजन कम हो सकती है, खुजली कम हो सकती है। साथ ही त्वचा से डंक का प्रभाव कम होता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नींबू से मिलेगा आराम
ततैया के काटने पर नींबू का इस्तेमाल भी काफी प्रभावी घरेलू नुस्खा है। ततैया काटने पर उस जगह पर नींबू का रस लगाने से जल्द आराम मिलता है। इसके लिए एक नींबू को बीच से काटकर प्रभावित हिस्से पर रगड़ें। आप चाहें तो नींबू का रस निकालकर, रूई की मदद से भी लगा सकते हैं। ऐसा दिन में दो से तीन बार करने से दर्द और जलन से जल्द राहत मिलती है।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।