हवा में उड़ रही है उत्तराखंड सरकार, केदारनाथ में हेलीकॉप्टर हादसे के लिए कौन है जिम्मेदारः लालचंद शर्मा

उन्होंने कहा कि पिछले 12 साल के भीतर केदारनाथ में सात हेलीकॉप्टर हादसे हो चुके हैं। इनमें अब तक 23 लोगों की जान जा चुकी है। इसके बावजूद राज्य सरकार ने इन सब घटनाओं से सबक नहीं किया। मुख्यमंत्री से लेकर विभागीय मंत्री तक चारधाम यात्रा को लेकर बड़े बड़े दावे कर रहे हैं, लेकिन नियम और कायदों के अनुरूप कोई भी यात्रा के संचालन की बात नहीं कर रहा है। सरकार का सिर्फ जोर इसी बात पर है कि किस तरह से चारधाम यात्रा में यात्रियों की आंकड़ा बढ़े। यात्रियों की सुरक्षा सबसे पहले होनी चाहिए। जिस पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लालचंद शर्मा ने कहा कि आज केदार घाटी में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में सात लोगों की मौत हो गई। सवाल ये है कि यदि केदारनाथ में मौसम खराब था तो वहां हेलीकॉप्टर उड़ने की इजाजत किसने दी। इसकी जांच होनी चाहिए। साथ ही जिम्मेदार के खिलाफ सात लोगों की हत्या का मुकद्दमा कायम कर सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए। सीएम ने मामले की जांच के आदेश दिए और सोशल मीडिया में ट्विट कर इतिश्री कर दी। वहीं, पर्यटन मंत्री दूसरे आयोजनों में मशगूल रहे। उन्होंने भी शोक संदेश देकर बाद में इतिश्री कर दी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा में निजी हेली कंपनियां पैसा कमाने की आपाधापी में लोगों की जान से खिलवाड़ कर रही हैं। साथ ही यात्रियों की जान जोखिम में डाली जा रही है। इसका दुष्परिणाम आज देखने को मिला, जिसमें सात लोगों की जान चली गयी। इस प्रकार की घटनाओं से उत्तराखंड की तीर्थ यात्रा व पर्यटन पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। सरकार को ऐसी घटनाओं के लेकर जिम्मेदारी तय करनी चाहिए। साथ ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।