वीडियोः सेलाकुंई औद्योगिक की विद्युत लाइन नदी में बही, उत्पादन हो रहा प्रभावित, उद्यमियों ने की सब स्टेशन की मांग
उत्तराखंड में उद्योगों को बढ़ावा देने के भले ही सरकार कितने भी दावे करे, लेकिन हकीकत इसके उलट है। औद्योगिक क्षेत्र में पर्याप्त बिजली की आपूर्ति की व्यवस्था तक नहीं है। अब उत्तराखंड में भारी बारिश के दौरान गत रविवार की रात देहरादून के सेलाकुई क्षेत्र में बयानखाला स्थित 33 केवी की बिजली की लाइन ध्वस्त हो गई। पोल नदी में गिर गए। ऐसे में ऊर्जा निगम ने जुगाड़ के आधार पर ढकरानी से आ रही पुरानी बिजली लाइन से कुछ औद्योगिक आस्थानों को जोड़ा। इसी तरह जुगाड़ करके अन्य आस्थानों को किश्तों में बिजली दी जा रही है। ऐसे में लोड न उठने पर अधिकांश औद्योगिक इकाइयों में उत्पादन ठप हो गया है। वहीं, ऊर्जा निगम उद्योगों को ही लोड कम करने को कह रहा है।
फूड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (FIAU) के प्रदेश समन्वयाक अनिल मारवाह ने कहा कि बीस साल में उत्तराखंज में किसी भी सरकार औद्योगिक आस्थानों के लिए पर्याप्त बिजली की दिशा में प्रयास नहीं किए। हर बरसात में बिजली के पोल बह जाते हैं। ऐसे में उद्योगों में उत्पादन भी ठप हो रहा है। किसी ने इस समस्या को गंभीरता से नहीं लिया।
उन्होंने बताया कि सेलाकुई औग्योगिक क्षेत्र में 220 kVA का सब स्टेशन 6 वर्ष पहले स्वीकृत हुआ था। ये भी आज तक स्थापित नहीं हो पाया है। सेलाकुई औद्योगिक क्षेत्र को विद्युत सप्लाई 15 किलोमीटर लंबी लाइन से की जा रही है। जो कई नदियों व जंगलों से गुजर रही है। आँधी तूफान में जंगलों में पेड़ लाइन पर गिरते हैं। तीन महीने मानसून के दौरान नदियों में पानी बढ़ने से भी पोल बह जाते हैं। उन्होंने उत्तराखंड के ऊर्जा मंत्री से से मांग की है कि सेलाकुई औद्योगिक क्षेत्र में स्वीकृत 220 KVA के सब स्टेशन को अविलंब स्थापित किया जाए।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।