उत्तराखंडः भाजपा विधायक से एसडीएम को जान का खतरा, थाने में दी गई तहरीर, जानिए पूरा मामला
उत्तराखंड में भ्रष्टाचार के मामलों में जीरो टॉलरेंस की सरकार का दावा करने वाली बीजेपी सरकार के विधायक से ही एसडीएम को जान का खतरा लग रहा है।
उत्तराखंड में भ्रष्टाचार के मामलों में जीरो टॉलरेंस की सरकार का दावा करने वाली बीजेपी सरकार के विधायक से ही एसडीएम को जान का खतरा लग रहा है। विधायक और एसडीएम के बीच आपसी खींचतान बढ़ गई है। एसडीएम ने विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को पुलिस थाने में लिखित तहरीर दी है। वहीं, पुलिस ने अभी मुकदमा दर्ज नहीं किया है। अब देखना ये है कि सरकार अपने विधायक का पक्ष लेती है। या फिर पंजाब के सीएम भगवंत मान की तरह अपने ही विधायक पर कड़ी कार्रवाई करती है। हाल ही में पंजाब में मंत्री पर ठेके को लेकर एक फीसद रिश्वत मांगने के आरोप लगे थे तो आप सरकार के सीएम ने मंत्री को बर्खाश्त करते हुए जेल भिजवा दिया था।उत्तराखंड में ये विवाद पुरोला में उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी और भाजपा के पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल के बीच सामने आया है। उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी ने पुरोला थाने में विधायक दुर्गेश्वर लाल व एक अन्य के विरुद्ध तहरीर दी है। फिलहाल थाने में मुकदमा दर्ज नहीं किया है। पुलिस के मुताबिक, मामले की जांच की जा रही है।
उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी ने पुलिस को दी तहरीर में कहा कि 21 मई को नगर पंचायत पुरोला की ओर से अतिक्रमण हटाया। इस पर विधायक ने रात दस बजे विश्राम गृह में बुलाया, लेकिन रात का समय होने के कारण वह नहीं जा पाए। 22 मई की सुबह विधायक से मिलने गए तो विधायक ने मिलने से मना कर दिया और बाजार में मिलने के लिए कहा। मुख्य बाजार में उनके खिलाफ नारेबाजी की और अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया। उपजिलाधिकारी ने आरोप लगाया कि विधायक समय-समय पर उनसे अवैध कार्य करने के लिए दबाव बनाते हैं। साथ ही उन्होंने विधायक से खुद की जान को खतरा बताया है। वहीं पुरोला से भाजपा विधायक दुर्गेश लाल ने आरोप लगाया कि उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी ने 21 मई को अतिक्रमण हटाने के नाम पर वैध मकान तुड़वाए हैं। साथ ही अपने पद और सरकारी धन का दुरुपयोग कर रहे हैं।






