उत्तराखंड राज्य को मिले विशेष श्रेणी का दर्जाः यूकेडी
उन्होंने कहा कि आज तक एक स्थायी राजधानी नही बन पायी। सरकारों के तमाम दावों के बाबजूद शिक्षा एवं स्वास्थ्य की स्थिति और बदतर हो गई है। बेरोजगारी अपने चरम पर है। कृषि एवं उद्यान जैसे विषय गौण हो गए हैं। बौड़ाई ने कहा कि उत्तराखंड हर वर्ष हजारों करोड़ की पर्यवारिणीय सेवा प्रदान करता है, लेकिन एवज में राज्य को कुछ नही मिलता है। कई वर्षों से ग्रीन बोनस की केंद्र से मांग की जाती रही है, लेकिन अभी तक ग्रीन बोनस भी न मिल सका। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उक्रांद नेता विजय बौड़ाई ने कहा कि उत्तराखंड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों, सीमांत प्रदेश होने, अत्यधिक पिछड़ा क्षेत्र होने,आदि अनेको प्रमुख कारण है। इसके लिए उत्तराखंड राज्य को विशेष श्रेणी का राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए। ताकि उत्तराखंड राज्य का चहुमुंखी विकास हो सके। विशेष श्रेणी दर्जा प्राप्त करने की उत्तराखंड सभी अहर्ता पूरी करता है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।