उत्तराखंड में पिछले वित्तीय वर्ष की अपेक्षा इस बार हो चुका 23.55 प्रतिशत अधिक खर्च, देखें तुलनात्मक विवरण
उत्तराखंड में पिछले विर्तीय वर्ष की अपेक्षा चालू वित्त वर्ष में करीब 23.55 प्रतिशत अधिक खर्च हो चुका है। ये खर्च विभिन्न मदों में किया गया है। अब विर्तीय वर्ष समापन पर है। उम्मीद है कि वर्ष 2021-22 वित्तीय वर्ष की तुलना में वर्ष 2022-2023 में और अधिक खर्च होगा और इसके चलते धरातल पर हुए काम भी नजर आएंगे। वित्त सचिव दिलीप जावलकर ने अब तक किए गए कुल खर्च का तुलनात्मक विवरण दिया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड के वित्त सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि वर्ष 2021-22 के अनंतिम अनुमानों के अनुसार कुल रु 7533.50 करोड़ का पूँजीगत परिव्यय हुआ था। कोषागार से प्राप्त आंकडों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2021-22 में 8 फरवरी 2022 तक रू 4985.12 करोड का पूँजीगत परिव्यय हुआ था। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष जल जीवन मिशन का केन्द्राश भी उक्त व्यय में सम्मिलित था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने बताया कि कोषागार से प्राप्त आकड़ों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2022-23 में 8 फरवरी 2023 तक कुल रु 5077.28 करोड़ का पूँजीगत परिव्यय हुआ है। इसमें जल जीवन मिशन परियोजना में 31 जनवरी, 2023 तक लगभग रू 1082 करोड़ केन्द्रांश के अन्तर्गत किया गया व्यय सम्मिलित नहीं है। इस प्रकार जल जीवन मिशन परियोजना को सम्मिलित करते हुए चालू वित्तीय वर्ष में कुल रु 6159.28 करोड़ का पूँजीगत परिव्यय हो गया है। जो इससे पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में रू 1174.16 करोड़ अर्थात 23.55 प्रतिशत अधिक है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि माह अक्टूबर 2022 तक पूँजीगत परिव्यय में गत वर्ष की तुलना में कम वृद्धि हो रही थी। इस क्रम में नियमित अन्तराल पर समीक्षा बैठक की गयी, जिसके कारण नवम्बर, 2022 के उपरान्त गत वर्ष की तुलना में पूँजीगत परिव्यय में गति आयी परिणामतयः 08 फरवरी 2023 तक गत वर्ष की तुलना में लगभग 23.55 प्रतिशत की वृद्धि हो गई है। यह भी उल्लेखनीय है कि राज्य के सार्वजनिक क्षेत्रों के उपक्रमों द्वारा भी पूँजीगत परिव्यय किया जाता है। यह राशि कोषागार के आकड़ों में परिलक्षित नहीं होती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पूँजीगत परिव्यय में वृद्धि का विवरण
ग्राम्य विकास: ग्राम्य विकास विभाग के अन्तर्गत गत रु 1097 करोड़ का व्यय हुआ था, जिसके सापेक्ष इस वित्तीय वर्ष में रु 1270 करोड का हो चुका है।
लोक निर्माण विभाग: लोक निर्माण विभाग के अन्तर्गत गत रु 710 करोड़ का व्यय हुआ था, जिसके सापेक्ष इस वित्तीय वर्ष मे रु 808 करोड के व्यय हो चुका है।
चिकित्सा शिक्षा: चिकित्सा शिक्षा विभाग के अन्तर्गत गत् रु 173 करोड़ का व्यय हुआ था, जिसके सापेक्ष इस वित्तीय वर्ष में रु 220 करोड़ का व्यय हो चुका है।
मुख्य सिंचाई तथा लघु सिंचाई: सिंचाई विभाग के अन्तर्गत गत् रु 128 करोड़ का व्यय हुआ था, जिसके सापेक्ष इस वित्तीय वर्ष मे रु 183 करोड़ का व्यय हो चुका है।
ऊर्जा विभाग: ऊर्जा विभाग के अन्तर्गत गत् रु 63.17 करोड़ का व्यय हुआ था जिसके सापेक्ष इस वित्तीय वर्ष में रु 151.32 करोड़ का व्यय हो चुका है।
न्याय विभाग: न्याय विभाग के अन्तर्गत गत रु 8.33 करोड़ का व्यय हुआ था, जिसके सापेक्ष इस वित्तीय वर्ष में रु 90.67 करोड़ का व्यय हो चुका है।
खेलकूद: खेलकूद विभाग के अन्तर्गत गत् रु 52 करोड़ का व्यय हुआ था, जिसके सापेक्ष इस वित्तीय वर्ष में रु 87.55 करोड़ का व्यय हो चुका है।
परिवहन: परिवहन विभाग के अन्तर्गत गत रु 0.88 करोड़ का व्यय हुआ था, जिसके सापेक्ष इस वित्तीय वर्ष में रु. 48.57 करोड़ का व्यय हो चुका है।
पंचायतीराज: पंचायतीराज विभाग के अन्तर्गत गत् रु 20 करोड़ का व्यय हुआ था, जिसके सापेक्ष इस वित्तीय वर्ष में रु 30 करोड़ का व्यय हो चुका है।
कृषि : कृषि विभाग के अन्तर्गत गत रु 14.77 करोड़ का व्यय हुआ था, जिसके सापेक्ष इस दितीय वर्ष में रु. 24.49 करोड़ का व्यय हो चुका है।
नागरिक उड्यन: नागरिक उड्यन विभाग के अन्तर्गत गत रु 12.98 करोड का व्यय हुआ था, जिसके सापेक्ष इस वित्तीय वर्ष में रु 18.73 करोड़ का व्यय हो चुका है।
आवास: आवास विभाग के अन्तर्गत गत वर्ष के सापेक्ष लगभग 14.69 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पीएम मोदी और परिवहन मंत्री का आभार
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भानियावाला-ऋषिकेश राष्ट्रीय राजमार्ग को 4-लेन बनाने के लिए 1036.23 करोड़ रुपये व बरेली-सितारगंज हाइवे के सुधार व उन्नयन कार्य की स्वीकृति दिए जाने के लिए प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन एवं नितिन गडकरी की कुशल कार्यक्षमता से कनेक्टिविटी के क्षेत्र में उत्तराखंड नए आयाम स्थापित कर रहा है।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।