राहुल गांधी को दो साल की सजा के विरोध में उत्तराखंड कांग्रेस ने किए प्रदर्शन, दून में पूर्व सीएम सहित कई गिरफ्तार
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को मानहानि के दोषी पाते हुए दो साल साल की सजा के विरोध में प्रदेश भर में कांग्रेस के नेताओं ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। दून में प्रदर्शन के दौरान उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह समेत काफी संख्या में कांग्रेसी नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है प्रकरण
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 2019 में दर्ज ‘मोदी सरनेम’ वाले आपराधिक मानहानि के मामले में गुजरात के सूरत की जिला कोर्ट ने आज दोषी करार दे दिया है। साथ ही उन्हें दो साल की सजा सुनाई गई और हाथों हाथ बेल भी दे दी गई है। साथ ही उन्हें कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ 30 दिन की अपील का समय दिया गया है। राहुल गांधी ने कोर्ट में साफ कहा कि मैं माफी नहीं मांगूंगा। यह मामला राहुल गांधी की ओर से दिए गए ‘मोदी उपनाम’ संबंधी टिप्पणी से जुड़ा है। राहुल के खिलाफ यह मामला उनकी उस टिप्पणी को लेकर दर्ज किया गया है, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा था-क्यों सभी चोरों का समान उपनाम मोदी ही होता है? इस मामले में जब फैसला सुनाया गया, तब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सूरत जिला न्यायालय में मौजूद रहे। इससे पहले उन्होंने कहा था कि कोई उन्हें जो सजा देगी, वो उन्हें मंजूर होगी। इस फैसले के साथ ही राहुल गांधी की संसद सदस्यता पर भी तलवार लटकने लगी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किए प्रदर्शन
फैसले से असहमति जताते हुए उत्तराखंड कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से प्रदेश भर में प्रदर्शन किए गए। प्रदेश मुख्यालय देहरादून में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष विधायक चकराता प्रीतम सिंह, पूर्व काबीना मंत्री नवप्रभात, शूरवीर सिंह सजवाण सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के पक्ष में नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। करीब डेढ़ घंटे चले इस प्रदर्शन के बाद जैसे ही न्यायालय का फैसला आया, कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पडा और उन्होनें सड़कों पर कूच कर दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कार्यकर्ताओं ने हाथों में राहुल गांधी जिंदाबाद की तख्तियां पकडी हुयी थी। कार्यकर्ताओं ने घंटाघर पर आधे घंटे तक धरना देकर चक्का जाम भी किया। इस दौरान जबरन नेताओं को हिरासत में लेते हुए पुलिस के वाहन में बैठाया गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस में जबरदस्त नोकझोंक भी हुई। नेता एवं कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करके पुलिस लाईन ले जाया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं सीडब्ल्यूसी के सदस्य हरीश रावत ने कहा कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार का सबसे बड़ा हमला है। राहुल गांधी ने जो देश में चल रहा है जो देश की राजनीति में घटित हो रहा है, उन्हीं बातों पर चर्चा की हैं। रावत ने कहा कि सूरत में दर्ज मुकदमा पुराना है, परन्तु राहुल गांधी की भारत जोडों यात्रा की अपार सफलता से भयभीत भारतीय जनता पार्टी राजनीतिक बदले की भावना से राहुल गांधी का उत्पीड़न कर रही है। उनके ऊपर तमाम तरह के मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं, जिसको कांग्रेस का कार्यकर्ता बर्दाश्त नहीं करेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हरीश रावत ने कहा कि हर मौके पर कांग्रेस का कार्यकर्ता राहुल गांधी के साथ खड़ा रहेगा, सत्य और अहिंसा काग्रेस कार्यकर्ता के संस्कारों में है। भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार इस अलोकतांत्रिक तरीके से कांग्रेस के नेताओं को परेशान करने का काम करेगी तो निश्चित रूप से कांग्रेस के कार्यकर्ता पूरे देश में जेल भरो आंदोलन चलाएंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि यह घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और ऐसी घटनाओं के लिए लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जी ने व्यक्ति विशेष के लिए बात नहीं कही है, लेकिन जिस तरह का राजनीतिक घटनाक्रम विगत के वर्षों में इस देश में घटित हुआ है। जो देश में हो रहा है, चाहे विदेशों में भारत की प्रतिष्ठा को गिराने की बात हो या देश में राजनीतिक बदले की भावना से विपक्षी दल के नेताओं पर तमाम तरह के मुकदमे दर्ज हो रहे हैं। ईडी और इनकम टैक्स द्वारा कांग्रेस के नेताओं को और विपक्षी नेताओं को चुन चुन कर परेशान किया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड कांग्रेस की अनुशासन समिति के अध्यक्ष नवप्रभात ने कहा कि भारत विषमताओं का देश है, विशाल देश है और लोकतांत्रिक देश है। यहां पर संविधान ने हमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता दी है। आज सरकार के खिलाफ बोलना या आरोप लगाना अपराध की श्रेणी में आ गया है। अगर कोई व्यक्ति सरकार के खिलाफ बोलता है तो उसके खिलाफ केंद्र सरकार के इशारे पर तमाम गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया जाता है। नवप्रभात ने कहा कि मोदी सरकार संविधान विरोधी काम कर रही है। इस सरकार के खिलाफ हम सबको मिलकर आंदोलन करना होगा। नवप्रभात ने कहा कि इस सरकार का मुकाबला एकजुटता के साथ करना होगा। इस सरकार की जनविरोधी नीतियों को पर्दाफाश करना होगा और जनता के बीच में जाकर जिस तरह से सरकार नेताओं का उत्पीड़न कर रही है उसका भंडाफोड़ करना होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये रहे प्रदर्शन में शामिल
इस अवसर पर विधायक ममता राकेश, फुरकान अहमद, विक्रम नेगी, रवि बहादुर, वीरेन्द्र जाति, अनुपमा रावत, पूर्व काबीना मंत्री राजेन्द्र भण्डारी, उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी, सूर्यकांत धस्माना, मीडिया प्रभारी पीके अग्रवाल, मुख्य प्रवक्ता गरिमा माहरा दसौनी, अमरजीत सिंह, पूरन रावत, महानगर अध्यक्ष डॉ जसविंदर सिंह गोगी, पूर्व विधायक राजकुमार, युवा कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर युवा कांग्रेस प्रभारी अभव्या चौहान , सेवादल अध्यक्ष हेमा पुरोहित, गोदावरी थापली, महेन्द्र नेगी, धर्म सिंह पंवार, शीशपाल बिष्ट, सुनील राठी, दर्शन लाल, विशाल मौर्य, विकास नेगी, मनीष नागपाल, वीरेन्द्र पोखरियाल, जयेन्द्र रमोला, लालचंद शर्मा, राजेन्द्र शाह मानवेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र रांगड, राजेश चमोली, शान्ति रावत, आशा मनोरमा डोबरियाल, लक्ष्मी अग्रवाल, राकेश नेगी, पार्षद अर्जुन सोनकर, अनुप कपूर, इलियास अंसारी, संगीता गुप्ता, उर्मिला थापा, याकुब सिद्धिकि, रीता पुष्पावाण, नजमा खान, दीप बोहरा, शशि सेमवाल, सोनिया आनन्द, पुष्पा पंवार, मनमोहन शर्मा, मंजू त्रिपाठी, सावित्री थापा, महानगर अध्यक्ष ओबीसी विभाग देहरादून मनीष वर्मा, आयुष नेहरा, अनुराधा तिवारी, मंजू, मोहन काला, दिनेश कौशल, अनुप पासी, अनिल नेगी, सोनू हसन, कमल रावत, अमन कुमार, प्रवीन शाह, सूरज क्षेत्री आदि उपस्थित रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कुमाऊं मंडल के हल्द्वानी में भी कार्यकर्ताओं ने भारी संख्या में धरना प्रदर्शन किया। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल, विधायक सुमित हृदयेश, पूर्व विधायक संजीव आर्य, हेमेश खर्कवाल, जिला अध्यक्ष राहुल छिम्वाल मौजूद रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
यशपाल आर्य ने की निंदा
उत्तराखंड में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि केंद्र सरकार गैर भाजपाई राजनीतिक दलों के नेताओं पर केंद्रीय जांच एजेंसियों सीबीआई, ईडी आदि का गलत इस्तेमाल कर देश में लोकतंत्र को समाप्त करना चाहती है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस की शीर्ष नेता सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को मानसिक रूप से परेशान करने के लिए ईडी द्वारा घंटों पूछताछ की गयी। आर्य ने कहा कि केन्द्र सरकार की संस्थाओं के इस कदम को असंवैधानिक व दबावपूर्वक कार्यवाही बताया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आर्य ने कहा कि इन कार्यवाहियों से जांच एजेंसी की साख खराब हो रही है। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि , संबैधानिक और जांच संस्थाओं के दुरुपयोग से देश में 70 साल से बचे लोकतंत्र पर पिछले 8 साल में में बहुत चोट पंहुची है। आर्य ने कहा कि पिछले कुछ सालों से केंद्र की भाजपा सरकार को देश के जिस भी राज्य में विपक्षी दल मजबूत नजर आते हैं वँहा सीबीआई- ईडी का दबाव डालकर या तो सत्ता परिवर्तन कर देती है या सरकारों को गिरा देती है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 2014 के बाद अब तक सीबीआई ने जितने भी केस दर्ज कराए हैं , उसमें 95 प्रतिशत सिर्फ विपक्षी दलों के नेताओं के विरुद्ध हैं। इस दौरान मोदी सरकार के दौरान ईडी ने 3000 से अधिक तक जगहों पर रेड मारी है । इनमें से अधिकांश विपक्षी नेताओं पर की गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
यशपाल आर्य ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि, ईडी ने जितने भी केस दर्ज किए उनमें से वह केवल मात्र 0.05 प्रतिशत मामलों में ही सजा करवा पायी है। उन्होंने कहा इससे निष्कर्ष निकलता है कि अदालत में लगभग सभी केस फर्जी साबित हुए । नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अभी तक सरकारों को गिराने, सरकारों को बदलने के लिए जांच एजेंसियों का प्रयोग करने वाली भाजपा की केंद्र सरकार अब देश के ज्वलंत मुद्दों और आम जनमानस जी आवाज़ उठाने वाले नेताओं के विरुद्ध भी सीबीआई, ईडी और पुलिस का प्रयोग कर रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने इसे केंद्र सरकार द्वारा लोकतंत्र को अपमानित करने का प्रयत्न बताया। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि , राजनीतिक प्रतिशोध और सियासी विरोधियों को परेशान करने वाली हर कार्यवाही का कांग्रेस का हर सिपाही पूरा जबाब देगा । उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आवाह्न किया कि , “वे देश का लोकतंत्र बचाने के लिए किसी भी हद तक संघर्ष के लिए तैयार रहें।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।