उत्तराखंड कांग्रेस ने निकाली अंकिता भंडारी न्याय यात्रा, गांधी पार्क पर दिया धरना

उत्तराखंड कांग्रेस ने आज राजधानी देहरादून में अंकिता भंडारी न्याय यात्रा निकाली। मसूरी विधानसभा क्षेत्र तथा महानगर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के की ओर से प्रदेश महामंत्री गोदावरी थापली और महानगर अध्यक्ष डॉ जसविन्दर सिंह गोगी की अध्यक्षता में निकाली गई यात्रा के समापन में गांधी पार्क पर कांग्रेसियों ने धरना भी दिया। इस यात्रा मे नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि, महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी एवं कई कार्यकर्ता शामिल हुए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भारत जोड़ो न्याय यात्रा की तर्ज पर निकाली गई अंकिता भंडारी न्याय यात्रा का प्रारंभ हाथीबड़कला चौक से हुआ तथा समापन गांधी पार्क पर किया गया। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि जिस तरह राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा उन लोगों को समर्पित है, जिनके साथ अन्याय हो रहा है, उसी तरह आज की यह यात्रा भी उत्तराखंड की बेटी अंकिता भण्डारी को समर्पित है। उसे भी न्याय नहीं मिल सका है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा समाज के उन लोगों को समर्पित है तो अन्याय से पीड़ित हैं। उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड ने अपराधियों और सत्ताधारियों के बीच संबंध को उजागर किया है। भाजपा की सरकार में अब शांत पहाड़ों में बेटियां सुरक्षित नहीं रह गयी हैं। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का भाजपा का नारा खोखला है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
महानगर अध्यक्ष डॉक्टर जसविंदर सिंह गोगी ने कहा कि महिलाओं के संघर्ष और त्याग से उत्तराखंड प्रदेश का गठन क्या यही दिन देखने के लिये किया गया था कि एक बेटी को उसके प्रदेश में न्याय न मिल सके। क्योंकि हत्यारे प्रभावशाली लोग और सत्ता पक्ष से जुड़े हैं, इसलिए अंकिता के साथ न्याय नहीं हो पा रहा है। अंकिता के लिए न्याय की मांग को मुखर करने और सरकार के दोहरे चरित्र को उजागर करने के लिए ही आज की न्याय यात्रा आयोजित की जा रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर प्रदेश महासचिव गोदावरी थापली है ने कहा कि भाजपा की कथनी करनी में जमीन आसमान का फर्क है। एक तरफ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बात करते हैं दूसरी तरफ भाजपा शासन में महिलाओं के विरुद्ध अपराध में भयंकर वृद्धि हुई है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार उत्तराखंड में 2022 में महिलाओं के खिलाफ 26 प्रतिशत मामले बढ़े हैं। उत्तराखंड ऐसे अपराधों में देश मे सर्वाधिक वृद्धि वाले राज्यों में से रहा। अंकिता को न्याय देने के स्थान पर धामी सरकार न्याय के पैरोकारी कर रहे लोगों को धमका रही है। न्याय के लिए जारी इस लड़ाई में कांग्रेस अंकिता के परिवार के साथ है और इसी संदेश को देने के लिए आज की यात्रा का आयोजन किया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
यात्रा में मुख्य रूप से महिला प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला, मनीष नागपाल, महेन्द्र सिंह नेगी, सुरेन्द्र रावत, सोनिया आनंद, ब्लॉक अध्यक्ष मोहन थापली, अमित गुप्ता, विकास राज, महादेव भट्ट, उर्मिला थापा, प्रदीप डोभाल, अनिल बस्नेत, मेघ सिंह कंडारी, महेश चंद, वसीम ख़ान, दुर्गा राई, दीप चौहान, राजेश पुंडीर, अभिषेक तिवारी, सागर लामा, अनूप कुमार, वीरेंद्र पवार, आलोक मेहता, भूपेन्द्र नेगी, फ़ैसल, पूनम कंडारी, अबदेश कटारिया, सलीम अंसारी, पवन खरोला, अनूप सक्सेना, उद्धवीर, मनोज बिल्जवान, मुकेश बंगवाल, अंकित थापा, ममता, नंदा, राजू गुरुंग, बिमल, गणेश बाबू, राकेश खरोला, कपिल चौधरी, सोनू बिष्ट, सुभाष थापा, डीबी क्षेत्री आदि सम्मिलित हुए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अंकिता भंडारी हत्याकांड
बता दें कि पौड़ी जिले के यमकेश्वर प्रखंड के अंतर्गत गंगा भोगपुर स्थित रिसोर्ट से 18 सितंबर 2022 की रात से संदिग्ध परिस्थितियों में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी लापता हो गई थी। पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि हत्या कर उसका शव चीला नहर में फेंक दिया गया था। इस मामले में रिसोर्ट मालिक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी पुलकित आर्य पूर्व बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री विनोद आर्य का बेटा है। पुलकित आर्य रिजॉर्ट का मालिक है। विनोद आर्य और उनके दूसरे बेटे अंकित आर्य को बीजेपी ने निष्कासित कर दिया था। इस मामले में चर्चा ये भी रही कि किसी वीआईपी को खुश करने के लिए अंकिता पर दबाव बनाया जा रहा था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अंकिता की मां ने मचाई खलबली
अंकिता भंडारी के परिजनों ने उसकी हत्या के सवा साल बाद आरोप लगाया कि हत्याकांड में जिस वीआईपी की बात हो रही है, वह भाजपा और आरएसएस का बड़ा नेता है। इस संबंध में अंकिता की मां का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इसमें वह वीआईपी के नाम का खुलासा कर रही हैं। हालांकि, इस मुद्दे पर कांग्रेस लगातार आंदोलन कर न्यायिक जांच या सीबीआई से जांच की मांग कर रही थी। वहीं, अब नाम उजागर होने पर कांग्रेस ने आंदोलन तेज करने की रणनीति बनाई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।