उत्तराखंड में 65 हुई आपदा से मरने वालों की संख्या, 22 घायल, दो लापता, 60 मकान ध्वस्त
गौरतलब है कि 17 अक्टूबर की शाम से लेकर 19 अक्टूबर की शाम तक उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते काफी तबाही मची। अल्मोड़ा, चंपावत, बागेश्वर, नैनीताल, उधमसिंह नगर, पौड़ी, पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी जिले में फसल तबाह हो गई। कई मकान ध्वस्त हुए। भूस्खलन से 65 से अधिक लोगों की जान गई। हल्द्वानी में तो रेल की पटरी तक ध्वस्त हो गई। आपदा में सबसे ज्यादा जानमाल का नुकसान नैनीताल जिले में हुआ। कई सड़कें भूस्खलन से चलते ध्वस्त हो गई।
आपदा से अल्मोड़ा जिले में छह की मौत, दो घायल हुए। साथ ही 40 मकान ध्वस्त हुए। चंपावत जिले में 11 की मौत और चार घायल, दो मकान ध्वस्त हुए। बागेश्वर जिले में एक की मौत, नैनीताल जिले में 35 की मौत, पांच घायल और दो मकान ध्वस्त, उधमसिंह नगर जिले में दो की मौत, तीन घायल और एक मकान ध्वस्त, पौड़ी जिले में तीन की मौत, दो घायल, पिथौरागढ़ जिले में तीन की मौत, दो घायल, चमोली जिले में एक की मौत, चार घायल, दो लापता, 15 मकान ध्वस्त, उत्तरकाशी जिले में तीन की मौत हुई है।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।