पूर्व विधायक हरक के बेटे के कॉलेज में विजिलेंस टीम का छापा, उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष ने की निंदा

बीते साल की शुरुआत में फिर से बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत पर सीबीआई के बाद अब विजिलेंस की नजरें भी टेढ़ी हो गयी हैं। बुधवार को विजिलेंस ने हरक सिंह रावत के बेटे के देहरादून के शंकरपुर स्थित दून इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस और छिददरवाला स्थित अमरावती पेट्रोल पंप में धावा बोला। विजिलेंस की कई टीम दस्तावेज खंगालने के अलावा पूछताछ भी कर रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड में पाखरो रेंज घोटाले में विजिलेंस की टीम ने पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के बेटे के कॉलेज में छापा मारा है। शंकरपुर में हरक सिंह रावत के बेटे का मेडिकल कॉलेज है। इसे लेकर कार्रवाई चल रही है। हरक सिंह रावत तक पहली बार विजिलेंस जांच की आंच पहुंची है। राजनीतिक गलियारों में भी कार्रवाई चर्चा का विषय बनी है। मामले में विजिलेंस के हल्द्वानी सेक्टर में पिछले साल मुकदमा दर्ज किया गया था। डायरेक्टर विजिलेंस वी मुरुगेशन ने मामले की पुष्टि की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
विजिलेंस के छापे की खबर मिलते ही पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत कालेज में पहुंच गए। और विजिलेंस की टीम के साथ गर्मागर्मी भी हुई। इस दौरान लैंसडौन से विधानसभा चुनाव हार चुकी बहु अनुकृति गुसाईं भी साथ में थी। गौरतलब है कि भाजपा सरकार में वन मंत्री रहते हुए हरक सिंह रावत व कुछ विभागीय अधिकारियों पर कार्बेट पार्क की पाखरो रेंज में अवैध पेड़ कटान व निर्माण को लेकर गम्भीर आरोप लगे। इस गंभीर प्रकरण में केंद्र की विभिन्न पर्यावरणीय जांच एजेंसी ने 6 हजार पेड़ों के अवैध कटान व निर्माण को लेकर गंभीर टिप्पणी की थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सीएम ने विजिलेंस जांच के आदेश भी दिए। कई वन विभाग के अधिकारी लपेटे में है। इस बीच, 2016 में हरीश रावत की सरकार को गिरा बागी हरक सिंह भाजपा में शामिल हो गए थे। इस दौरान तत्कालीन सीएम हरीश रावत और विधायक मदन बिष्ट के बहुचर्चित स्टिंग प्रकरण को लेकर हरक सिंह रावत सीबीआई जांच के दायरे में है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दो महीने पहले सीबीआई ने वॉयस सैंपल के लिए हरक सिंह रावत, पूर्व सीएम हरीश रावत, मदन बिष्ट व स्टिंग करने वाले उमेश कुमार को नोटिस भी जारी किया था। चारों ने सीबीआई कोर्ट को जवाब दाखिल किया है। हाल ही में, कांग्रेस पार्टी ने हरक सिंह को राजस्थान चुनाव में समन्वयक की जिम्मेदारी मिली है। इस जिम्मेदारी के बाद जगह जगह हरक सिंह का स्वागत हो रहा है। यही नहीं, हरक सिंह रावत हरिद्वार लोकसभा से चुनाव की तैयारी में भी जुटे हुए हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने आरोप लगाया कि केन्द्र व राज्य की भाजपा सरकार के इशारे पर पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. हरक सिंह रावत एवं उनके बेटे के संस्थानों में बिजिलेंस द्वारा छापे मारे जा रहे हैं। इसकी जितनी निंदा की जाए, वह कम है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि एक ओर भाजपा से जुडे व्यवसायियों एवं नेताओं के भ्रष्टाचार को केन्द्र सरकार द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि जब तक डा. हरक सिंह रावत भाजपा में थे, तब तक उन पर कोई आरोप नहीं था। भाजपा छोडते ही वे भाजपा की आंख की किरकिरी बन गये हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार के इशारे पर बिजिलेंस द्वारा की गई इस कार्रवाई की कड़े शब्दों में निन्दा की जानी चाहिए। इस कार्रवाई से भाजपा सरकारों ने राजनैतिक प्रतिद्वंदिता एवं प्रतिशोध की सभी सरहदें पार कर ली हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विश्वास करने वाला कोई भी राजनैतिक दल भाजपा सरकारों की विपक्षी नेताओं को प्रताड़ित करने की इस नीति को उचित नहीं ठाहरायेगा। उन्होंने कहा कि विजिलेंस द्वारा द्वेषपूर्ण ढंग से केन्द्र व राज्य सरकार के इशारे पर डा हरक सिंह रावत के परिजनों के संस्थानों में की गई छापेमारी की कार्रवाई अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्र की मोदी सरकार एवं राज्य की धामी पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की सरकारें दुर्भावना से ग्रसित होकर सीबीआई, ईडी व विजिलेंस जैसी संस्था का गलत इस्तेमाल कर विपक्षी दल के नेताओं के खिलाफ उत्पीड़नात्मक कार्रवाई करवा रही है। उन्होंने कहा कि जब से केंद्र मे मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है, तब से लगातार विपक्ष के नेताओं का सीबीआई और ईडी के माध्यम से उत्पीड़न किया जा रहा है। अब प्रदेशों में बिजिलेंस का भी इस्तेमाल विपक्षी नेताओं के उत्पीडन के लिए किया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
करन माहरा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी न्यायपालिका पर विश्वास करती है तथा किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ है परन्तु सत्ता के बल पर इस प्रकार से विपक्षी नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई को लोकतांत्रिक व्यवस्था में कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी केन्द्र व राज्य सरकार के इशारे पर किये गये इस कृत्य की भर्त्सना करती है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।