Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

September 25, 2024

सुभाष जयंती पर उत्तराखंड के सीएम ने निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को किया पुरस्कृत, ग्राफिक एरा में रक्तदान

1 min read
उत्तराखंड में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती राष्ट्रीय युवा चेतना दिवस के रूप में मनाई गई। इस मौके पर विभिन्न संगठनों व शिक्षण संस्थाओं की ओर से कार्यक्रम आयोजित किए गए।

उत्तराखंड में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती राष्ट्रीय युवा चेतना दिवस के रूप में मनाई गई। इस मौके पर विभिन्न संगठनों व शिक्षण संस्थाओं की ओर से कार्यक्रम आयोजित किए गए। मुख्यमंत्री ने निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया। वहीं ग्राफिक एरा डीम्ड विश्वविद्यालय में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।


मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता दर्शन हॉल में उच्च शिक्षा विभाग की ओर से राष्ट्रीय युवा चेतना दिवस एवं नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रस्कृत किया एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किए।


इस प्रतियोगिता में प्रथम तीन विजेताओं को क्रमशः 01 लाख, 75 हजार एवं 50 हजार रूपये की धनराशि का चेक दिया गया। राज्य स्तर पर निबंध प्रतियोगिता में डीडब्ल्यूटी कॉलेज की बीएड की छात्रा सौम्या ने प्रथम, डीएवी पीजी कॉलेज के छात्र उज्जवल शर्मा ने द्वितीय एवं बाल गंगा महाविद्यालय सैन्दूल कैमर की छात्रा अंजलि मंमगई ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।


युवा कल्याण विभाग की ओर से ‘नेताजी सुभाष चन्द्र बोस युवाओं की प्रेरणा’ विषय पर राज्य स्तरीय भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें देहरादून के गौतम खट्टर ने प्रथम, अल्मोड़ा की हिमानी दुर्गापाल ने द्वितीय एवं नैनीताल के रोहित सिंह रावत एवं हरिद्वार की कुमारी अक्षी गौड़ ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि शीघ्र ही राज्य में युवा आयोग का गठन किया जायेगा। ताकि हमारे युवा क्या सोचते हैं, अपने लक्ष्यों को पूरा करने की उनकी क्या आकांक्षायें हैं। इसका स्पष्ट रोड मेप तैयार हो सके। उन्होंने कहा कि आज के युवा हर क्षेत्र में अपडेट हैं। वे अपनी आकांक्षाओं को पूर्ण कर स्वयं के भाग्य विधाता बन सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी जो वीर गाथायें तथा समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है उसे हमारे विश्वविद्यालयों को आगे बढ़ाना होगा। ताकि हमारी भावी पीढ़ी अपनी संस्कृति से जुड़े तथा देश व दुनिया को भी इसकी जानकारी हो सके।


मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। भारत सरकार ने उन्हें जो सम्मान दिया है वह सराहनीय है। वे सच्चे अर्थों में देश के सच्चे सपूत थे। इसी प्रकार स्वामी विवेकानन्द ने तमाम देशों का भ्रमण कर लोगों को भारत की संस्कृति से परिचित कराया। अमेरिका में उनका संबोधन भारत की वैश्विक सांस्कृतिक एकता की पहचान बना। वे सच्चे अर्थों में हमारे सांस्कृतिक गुरू थे।
उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा चेतना दिवस से 23 जनवरी तक युवा चेतना और ऊर्जा में नवीन प्रवाह गतिमान करने के उद्देश्य से युवा पखवाड़ा का आयोजन किया गया। इसमें उच्च शिक्षा विभाग एवं युवा कल्याण विभाग की ओर से अनेक कार्यक्रम आयोजित किये गये। स्वामी विवेकानन्द जी के विचारों की उत्तराखंड राज्य में प्रासंगिकता, विषय पर राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता में कुल 5229 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इस पखवाड़े में 1005 रक्तदाताओं द्वारा 545 यूनिट रक्तदान किया गया।
मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द जी ने सनातन धर्म की संस्कृति एवं उच्च आदर्शों का परिचय विश्वभर में कराया। उन्होंने भारतीय संस्कृति एवं परंपराओं का व्यापक स्तर पर प्रसार किया। नेताजी सुभाषचन्द्र बोस ने राष्ट्र को स्वतंत्र कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनमें साम्प्रदायिक एकता एवं सबको साथ लेकर चलने की भावना थी।
इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी साधू सिंह बिष्ट ने अपने विचार व्यक्त किये। स्वामी नरसिम्हानन्द ने स्वामी विवेकानन्द के जीवन दर्शन एवं प्रो. संजय कुमार ने श्री सुभाष चन्द्र बोस के जीवन दर्शन के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में मेयर श्री सुनील उनियाल गामा, विधायक सुरेन्द्र सिंह नेगी, उच्च शिक्षा उन्नयन परिषद की उपाध्यक्ष दीप्ति रावत भारद्वाज, उच्च शिक्षा निदेशक डॉ कुमकुम रौतेला, प्रो. एच. सी. पुरोहित, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।


ग्राफिक एरा में 236 यूनिट रक्तदान
ग्राफिक एरा में आयोजित रक्तदान शिविर में आज 236 छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने खून देकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मनाई। इस अवसर पर ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. कमल घनशाला ने कहा कि ग्राफिक एरा बेहतरीन इंसान के रूप में कामयाब प्रोफेशनल तैयार करता है। सामाजिक सरोकारों से जुड़ाव और दूसरे के दुख दर्द बांटने का यह जज्बा युवाओं को एक गौरवशाली पहचान देता है।
ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में आयोजित रक्तदान शिविरों में रक्तदान करने वालों में छात्राओं और शिक्षकों व स्टाफ ने भी बहुत उत्साह से भागीदारी की। यूनिवर्सिटी के केपी नौटियाल ब्लॉक में आज सुबह ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. कमल घनशाला ने उच्च शिक्षा उप निदेशक डॉ आनंद सिंह नौटियाल के साथ रक्तदान शिविर का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि नई खोजों, बेहतरीन प्लेसमेंट और दुनिया की नई टेक्नोलॉजी पर आधारित उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा के साथ ही छात्र-छात्राओं में नेतृत्व क्षमता का विकास और उन्हें मानवीय मूल्यों से जोड़ना ग्राफिक एरा की पहचान बन गया है।


इस अवसर पर ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ राकेश कुमार शर्मा ने कोरोना काल में विश्वविद्यालय की ओर से लोगों को संक्रमण से बचाने और किसी को भूखा न रहने देने के लिए चलाए गए अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि शिक्षा युवाओं को दुनिया की आवश्यकताओं से जोड़ती है।
इसके बाद उच्च शिक्षा विभाग के उप निदेशक डॉ. आनंद सिंह उनियाल ने ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में रक्तदान शिविर का उद्घाटन किया। डॉ. उनियाल ने रक्तदान करने से होने वाले फायदों का उल्लेख करते हुए कहा कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए रक्तदान बहुत आवश्यक है। रक्तदान करने वालों के शरीर में ताजा खून बनता रहता है और इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।


ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में 125 छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और स्टाफ ने रक्तदान किया। यह रक्त दुर्घटनाओं में घायल लोगों और जरूरतमंद रोगियों को मदद के लिए महंत इंद्रेश अस्पताल के ब्लड बैंक को दिया गया। ग्राफिक एरा हिल यूनवर्सिटी में 111 यूनिट रक्तदान किया गया। हिल यूनिवर्सिटी में आईएमए ब्लड बैंक ने रक्त लिया। इस विश्वविद्यालय में सबसे पहले कुलपति डॉ संजय जसोला ने रक्तदान किया।
कोरोना के बाद हाल ही में प्रैक्टिकल के लिए खुले विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं की संख्या अभी कम होने के बावजूद रक्तदान को लेकर छात्र-छात्राओं में काफी उत्साह था। छात्राओं ने भी काफी संख्या में रक्तदान किया। इस अवसर पर ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. आर सी जोशी, ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. संजय जसोला, रक्तदान शिविर में ग्राफिक एरा एलुमिनाई एसोसिएशन के डॉ. राजेश पोखरियाल, डॉ सचिन घई, अनिल देसाई, मयंक नौटियाल समेत तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे।


अनिल ने 32वीं बार खून दिया
ग्राफिक एरा के रक्तदान शिविर में खून देने वाले कई अधिकारी और शिक्षक रक्तदान की जीवंत मिसाल बन गये हैं। आज ऐसे कई लोगों ने इन शिविरों में रक्तदान किया, 30 या इससे अधिक बार खून दे चुके हैं। ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट रजिस्ट्रार अनिल चौहान ने आज 32वीं बार रक्तदान किया। मैनेजमेंट के शिक्षक डॉ. एम पी सिंह ने 30वीं बार, प्लेसमेंट प्रभारी व एलुमिनाई डॉ. राजेश पोखरियाल ने 25वीं बार, कार्तिकेय रैन ने और ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के आदित्य हरबोला ने 21 वीं बार रक्तदान किया। एलुमिनाई व शिक्षिका आकृति ढौंढियाल और सुहेल विज ने 14वीं बार रक्तदान किया।


नेताजी के योगदान को नहीं भुलाया जा सकता
देवभूमि दुग्ध व्यापार संघ देहरादून की ओर से आयोजित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती समारोह में मुख्य अतिथि एवं राज्य सभा सदस्य नरेश बंसल ने कहा नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। तत्कालीन परिस्थितियों में षड़यंत्रों के शिकार रहे नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का जितना सम्मान होना चाहिए था, नेताजी को जो स्थान मिलना चाहिए था हमारे देश में नहीं मिला।
उन्होंने हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश में नेताजी की 125 वीं जयंती दिवस को पराक्रम दिवस के रूप में घोषित किया। प्रधानमंत्री नेताजी के जन्म स्थल कार्यस्थल पर जाकर श्रृद्धा सुमन अर्पण किए। इसी प्रकार देवभूमि दुग्ध व्यापार संघ की ओर से समारोह में आजाद हिंद फौज के तीन अमर सेनानियों के उत्तराधिकारियों में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आजाद हिंद फौज के कैप्टन स्व. नत्थी सिंह कण्डारी के उत्तराधिकारी भूपेन्द्र सिंह कण्डारी, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आजाद हिंद फौज के सुबेदार मेजर स्व. दर्शन सिंह नेगी के उत्तराधिकारी त्रिमूर्ति सिंह नेगी तथा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आजाद हिंद फौज के कैप्टन स्व. नारायण सिह नेगी के उत्तराधिकारी संजीव नेगी जी का पुष्प माला, पटका और स्मृति चिह्न से सम्मान किया गया।


इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे जी कंडवाल रजिस्टार एवं जिला खाद्य अधिकारी ने सरकार द्वारा प्राप्त किए जा रहे प्रयासों की जानकारी व्यापार संघ को प्रदान करते हुए शासन स्तर से सहयोग देने का आश्वासन दिया। समारोह में देवभूमि दुख व्यापार संघ के मुख्य संरक्षक एवं संस्कार भारती के प्रांत संगठन मंत्री रोशनलाल अग्रवाल ने सभी अतिथियों का परिचय कराते हुए तथा आज उनकी भूमिका से अवगत कराया।
समारोह विशेष अतिथि एवं पार्षद राकेश पंडित ने राष्ट्र भक्ति की कविता प्रस्तुत करके सभी का मन मोह लिया। समारोह में देवभूमि उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध किशोर कुमार और मोहम्मद रफ़ी कहीं जाने वाले पीयूष निगम ने देशभक्ति के गीत प्रस्तुत करके सभी का मन मोह लिया। संचालन देवभूमि व्यापार संघ के संरक्षक एवं समाजसेवी योगेश अग्रवाल ने किया।


समारोह में संस्था के अध्यक्ष जितेंद्र कंबोज, कोषाध्यक्ष संदीप कंबोज, महामंत्री नरेंद्र मलिक, उपाध्यक्ष देवेंद्र रावत व मनीष कुमार, सह मंत्री रवि राज, सलाहकार मैन पालम रवी किरण, डॉक्टर ताराचंद गुप्ता, सरदार तनवीर सिंह, डॉ सुनील अग्रवाल, मोती दीवान, मयंक शर्मा, विजय शर्मा, हंसराज, रघुवर दास, नेताजी सुभाष चंद्र बोस संघर्ष समिति से अरविंद गुप्ता, राम सिंह कश्यप, माया जोशी, इंदु बडोनी, मुकेश पंडित आदि ने शिरकत की।

Website | + posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *