राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर किया गया विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन, जानिए विजेताओं के नाम
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य पर राजकिय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ में विज्ञान संकाय एवं एक भारत श्रेष्ठ भारत क्लब की ओर से विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं में भाषण प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता, क्विज प्रतियोगिता, तात्क्षणिक भाषण प्रतियोगिता शामिल थी।
ये रहे निर्णायक मंडल में शामिल
भाषण प्रतियोगिता का विषय “कोविड-19 मानव के लिए खतरे का संकेत” रखा गया था। इसमें विज्ञान संकाय के छात्र छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इस अवसर पर विज्ञान के बारे में एक छोटी डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गई। निर्णायक मंडल ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के प्रथम द्वितीय एवं तृतीय विजेताओं का चयन किया। निर्णायक मंडल में डॉ अशोक कुमार अग्रवाल, दिनेश चंद्र, डॉ रजनी लसियाल और बृजेश चौहान थे।
ये रहे विजेता
भाषण प्रतियोगिता के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय प्रतिभागी क्रमशः आकाश बिष्ट बीएससी प्रथम वर्ष, नीलम बीएससी प्रथम वर्ष, किरण नौटियाल बीएससी प्रथम वर्ष रहे। पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय व तृतीय के विजेता वर्षा रावत बीएससी पंचम सेमेस्टर, अनामिका बीएससी पंचम सेमेस्टर, रोहित कुमार बीएससी प्रथम वर्ष रहे। क्विज प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय तृतीय क्रमश अनामिका बीएससी पंचम सेमेस्टर, सचिन चौहान बीएससी पंचम सेमेस्टर, रोहित कुमार बीएससी प्रथम वर्ष, तात्क्षणिक भाषण प्रतियोगिता मैं प्रथम द्वितीय तृतीय क्रमशः प्रदिती विश्वास बीएससी पंचम सेमेस्टर, सचिन चौहान बीएससी पंचम सेमेस्टर, एवं संयुक्त रुप से प्रवीण पाल बीएससी द्वितीय वर्ष और अनामिका बीएससी पंचम सेमेस्टर थे।
इस कारण मनाया जाता है राष्ट्रीय विज्ञान दिवस
कार्यक्रम का संचालन कृष्णा डबराल द्वारा किया गया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि देश में हर वर्ष 28 फरवरी को विज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है। क्योंकि वर्ष 1928 में 28 फरवरी के दिन भारतीय महान वैज्ञानिक सर चंद्रशेखर वेंकटरमन ने रमन प्रभाव की खोज की थी। इसके लिए उन्हें वर्ष 1930 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
विजेताओं को किया गया पुरस्कृत
सभी विजयी प्रतिभागियों को महाविद्यालय की प्राचार्य एवं वरिष्ठ प्राध्यापक विक्रम सिंह ने पुरस्कृत किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर संगीता मिश्रा ने कहा कि राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का मूल उद्देश्य विद्यार्थियों को विज्ञान के प्रति प्रेरित करना तथा जनसाधारण को विज्ञान एवं वैज्ञानिक उपलब्धियों के प्रति सजग बनाना है। विज्ञान के बिना विकास की राह में आगे नहीं बढ़ा जा सकता है। विज्ञान से गलत धारणा और अंधविश्वासों का विनाश होता है।
उन्होंने कहा कि देश के विकास के लिए वैज्ञानिक सोच का प्रसार आवश्यक है राष्ट्रीय विज्ञान दिवस जैसे आयोजन वैज्ञानिक दृष्टिकोण के प्रसार में निश्चित रूप से सहायक सिद्ध हो सकते हैं। उन्होंने विज्ञान संकाय के सभी सदस्यों को इस आयोजन के लिए बधाई दी। इस अवसर पर विज्ञान संकाय के सभी सदस्य जिसमें डॉ रजनी लसियाल, कृष्णा डबराल, डॉ अशोक कुमार अग्रवाल, दिनेश चंद्र, बृजेश चौहान, मदन सिंह जितेंद्र पवार, सुखदेव नेगी उपस्थित थे।