कांग्रेस के शासन काल मे उत्तराखंड में पूर्णरूप से माफियाराज का था शिकंजा: कैंथोला
उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता बिपिन कैंथोला ने कहा कि जब जब उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार रही है राज्य में भय, भ्र्ष्टाचार व सिंडिकेटों का शिकंजा रहा है।
उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता बिपिन कैंथोला ने कहा कि जब जब उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार रही है राज्य में भय, भ्र्ष्टाचार व सिंडिकेटों का शिकंजा रहा है। उन्होंने कहा की उत्तराखंड की जनता भूल नही सकती है कि किस प्रकार से डेनिस पर कांग्रेस की सरकार ने उत्तराखंड में कैसे सिंडिकेटों को फायदा दिलाया था, खनन के कारोबारीयों लिये तो तत्कालीन सीएम हरीश रावत ने मां गंगा को नहर घोषित कर दिया था। उत्तराखंड में भय का वातावरण व्याप्त हो गया था, माफियाओं के इतने हौसले बुलंद थे कि जेल के बाहर तक फायरिंग की गई थी। कैंथोला ने कहा कि कांग्रेसी नेताओं व रावत की यादाश्त कमजोर हो गई है कि उनके शासनकाल में उत्तराखंड में समस्त विभागों में ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर कांग्रेसियों का उघोग धंधे चलते थे, जो आज भाजपा सरकार में बंद हो गए है। इसका कांग्रेसी नेताओं को दर्द है।कैंथोला ने कहा कि उत्तराखंड की जनता कभी भी भूल नही सकती है कि कांग्रेसी सरकार के समय पर उत्तराखंड देश के असुरक्षित राज्यों में सुमार हो गया था। पहाड़ो की शान्त वादियों तक माफिया खुलेआम घूमने लगे थे। हद तो यहां तक हो गयी थी कि मुख्यमंत्री आवास व कार्यालय तक माफियाओं के कब्जे में था। जो कहते तो कांग्रेसी सरकार उनके इशारे में कठपुतली की तरह काम करती थी। कैंथोला ने कहा कि उत्तराखंड की जनता अब नही चाहती। फिर से कांग्रेसियों व माफियाओं की सांठ गांठ का शासन आए और शान्त उत्तराखंड में भय भ्र्ष्टाचार व्याप्त हो।
कैंथोला ने कहा कि कांग्रेसी अपने कुकृत्यों को भूल सकते है पर उत्तराखंड की जनता नही भूल सकती है। कैंथोला ने कहा कि प्रदेश की जनता कांग्रेसीयों के बरगलाने में अब आने वाली नही है। अब प्रदेश की जनता मन बना चुकी है कि फिर से उत्तराखंड में विकास की सोच को आगे बढ़ाते हुवे भाजपा की सरकार को प्रदेश में लाना है।




