अग्निपथ की अग्निवीर योजना के विरोध में उतरे भर्तीवीर, कई शहरों में प्रदर्शन, हल्द्वानी में लाठीचार्ज
अग्निपथ के जरिये अग्निवीर तैयार करने की सेना में भर्ती योजना के विरोध में दूसरे दिन भी उत्तराखंड के विभिन्न शहरों में भर्तीवीर सड़कों पर उतर गए। इस दौरान जोरदार प्रदर्शन किया गया।

बता दें कि सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार ‘अग्निपथ’ योजना लेकर आई है, जिसको लेकर गुरुवार को यूपी-बिहार समेत देश के कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन हुए। कई जगहों पर ट्रेनों को आग लगा दी गई तो कहीं पथराव किया गया। वहीं, गुरुवार को उत्तराखंड में देहरादून, चंपावत, बागेश्वर, अल्मोड़ा, हल्द्वानी, खटीमा आदि स्थानों पर प्रदर्शन किए गए। आज दूसरे दिन शुक्रवार 17 जून को भी कुमाऊं के कई शहरों में प्रदर्शन की खबर आ रही है।
हल्द्वानी में पुलिस ने किया लाठीचार्ज
अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध में हल्द्वानी में एकाएक बड़ी संख्या में युवा सड़क पर उतर आए। युवाओं ने रोडवेज स्टेशन के पास सड़क जाम कर दी। बताया जा रहा है प्रदर्शनकारियों में हल्द्वानी की सैन्य अकादमियों में सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवा बड़ी संख्या में शामिल है। हल्द्वानी में प्रदर्शनकारी युवाओं पर लाठीचार्ज कर उनको भगाया गया। इसके अलावा नैनीताल के पहाड़ी क्षेत्रों से भी युवा पहुंचे। एलआईयू रिपोर्ट के अनुसार हल्द्वानी में प्रदर्शन की तैयारी गुरुवार सुबह से ही चल रही थी। एकाएक सड़क पर उतरे युवाओं को समझाने में पुलिस जुटी है। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट के आवास की तरफ बढ़ रहे थे। इससे पहले ही पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने तिकोनिया चौराहे पर जाम भी लगा दिया।
30 से अधिक युवा गिरफ्तार
सुबह ओके होटल में प्रदर्शन के बाद तीन घंटे तक जाम लगा राह, भीड़ को उग्र होता देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान उग्र भीड़ ने रास्ते में वाहनों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। हालांकि पुलिस ने इससे पहले डिग्री कॉलेज और सिंधी चौराहा से रूट डायवर्जन कर लिया था। पुलिस के मुताबिक, 30 से अधिक युवकों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं इसके बाद कुछ युवाओं ने एमबी इंटर कालेज के पास भीड़ लगा दी। पुलिस मौके पर पहुँच गई है।
टनकपुर में दूसरे दिन भी प्रदर्शन
चंपावत के टनकपुर में युवाओं ने लगातार दूसरे दिन सड़कों पर उतर कर आक्रोश व्यक्त किया। युवाओं ने शहर के पीलीभीत चुंगी पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। कहा कि अगर योजना को वापस न लिया गया तो हालात बदतर होंगे।
पिथौरागढ़ में भर्तीवीरों ने निकाली रैली
पिथौरागढ़ में सेना भर्ती में अग्निपथ योजना शुरू करने से नाराज भर्तीवीरों यहां जोरदार रैली निकाली। इस दौरान युवाओं ने मोदी सरकार युवाओं से मत करो मजाक जैसे नारे लगाए । शुक्रवार को युवा पहले गांधी चौक में एकत्रित हुए इसके बाद उन्होंने अग्निपथ वापस लो जैसी तख्तियां हाथ में लेकर रैली शुरू की। पुरानी बाजार, सुनार गली, केएमओयू बस स्टेशन के साथ नगर परिक्रमा पर युवा निकले। उन्होंने कहा केंद्र सरकार हमारे भविष्य के साथ मजाक कर रही है। युवाओं ने सेना में पूर्व की तरह भर्ती कराने की मांग की। कहा यदि अग्निपथ को वापस नहीं लिया गया तो जोरदार आंदोलन किया जाएगा। युवाओं के जन आक्रोश व गुरुवार को हुए लाठीचार्ज के बाद पुलिस खासी सजग नजर आई। सुबह से ही अलर्ट मोड पर तैनात पुलिस ने युवाओं की हर तरफ पहरेदारी की।
अल्मोड़ा में भी प्रदर्शन
अल्मोड़ा में अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध समेत तीन सूत्रीय मांगों को लेकर युवा मुखर हो गए हैं। शुक्रवार को युवाओं ने गांधी पार्क में जमकर प्रदर्शन किया। जल्द से जल्द अग्निपथ योजना को समाप्त किए जाने की मांग की। इसके बाद नगर ने जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया। शुक्रवार को चौघानपाटा में भरी संख्या में युवा जुटे। युवाओं ने कहां कि लंबे समय से सेना भर्ती नही होने से पहले ही युवाओं को इसका दंश झेलना पड़ रहा है। वहीं अब सरकार ने अग्निपथ योजना से युवाओं का पूरी तरह दमन कर दिया है। युवाओं ने अग्निपथ योजना वापस लेने, दो वर्षों से बंद पड़ी सेना भर्ती को फिर शुरू करने और शारीरिक परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके छात्रों की लिखित परीक्षा करवाने की मांग की। इसके बाद चौघानपाटा से विरोध जुलुश शुरू हुआ। मालरोड, रोडवेज स्टेशन शिखर तिराहे होते हुए पूरे बाजार में जुलूस निकाल प्रदर्शन किया। इस मौके पर वैभव पांडे, कृष्णा नयाल, सुजल कुमार, राहुल अधिकारी आदि मौजूद रहे।
एक साल के लिए नियम में बदलाव, उम्र में छूट
केंद्र सरकार ने गुरुवार की रात एलान किया कि साल 2022 में भर्ती प्रक्रिया में उम्र सीमा में दो साल की छूट दी जाएगी। यानि इस बार 23 साल तक के छात्र भर्ती प्रकिया के लिए योग्य होंगे। सरकार ने एक विज्ञप्ति में कहा कि यह निर्णय इसलिए लिया गया है, क्योंकि पिछले दो वर्षों में कोई भर्ती नहीं हुई है। यह आयुसीमा केवल एक बार के लिए ही बढ़ाई गई है। इसके बाद आयुसीमा 21 साल की ही रहेगी। हालांकि, इस छूट के बावजूद छात्र असंतुष्ट हैं। उनकी मांग है कि भर्ती प्रक्रिया में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया जाए। उनका मानना है कि इससे युवाओं को कोई फायदा नहीं होने वाला है।
ये है योजना
अग्निपथ योजना के तहत 17.5 से 21 वर्ष के युवाओं को सेना के तीनों अंगों यानी थलसेना, वायुसेना और नौसेना में चार साल के लिए भर्ती किया जाएगा, जो अग्निवीर कहलाएंगे। चार साल बाद इनमें से 25 प्रतिशत को आगे की सेवा के लिए रखा जाएगा, बाकी को एकमुश्त करीब 12 लाख रुपये देकर बाहर कर दिया जाएगा। सेवानिवृत्त होने वाले युवाओं को ना ही पेंशन का लाभ मिलेगा और ना ही ग्रेच्यूटी आदि का। ऐसे में युवा खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। साथ ही पुराने पेटर्न पर ही सेना में भर्ती की मांग कर रहे हैं।
युवाओं को नामंजूर है योजना
आंदोलनरत युवाओं के मुताबिक, उन्हें नई योजना नामंजूर है। ऐसे में पुरानी योजना ही लागू कर दी जाए। एक छात्र ने सवाल पूछते हुए कहा कि इससे क्या फायदा होगा? चार साल के बाद वो हमें सेना से निकाल देंगे? उसके बाद हम क्या करेंगे? छात्रों का कहना है कि सेना में गरीब घर के बच्चे जाते हैं। ना कि किसी नेता या अमीर गरीब के बच्चे। ऐसे में चार बाद जब हमें निकाल दिया जाएगा तो हम क्या करेंगे? हमारे परिवार का क्या होगा? ऐसे में हमारी सरकार में मांग है कि सेना में भर्ती के लिए पुराने पैटर्न को ही लागू किया जाए।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।