सड़क हादसे में घायलों की मदद करने वालों को ईनाम देगी उत्तराखंड पुलिस
इन कार्यों में दिया जाएगा पुरस्कार
1.सड़क दुर्घटना में किसी व्यक्ति को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करना।
2.सड़क दुर्घटना के शिकार व्यक्ति/व्यक्तियों का राहत एवं बचाव कार्य कर समय से अस्पताल पहुँचाना।
3.सड़क दुर्घटना में घायल/ चोटिल व्यक्ति को एम्बुलेंस की उपलब्धता न होने की स्थिति में निजी वाहन से अस्पताल पहुँचाना ।
4.सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को आवश्यकता पड़ने पर रक्तदान करना या रक्तदान का प्रचार-प्रसार कर सम्बन्धित ब्लड ग्रुप वाले रक्तदाता (क्वदवत) की व्यवस्था करना।
5.दुर्घटना में घायल व्यक्ति की आर्थिक रूप से सहायता करना आदि।
6.सड़क दुर्घटना की रोकथाम के प्रयास में प्रभावी सहायता/योगदान उपलब्ध कराना।
7.Good Samaritans के सम्बन्ध में विज्ञापन, सोशल मीडिया, प्रिन्ट मीडिया आदि में व्यापक प्रचार- प्रसार करना। (बिन्दु संख्या 6 एवं 7 में वर्णित पुरस्कार अधिकतम 10 प्रतिशत ही होंगे) (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राज्य में तीन स्तरों पर प्रदान किया जायेगा पुरस्कार
1.पुलिस मुख्यालय स्तर पर पुलिस महानिदेशक की ओर से – प्रथम पुरस्कार 25,000 रूपये, द्वितीय पुरस्कार 10,000 रूपये और तृतीय पुरस्कार 5,000 रूपये तक की धनराशि।
2.यातायात निदेशालय स्तर पर यातायात निदेशक द्वारा, प्रथम पुरस्कार 5,000 रूपये, द्वितीय पुरस्कार 3,000 रूपये और तृतीय पुरस्कार 2,000 रूपये तक की धनराशि।
3.जनपद स्तर पर वरिष्ठ/पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रथम पुरस्कार 3,000, द्वितीय पुरस्कार 2,000 रूपये और तृतीय पुरस्कार-1,000 रूपये तक की धनराशि। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ऐसे कर सकते हैं आवेदन
Good Samaritans (मददगार व्यक्ति) सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति, व्यक्तियों की सहायता के सम्बन्ध मे किये गये कार्य के लिए पुरस्कार प्राप्ति के लिए आवेदन को निर्धारित प्रारूप में सीधे पुलिस मुख्यालय भेज सकते हैं। इसके साथ ही जनपद के यातायात कार्यालय, क्षेत्राधिकारी यातायात कार्यालय, पुलिस अधीक्षक यातायात कार्यालय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय, यातायात निदेशालय को व्हाट्सएप, ई-मेल, सोशल मीडिया, डाक अथवा स्वयं आकर दे सकते हैं। पीड़ित की सहायता से सम्बन्धित तथ्य पेपर कटिंग, सोशल मीडिया स्क्रीन शॉट, फोटो वीडियो आदि (यदि उपलब्ध हो तो) भी प्रस्तुत कर सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लोगों को मदद के लिए प्रेरित करना है उद्देश्य
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि इस योजना का मकसद सड़क दुर्घटना में सड़क पर पड़े गंभीर घायलों की अनदेखी करने के बजाए आम नागरिक उनको नजदीकी अस्पताल तक पहुंचाने के लिए प्रेरित करना है। यह योजना सड़क हादसों में घायल होने वाले लोगों की जान बचाने के लिए मील का पत्थर साबित होगी। लोगों को प्रोत्साहन मिलेगा और ज्यादा से ज्यादा लोग इस काम में सम्मिलित होंगे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।