चीन में कोरोना तेजी से फैलने की चेतावनी, संक्रमण का वास्तविक स्तर जानना हुआ असंभव
चीन में कोविड-19 संक्रमण का वास्तविक स्तर जानना अब “असंभव” हो गया है। चीन की प्रमुख स्वास्थ्य संस्था ने बुधवार को यह जानकारी दी। चीन की तरफ से जीरो-कोविड पॉलिसी को अचानक खत्म करने के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने बीजिंग में कोविड के तेजी से फैलने की चेतावनी दी है। चीन ने कोरोना महामारी के लगभग तीन साल बाद पिछले हफ्ते मास टेस्टिंग और क्वारेंटीन पर प्रतिबंधों को ढ़ीला किया था। इससे आधिकारिक तौर पर चीन के कोविड आंकड़ों में बड़ी गिरावट देखने को मिली, जबकि पिछले महीने ही चीन में कोरोना के संक्रमण के नए रिकॉर्ड देखने को मिल रहे थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)अब देश के अधिकतर भागों में टेस्टिंग जरूरी नहीं है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को यह माना कि उसके आधिकारिक आंकड़े अब वास्तविक तस्वीर पेश नहीं कर रहे हैं। NHC ने अपने बयान में कहा, कई बिना लक्षण वाले लोग अब कोरोना टेस्ट नहीं करवा रहे हैं, तो अब बिना लक्षण वाले संक्रमित लोगों का वास्तविक आंकड़ा पता करना मुश्किल है। सरकारी मीडिया के अनुसार, इस बयान से पहले उप राष्ट्रपति सुन चुनलान ने कहा था कि राजधानी में नए संक्रमण तेजी से बढ़ रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दवाओं के खत्म होने से फार्मेसियों में लंबी लाइन
चीन की जीरो कोविड पॉलिसी के कठोर नियमों में ढील दिए जाने के बाद अब एक फिर से कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। बीजिंग के निवासियों ने सर्दी की दवाओं के खत्म होने और फार्मेसियों में लंबी लाइनों की शिकायत की है। चीनी सर्च इंजन Baidu के मुताबिक बुखार कम करने वाले इबुप्रोफेन की सर्च पिछले हफ्ते में 430 प्रतिशत बढ़ी है। तेजी से बढ़ते एंटीजन टेस्ट और दवाओं की बढ़ती मांग ने ज्यादा दाम के साथ एक बड़ा काला बाजार तैयार कर दिया है। दवाओं के खरीदार ‘डीलरों’ से सामान लेने के लिए किसी सहारे की खोज कर रहे हैं. जिनकी जानकारी वीचैट ग्रुप्स में भेजी जा रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पीड़ित अपना रहे हैं घरेलू नुस्खे
न्यूज एजेंसी एएफपी की एक खबर के मुताबिक राजधानी बीजिंग में बाजार नियामक अफसर ज्यादा दाम पर टेस्ट किट बेचने वाले दुकानदारों पर 300,000 युआन ( 43,000 डॉलर) का जुर्माना लगाने के साथ उसके बिजनेस पर रोक लगा रहे हैं। ऐसे में चीन में बुखार से पीड़ित लोगों ने अब इलाज के घरेलू नुस्खों को अपनाना शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया यूजर्स अपने-अपने घरेलू इलाज को शेयर कर रहे हैं। इससे दूसरे लोग भी उनका फायदा उठा सकें। चीन में अभी तक लाखों कमजोर बुजुर्गों का भी पूरी तरह से टीकाकरण नहीं हुआ है, जबकि अस्पतालों में कोविड संक्रमित रोगियों की आने वाली संख्या से निपटने के लिए संसाधनों की भारी कमी है।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।



