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December 17, 2024

Video: विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट खुले, पीएम मोदी की ओर से पहली पूजा, कल खुलेंगे बदरी विशाल के कपाट

ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ धाम के कपाट विधि विधान पूर्वक मंत्रोचारण के साथ आज सोमवार 17 मई मेष लग्न, पुनर्वसु नक्षत्र में तीर्थ पुरोहितों, वेदपाठियों की उपस्थिति में मंत्रोच्चार, पूजा अर्चना के साथ प्रात: पांच बजे खुल गये हैं।

 

ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ धाम के कपाट विधि विधान पूर्वक मंत्रोचारण के साथ आज सोमवार 17 मई मेष लग्न, पुनर्वसु नक्षत्र में तीर्थ पुरोहितों, वेदपाठियों की उपस्थिति में मंत्रोच्चार, पूजा अर्चना के साथ प्रात: पांच बजे खुल गये हैं। कपाट खुलने की प्रक्रिया ब्रह्ममुहूर्त तीन बजे से शुरू हो गयी थी। रावल भीमाशंकर एवं मुख्य पुजारी बागेश लिंग तथा देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह एवं जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग मनुज गोयल ने पूरब द्वार से मंदिर मुख्य प्रांगण में प्रवेश किया। मुख्य द्वार पर पूजा अर्चना की। मंत्रोचार के पश्चात ठीक पांच बजे भगवान केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिये गये। मंदिर के कपाट खुलने के पश्चात मुख्य पुजारी बागेश लिंग ने स्यंभू शिवलिंग को समाधि से जागृत किया तथा निर्वाण दर्शनों के पश्चात श्रृंगार तथा रूद्राभिषेक पूजाएं की गयी। इससे पहले अक्षय तृतीया 14 मई को यमुनोत्री, 15 मई की सुबह गंगोत्री धाम के कपाट खोल दिए गए थे। अब आगामी छह माह तक पूजा अर्चना इन धामों में ही होगी। कल 18 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खोले जाने हैं।


कोविड के दृष्टिगत चारधाम यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित किया जा चुका है। ऐसे में आम श्रद्धालुओं के को अभी केदारनाथ धाम जाने की अनुमति नहीं है। नित्यनियम से पूजा अर्चना चलेगी। धामों में पूजपाठ से जुड़े लोगों को जाने की यहां पहुंचने की अनुमति है। तीर्थ पुरोहित, पंडा समाज, हकहकूकधारी और रावल आदि ही पूजा अर्चना कर सकेंगे। चारधामों में कोविड गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित करना जरूरी है। इसके तहत मंदिर में शारीरिक दूरी का ख्याल रखना होगा। घंटी व प्रतिमा का कोई स्पर्श नहीं किया जाएगा। प्रसाद वितरण नहीं होगा।

 

श्री केदारनाथ धाम में भी प्रथम रूद्राभिषेक पूजा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की ओर से की गयी तथा जनकल्याण की कामना की गयी। केदारनाथ के कपाट खुलते समय पूजापाठ से जुड़े चुंनिंदा लोग मौजूद रहे। धाम में मौसम सर्द है मंदिर के कुछ दूरी पर बर्फ मौजूद है। तथा रास्ते में कहीं- कहीं हिमखंड नजर आ रहे है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने केदारनाथ धाम के कपाट खुलने पर प्रसन्नता व्यक्त की तथाआरोग्यता की कामना की है। कहा है कि कोरोना महामारी के कारण अस्थाई तौर पर यात्रा स्थगित है। सभी लोग वर्चुअली दर्शन करें तथा अपने घरों में पूजा-अर्चना करें।

पर्यटनमंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि कोरोना महामारी समाप्त होगी तथा शीघ्र चारधाम यात्रा शुरू होगी। उल्लेखनीय है कि पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की पहल पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नाम से जनकल्याण की भावना के साथ सभी धामों में प्रथम पूजा संपन्न करवायी जा रही है।
श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर ऋषिकेश के दानीदाता सौरभ कालड़ा ग्रुप द्वारा श्री केदारनाथ मंदिर को 11 क्विंटल फूलों से सजाया गया था। इस अवसर पर रावल भीमाशंकर लिंग, केदार लिंग, मुख्य पुजारी बागेश लिंग, देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह, जिलाधिकारी मनुज गोयल,पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिल मनराल, बीकेटीसी पूर्व सदस्य शिवसिंह रावत, एसडीएम रवीन्द्र वर्मा, तहसीलदार जयराम बधाड़ी, धर्माधिकारी आचार्य औंकार शुक्ला, मंदिर प्रशासनिकअधिकारी यदुवीर पुष्पवान, प्रबंधक अरविंद शुक्ला एवं प्रदीप सेमवाल, पारेश्वर त्रिवेदी, महावीर तिवारी, मृत्युंजय हीरेमठ, विपिन कुमार आदि मौजूद रहे। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया की श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के पश्चात केदारनाथ मास्टर प्लान कार्यों में अधिक गति आयेगी।

 

मानकों का किया गया पालन
कपाट खुलने के दौरान कोरोना बचाव मानकों का पालन किया गया। मास्क, सेनिटाईजर, थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य किया गया। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने कपाट खुलने के लिए एसओपी के तहत दिशा निर्देश जारी किये हैं। केदारनाथ में जिला प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ तथा स्वास्थ्य विभाग, विद्युत, जल संस्थान की टीम अपना कार्य कर रही हैं।
देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई प्रात:4 बजकर 15 मिनट पर खुल रहे है। आज श्री योगध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर से आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी के साथ श्री उद्धव जी, श्री कुबेर जी तथा तेलकलश (गाडू घड़ा) श्री बदरीनाथ धाम पहुंच गए। तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट आज दोपहर में खुल रहे है, जबकि चतुर्थ केदार रूद्रनाथ जी के कपाट भी आज खुल गए हैं। द्वितीय केदार मदमहेश्वर जी के कपाट 24 मई को खुल रहे हैं। गुरूद्वारा श्री हेमकुंड साहिब एवं श्री लक्ष्मण मंदिर के कपाट खुलने की तिथि अभी निश्चित नहीं है।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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