Video: धूम मचा रहा है गढ़वाल के इस शर्मिले युवा की सुरीली आवाज में सिवजी का सौर्यास गीत, जानिए मुकाम हासिल करने की कहानी

जहाँ आज एक ओर कुछ युवा पश्चिमी गीत संगीत की बयार में बहकर न केवल अपनी जड़ों से दूर हो रहे हैं, बल्कि बहुत जल्दी कानफोड़ू संगीत के दुष्प्रभावों से शारीरिक और मानसिक रूप से भी प्रभावित हो रहे हैं। वहीं समाज में कुछ ऐसे युवा भी हैं, जिन्होंने अपने गीत संगीत की वैज्ञानिकता और मिठास पर वर्षों शोधपरक कार्य कर मन और रूह को शान्त करने वाले गीत संगीत की न केवल रचना की, बल्कि शब्दों के माध्यम से ऐतिहासिकता को भी श्रोताओं के समक्ष रखा है।
ऐसे ही एक उभरते युवा गायक हैं रूद्रप्रयाग जनपद के पैलिंग गांव के अखिलेश नेगी। मध्यम श्रेणी के सुसंस्कृत परिवार के युवा अखिलेश को गायकी का शौक बचपन से ही अपने दादा श्री सुजान सिंह नेगी से संस्कारों में मिला। अखिलेश के दादाजी क्षेत्र के जाने – माने जागर गायकों में शुमार किये जाते हैं। बाल स्वभावबश अखिलेश भी दादा की ऊंगली पकड़, साथ जाने की जिद करता। दादा बालहठ को मान अपने साथ ले जाते। धीरे- धीरे अखिलेश अपने आस- पास बिखरे गीत संगीत में रूचि लेने लगे और स्थानीय रामलीला, पाण्डव लीला के मंचों पर गाने लगो।
अखिलेश के जीवन में अचानक एक मोड़ तब आया जब वर्ष 2014 में गांव की पाण्डव लीला में अनायास ही अभिमन्यु का रोल निभाना पड़ा। शर्मीले स्वभाव के अखिलेश को अभिमन्यु का रोल निभाने के लिए हां करनी पड़ी, लेकिन अखिलेश द्वारा निभाये गये अभिमन्यु के अभिनय से न केवल गांव – समाज उसके कंठ से परिचित हुआ, बल्कि उसके अंदर छुपे कवि, गीतकार और कलाकार ने आकार लेना प्रारंभ कर दिया। फिर तो अखिलेश जहां भी जाता लोग उससे गाने की फरमाइस कर देते और अखिलेश भी अपने चाहने वालों को निराश नहीं करते। इतिहास विषय से परास्नातक इस युवा के अभी तक चार गाने रिलीज हो चुके हैं।
अखिलेश का पहला गाना “जय तुंगनाथ, तुंगनाथ जै भोलेनाथ, भोलेनाथ” जनवरी 2020 में लोगों के सामने आया। इसमें गीत संगीत स्वयं अखिलेश ने ही दिया। जनवरी 2021 में “ऊँचो थान गढ़ च तेरू, चन्द्रबदनी नौ च तेरू” नाम से दूसरा गीत आया। अभी तक के सभी गीत चन्द्र बदनी फिल्म्स के बैनर तले ही रिलीज हुए हैं। अखिलेश के गीतों को म्यूजिक ज्योति प्रकाश व अनूप नेगी ने दिया है,
शिवजी के सौर्यास वाले गाने को अनूप नेगी ने बेहतर संजोया है, जबकि निर्देशन देवरथ शर्मा का है। शिवजी का सौर्यास वाले गीत का निर्देशन स्वयं अखिलेश ने ही किया। अखिलेश अभी उत्तराखंड फ़िल्म इंडस्ट्री में लिरिक्स राइटर की भूमिका में भी अपना योगदान दे रहे हैं। गीत के रिलीज होते ही श्रोताओं की ओर से अखिलेश को लगातार बधाई संदेश मिल रहे हैं। अखिलेश के घर और जान पहचान के लोग भी अखिलेश को मिल रहे प्यार से बहुत आशान्वित और उत्साहित हैं।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
सुंदर परिचय, बधाई??