उत्तराखंडः आरक्षण की स्थिति साफ होने पर कांग्रेस में दावेदारों में होड़, यूथ कांग्रेस नेता प्रियांश ने मेयर पद पर किया दावा

उत्तराखंड में नगर निकाय चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। आरक्षण नियमावली को मंजूरी मिलने के बाद शहरी विकास निदेशालय की ओर से तैयार नगर निगम के महापौर, नगर पालिका और नगर परिषद के अध्यक्ष पदों पर आरक्षण के प्रस्ताव को लेकर अनंतिम अधिसूचना जारी कर दी गई। इसके साथ ही राजनीतिक दलों में विभिन्न पदों के लिए दावेदारी आरंभ हो गई है। देहरादून में मेयर पद के लिए पिछले कई माह से दावेदार सक्रिय हैं। वे वार्ड वार्ड जाकर लोगों से जनसंपर्क कर रहे हैं। साथ ही बीजेपी के नगर निगम बोर्ड में 15 साल के कार्यकाल को लेकर सियासी हमला कर रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस में दावेदारों की लंबी सूची
देहरादून नगर निगम में मेयर पद के लिए कांग्रेस के दावेदारों की सूची लगातार बढ़ती जा रही है। दावेदार काफी समय से बीजेपी के नगर निगम में 15 साल, जनता बेहाल, अभियान के तहत फील्ड में सक्रिय हैं। कभी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के चलते शहर में बढ़ रही समस्या हो, या फिर सड़क, नाली, सफाई, पथ प्रकाश आदि को लेकर दावेदारों ने बीजेपी पर पिछले काफी समय से हमले तेज कर रखे हैं। अब दावेदारों में यूथ कांग्रेस के नेता प्रियांश छाबड़ा का नाम भी जुड़ गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रियांश ने प्रदेश अध्यक्ष को दिया आवेदन
उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को युवक कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री संगठन प्रियांश छाबड़ा ने देहरादून मेयर पद के लिए आवेदन देकर अपनी दावेदारी प्रस्तुत की। उनका कहना है कि उन्होंने अपनी दावेदारी के साथ-साथ पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा और शहर के विकास के लिए अपने विज़न को भी प्रदेश अध्यक्ष से साझा किया। उन्होंने कहा कि यह मेरा प्रयास रहेगा कि देहरादून को एक स्वच्छ, सुरक्षित और विकसित शहर बनाया जाए। जहां हर वर्ग का सम्मान हो और उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। कांग्रेस पार्टी के सिद्धांतों और नेतृत्व पर विश्वास करते हुए मैं शहरवासियों की सेवा करने का संकल्प लेता हूँ। इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेसी भी मौजूद रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रियांश छाबड़ा और कांग्रेस
25 वर्षीय देहरादून निवासी प्रियांश छाबड़ा बीएससी, एलएलबी हैं। वर्ष 2017 में उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन की। वर्ष 2018 में वार्ड सचिव, फिर ब्लॉक महासचिव, 2019 से लेकर 2022 तक वह जिला महासचिव, मसूरी विधान सभा इंचार्ज भी रहे। 2022 में वह यूथ कांग्रेस के चुनावों में पांच हजार वोट लेकर प्रदेश महासचिव बने और 2023 में उन्हें यूथ कांग्रेस में प्रदेश महामंत्री संगठन की जिम्मेदारी दी गई। इसके साथ ही वह सरकार की जनविरोधी नीतियों, प्रदेश और जिले की समस्याओं के विरोध में सक्रिय रहे। इसके लिए धरने, प्रदर्शन और अन्य माध्यम से आवाज उठाई। साथ ही राजनीतिक गतिविधियों के साथ ही सामाजिक गतिविधियों में वह सक्रिय रहे। कोरोनाकाल में उन्होंने राशन वितरण, प्रभावितों को आर्थिक मदद, सोनिया किचन चलाकर लोगों को मुफ्त भोजन आदि की व्यवस्था की। इन्हीं आधार पर उन्होंने मेयर पद पर टिकट के लिए दावेदारी की है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नगर निगमों में आरक्षण की सूची
नगर निगम, देहरादून: अनारक्षित
नगर निगम, ऋषिकेश: अनुसूचित जाति
नगर निगम, हरिद्वार: अन्य पिछड़ी जाति (महिला)
नगर निगम, रुड़की: महिला
नगर निगम, कोटद्वार: अनारक्षित
नगर निगम, श्रीनगर: अनारक्षित
नगर निगम रुद्रपुर: अनारक्षित
नगर निगम, काशीपुर: अनारक्षित
नगर निगम, हल्द्वानी: अन्य पिछड़ी जाति
नगर निगम, पिथौरागढ़: महिला
नगर निगम, अल्मोड़ा: महिला
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