उत्तराखंड की वित्तीय साइबर हेल्पलाइन ने डेढ़ साल में बचाए अनुमानित 3.73 करोड़ रूपये, लोगों से की ये अपील

ये हैं बड़े मामले
1- शिकायतकर्ता अनुराधा भसीन निवासी बसंत विहार देहरादून, उत्तराखंड की ओर से शिकायत दर्ज की गयी थी। इसमें अज्ञात व्यक्ति ने स्वयं को बैंक अधिकारी बताकर शिकायतकर्ता के अकाउंट की केवाईसी अपडेट करने के नाम पर बैंक की डिटेल प्राप्त की और अकाउंट से कुल 2100000 रुपये की धनराशि धोखाधड़ी कर निकाल दी गई थी। महीने का अंतिम शनिवार होने के कारण बैंक बंद था। इस कारण शिकायतकर्ता को अपनी ट्रांजैक्शन की प्रॉपर डिटेल नहीं मिल पाई थी। इस मामले में साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन ने कार्रवाई करते हुए सम्बन्धित बैंक अधिकारियों से सम्पर्क कर शिकायतकर्ता की 1924000 रुपये की धनराशि खाते में वापस कराई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
2- शिकायतकर्ता मोहित बब्बर निवासी रूद्रपुर, उधम सिंह नगर ने शिकायत दर्ज की गयी थी कि उनके खाते से बिना उसकी जानकारी के 11 लाख 60000 की धनराशि आहरित हो गई थी। साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन ने सम्बन्धित बैंक अधिकारियों से सम्पर्क कर शिकायतकर्ता की संपूर्ण 11 लाख 60,000 की धनराशि शिकायतकर्ता के खाते में वापस कराई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
3- शिकायतकर्ता गोविन्द सिंह सजवाण निवासी देहरादून की ओर से 1930 नंबर पर जानकारी दी गयी कि अज्ञात व्यक्ति ने पैन कार्ड अपडेट करने के नाम पर लिंक भेजकर 4, लाख 50 हजार रुपये की धोखाधड़ी की। ये धनराशि भी वापस करायी गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
शिकायतों को सुनने के लिए बढ़ाई गई सुविधा
एसटीएफ के एसएसपी के मुताबिक, पूरे प्रदेश में जनता को साइबर हेल्पलाईन की मदद से वित्तीय धोखाधड़ी की सूचना देने, धोखाधड़ी से हुए आर्थिक नुकसान को बचाने में बहुत सहायता मिली है। 1930 नंबर को 112 तथा उत्तराखंड पुलिस ऐप से जोड़ा गया है। साइबर पुलिस कंट्रोल रूम 1930 पूर्व में 3 लाइनों से जुड़ा था। अब इसे पांच लाइनों से जोड़ा गया है। इसमें 24 घंटे तीन शिफ्टो में पुलिस कर्मचारी कार्य करते हैं। प्रत्येक शिफ्ट में तीन पुलिस कर्मचारी कार्यरत रहते हैं।
जनता से की ये अपील
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने जनता से अपील की है कि सभी लोग बढ़ चढ़कर हेल्पलाईन नंबर 1930 का प्रचार-प्रसार करें। इससे समाज के हर वर्ग के व्यक्तियों को साईबर अपराध से लड़ने के लिए जागरूकता प्राप्त हो सके तथा अतिशीघ्र वित्तीय साईबर अपराधों की रिपोर्टिंग हो सके।
लोगों को किया सचेत
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ ने कहा कि ऑनलाइन सामान की खरीददारी करते हुए अधिकृत वैबसाइट से ही सामान खरीदे व किसी भी प्रकार के लोभ लुभावने अवसरों, फर्जी साइट, धनराशि दोगुना करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आएं। किसी भी ऑनलाइन ट्रेडिग साइट व लॉटरी एवं ईनाम जीतने के लालच में आकर धनराशि देने तथा अपनी व्यक्तिगत जानकारी व महत्वपूर्ण डाटा शेयर करने से बचना चाहिए। किसी भी प्रकार का ऑनलाईन ट्रेडिग लेने से पूर्व उक्त साइट की पूर्ण जानकारी व स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें। कोई भी वित्तीय साइबर धोखाधड़ी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर हेल्पलाईन 1930 या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।