उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा पहुंचे सिलक्यारा, राहत कार्यों का लिया जायजा, बोले- घटना से सबक लेना जरूरी
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष करन माहरा आज उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों के लिए चलाए जा रहे रेक्स्यू की जमीनी हकीकत की पड़ताल के लिए घटनास्थल पहुंचे। उनके साथ पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण, मालचंद, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजलवाण सहित कांग्रेस के कई अन्य नेता भी थे। उन्होंने सिलक्यारा सुरंग हादसा स्थल पहुंच कर किए जा रहे राहत व बचाव कार्यों का जायजा लिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस दौरान उन्होंने राहत बचाव कार्य मे लगे कार्मिकों, प्रशासनिक अधिकारियों व श्रमिकों के परिजनों से मुलाक़ात की। कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा कहा कि सरकार की गैर जिम्मेदारी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रभावित क्षेत्र मे जिले के प्रभारी मंत्री 10 दिन बाद दर्शन देने आ रहे हैं। इन्होने पहाड़ों मे सुरंग निर्माण को अवैधानिक बताते हुए चकहा कि पहले जोशीमठ और अब सिल्क्यारा में हादसा हुआ। ऐसी घटनाओं से सबक लेने की जरूरत है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस दौरान पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने 11 दिन बाद भी फंसे 41 श्रमिकों के बाहर न निकाल पाने पर सरकार के प्रयासों पर सवाल खड़े किये। उन्होंने कहा कि इस वक्त हमारी भी प्राथमिकता सर्वप्रथम श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालना है। तत्पश्चात सरकार की कार्रवाई पर जो कमियां हैं, उन सवाल जरूर खड़े करेंगे। उन्होंने कहा कि यहां केंद्रीय मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री और सरकार के आला अधिकारियों के दौरे हुए। खेद इस बात का है कि आज 11 दिन बाद भी श्रमिक अंदर ही फंसे है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस दौरान पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण, मालचंद, दीपक बिजलवाण आदि नेताओं ने सुरंग मे फंसे 41 श्रमिकों को जल्द से जल्द बाहर निकालने की बात कही। उन्होंने सकुशल रेस्क्यू उपरान्त सुरंग निर्माण के दौरान निर्माण एजेंसी द्वारा सुरक्षात्मक उपायों की अनदेखी किये जाने के कारण हुए हादसे के दोषियों पर कार्रवाई किये जाने की मांग की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है घटनाक्रम
गौरतलब है कि जनपद उत्तरकाशी के यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरासू एवं बड़कोट के मध्य सिल्क्यारा के समीप लगभग 4531 मीटर लम्बी सुरंग का निर्माण हो रहा है। इसमें सिल्क्यारा की तरफ से 2340 मीटर तथा बड़कोट की तरफ से 1600 मीटर निर्माण हो चुका है। इसमें 12 नवम्बर 2023 की सुबह सिल्क्यारा की तरफ से लगभग 270 मीटर अन्दर लगभग 30 मीटर क्षेत्र में ऊपर से मलबा सुरंग में गिर गया था। इसमें 41 व्यक्ति फँस गए। उसी दिन से श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चल रहा है। हालांकि, अभी तक इसमें सफलता नहीं मिल पाई है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।