VIDEO: राहुल गांधी ने भरी हुंकार, बाटा जा रहा है देश को, जब तक दिल्ली की है सरकार, युवाओं को नहीं मिलेगा रोजगार
उत्तराखंड में देहरादून के परेड मैदान से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनावी हुंकार भरी। साथ ही बीजेपी सरकारों पर जमकर प्रहार किया। कहा कि आज देश को कमजोर किया जा रहा है। एक को दूसरे से लड़ाया जा रहा है। एक दूसरे को डरा रहा है। कमजोर को मारा जा रहा है। पूरी की पूरी सरकार दो तीन लोगों के लिए, दो तीन पूंजीपतियों के लिए चलाई जा रही है। भारत ने पाकिस्तान से लड़ाई जीती तो तब देश एकजुट था। यदि देश एकजुट होगा तो कोई भी ताकत देश को नहीं हरा सकती है। उन्होंने कहा कि जब तक देश में दिल्ली की सरकार है, तब तक युवाओ को रोजगार नहीं मिलेगा।राहुल गांधी दून के परेड मैदान में आयोजित विजय सम्मान रैली को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर राहुल गांधी ने 1971 के बांग्लादेश युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की निर्णायक जीत के शामिल सैनिकों को सम्मानित किया। साथ ही शहीद सैनिकों के परिजनों सो को सम्मानित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जो कुर्बानी हजारों सैनिकों ने दी है, वही कुर्बानी मेरे परिवार के लोगों ने भी दी है। जिन्होंने अपना खोया है, ये बात उन्हें गहराई से समझ आएगी। पिता को खोना, भाई को खोना आप लोग समझते हो। जिस परिवार ने ऐसी कुर्बानी नहीं दी, उन्हें ये बात समझ कभी नहीं आ सकती है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड ने हिंदुस्तान को सबसे ज्यादा खून दिया और देता रहेगा। बंगलादेश की लड़ाई हुई। 13 दिन में पाकिस्तान ने अपना सिर झुका दिया। आमतौर पर युद्ध छह माह एक साल, दो तीन साल चलता है। अमेरिका ने अफगानिस्तान को हराने में बीस साल लगा दिए। हिंदुस्तान ने पाकिस्तान को 13 दिन में हरा दिया। हमें भूलना नहीं चाहिए कि कोई कहता है सेना ने लड़ाई जिताई, कोई कहता है नेवी ने जिताई। हिंदुस्तान के हर नागरिक ने इसके लिए योगदान दिया। लाखों लोगों ने घर का सोना तक सरकार को दिया। उन्होंने कहा कि यदि हिंदुस्तान बटा होता, तो 13 दिन में जीत नहीं सकते। पाकिस्तान इसलिए हारा क्योंकि वह बटा हुआ था। हिंदुस्तान एक होकर लड़ा। जब भी देश एक साथ मिलकर एक आवाज के साथ बोलता है तो कोई शक्ति नहीं है।
उन्होंने कहा कि आज देश को कमजोर किया जा रहा है। एक को दूसरे से लड़ाया जा रहा है। एक दूसरे को डरा रहा है। कमजोर को मारा जा रहा है। पूरी की पूरी सरकार दो तीन लोगों के लिए, दो तीन पूंजीपतियों के लिए चलाई जा रही है। तीन कृषि कानून के खिलाफ पूरा देश खड़ा हुआ तो एक साल बाद पीएम बोलते हैं कि गलती हो गई। उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी आपने देख ली। हिंदुस्तान में हर चीज पर दो तीन पूंजीपतियों का आक्रमण है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी पूंजीपतियों के हथियार हैं। उसे चलाने वाले नरेंद्र मोदी हैं। जब तक दिल्ली से बीजेपी की सरकार नहीं हटेगी, तब तक देश में युवाओं को रोजगार नहीं मिल सकता।
उन्होंने कहा कि पेट्रोल डीजल का दाम बढ़ता जाएगा। एयरपोर्ट पूंजीपतियों के हाथों में बिकते जाएंगे। देश युवाओं को रोजगार नहीं दे पाएगा। एक तरफ देश को बाट रह हैं। वहीं, देश की आर्थिक शक्ति को नष्ट कर रहे हैं। गलतफहमी में मत रहना कि हिंदुस्तान मजबूत हो रहा है। हेलीकॉप्टर, तोप से देश मजबूत नहीं होता है। देश तब मजबूत होता है, जब नागरिक मजबूत होता है। जब देश की जनता बिना डरे काम कर सकती है। बोल बोल सकती है।
उन्होंने कहा कि आज विजय दिवस को दिल्ली में भी मनाया गया। लोकसभा सांसद ने कहा कि उनकी दादी इंदिरा गांधी ने देश के लिए 32 गोलियां खाईं (1984 में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी) लेकिन सरकारी कार्यक्रम में उनका नाम तक नहीं लिया गया। 1971 के युद्ध के दौरान इंदिरा गांधी सत्ता में कांग्रेस सरकार के मुखिया थीं। उन्होंने कहा कि अब तो इतिहास में सिर्फ ऐसा लगता है कि नरेंद्र मोदी ने गंगा में स्नान किया। और कोई गंगा में स्नान नहीं करता। वहां योगी जी को भी परमिशन नहीं दी गई। राजनाथ सिंह को भी परमिशन नहीं दी। एक ही हिंदुस्तानी नरेंद्र मोदी है, जो गंगा में स्नान कर सकता है।
रोजगार तब आएगा, जब छोटे किसानों को फायदा मिलेगा। दो तीन पूंजीपतियों से उत्तराखंड का फायदा नहीं हो सकता है। कांग्रेस की सरकार आएगी तो किसानों की रक्षा होगी। युवाओं को सरकार पूरी सहायता देगी। एक बार फिर प्रदेश में रोजगार पैदा होना शुरू होगा।
इस मौके पर पूर्व सीएम हरिश रावत ने कहा कि केदारनाथ में आज हमारी सरकार की ओर से किए गए अभूतपूर्व कार्यों का असर ये है कि आज मोदीजी भी वहां योग करने पहुंचते हैं। हमने केदारनाथ बनाया, वहीं, भाजपा सरकार ने मंदिरों की स्वायतता को छीनने का काम किया। जिस तरह से किसानों से लड़ाई लड़ी, उसी तरह यहां कांग्रेस के लोगों ने तीर्थ पुरोहितो के साथ लड़ाई लड़ी। उन्होंने कहा कि हमने उत्तराखंड को आर्थिक रूप से खड़ा किया। उन्होंने कहा कि देश में कोई नेता ऐसा नहीं है, जो राहुल की तरह सत्ता की आंखों में आंखें डालकर उसे ललकारता हो। हमारी सरकार ऐसी पहली सरकार थी, जिसने 2016 में सैनिकों के कल्याण के लिए कई कार्य किए। जिसे सैनिक परिवार याद रखते हैं।

इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि ये कहते हुए फक्र होता है कि उत्तराखंड के सेना के जवानों ने देश की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया। मैं उनके बलिदान को नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों ने रोजगार मांग रहे लोगों को लाठियां मारने का काम किया। महंगाई चरम पर है। गरीब का जीना दूभर हो गया है। कोरोना महामारी से लड़ने में सरकार अक्षम साबित हुए। सरकार सिर से पैर तक भ्रष्टाचार में डूबी है। खनन और भू माफिया सरकार को चला रहे हैं। ऐसे में उत्तराखंड की जनता कांग्रेस की ओर देख रही है। हम वादा करते हैं कि कांग्रेस की सरकार बनते ही भष्टाचार खत्म किया जाएगा। युवाओं को रोजगार मिलेगा। लोकायुक्त की व्यवस्था की जाएगी। संचालन कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने किया।
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी दून के परेड मैदान में आयोजित विजय सम्मान रैली में पहुंचे। वह हेलीकॉप्टर से परेड मैदान में उतरे। आज 1971 के बांग्लादेश युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की निर्णायक जीत की 50वीं वर्षगांठ है। विजय दिवस के उपलक्ष्य में ही ये रैली आयोजित की गई। रैली में लोगों की अच्छी खासी भीड़ जुटी। मंच पर पहुंचने से पहले राहुल गांधी ने शहीदों के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वर्ष 71 की लड़ाई के सैनिकों से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने सैनिकों को शाल ओढ़ाकर और उन्हें स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। साथ ही शहीद सैनिकों के परिजनों को भी सम्मानित किया।

पीएम नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड में तीन दौरे और आम आदमी पार्टी के सीएम अरविंद केजरीवाल के उत्तराखंड में पांच दौरों के जवाब में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आज की रैली उत्तराखंड में कांग्रेस के चुनावी शंखनाद के रूप में भी देखी जा रही है। राहुल की रैली को बीती चार दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है। देहरादून के परेड मैदान में कांग्रेस की विजय सम्मान रैली सुबह 11 बजे से प्रारंभ हो गई थी। इस मौके पर उन पूर्व सैनिकों का सम्मान किया गया, जो 1971 के बांग्लादेश युद्ध में शामिल हुए थे। पूर्व सैनिकों और उनके स्वजन समेत करीब 60 व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह से पहले हवाई दुर्घटना का शिकार हुए उत्तराखंड के सपूत और देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
देखें वीडियोः इस तरह से जुटने शुरू हुई भीड़, ऐसे पहुंचे नेता





