उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास का निधन, बंद हुए सरकारी कार्यालय और बैंक, 28 अप्रैल तक राजकीय शोक
उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास का लंबे समय से चली आ रही बीमारी की वजह से आज बुधवार को निधन हो गया। तबीयत बिगड़ने पर उन्हें बागेश्वर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उन्होंने अंतिम सांस ली है। उनके निधन की खबर से पार्टी सहित पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने गहरा दुख जताया। उन्होंने ट्विट किया किमंत्रिमंडल में मेरे वरिष्ठ सहयोगी चंदन राम दास के आकस्मिक निधन के समाचार से स्तब्ध हूं। उनका निधन जनसेवा एवं राजनीति के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति है। ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं परिजनों व समर्थकों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वहीं, मंत्री चंदन रामदास के निधन पर प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। सचिव विनोद कुमार सुमन की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किए गए हैं। इसमें कहा गया है कि राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि आज 26 अप्रैल को एक दिन प्रदेश के सभी कार्यालय, बैंक, कोषागार, उपकोषागार बंद रहेंगे। साथ ही 26 से 28 अप्रैल तक राजकीय शोक रहेगा। इसके तहत प्रदेश के सभी जिलों के सरकारी कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे। इसके अतिरिक्त जिस जिले में अंत्येष्टि होगी, उस दिन उस जनपद में प्रदेश सरकार के सारे कार्यालय बंद रहेंगे। अंतिम संस्कार पुलिस सम्मान के साथ किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
चंदन राम दास का राजनीतिक करियर 1980 में शुरू हुआ। वह 1997 में नगर पालिका बागेश्वर के निर्दलीय अध्यक्ष बने। इससे पूर्व एमबी डिग्री कालेज हल्द्वानी में बीए प्रथम वर्ष में निर्विरोध संयुक्त सचिव बने। 1980 से राजनीति जीवन की शुरुआत की। 2006 में पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी की प्ररेणा पर भाजपा में शामिल हुए। 2007, 2012, 2017 और 2022 में वह लगातार चौथी बार विधायक चुने गए।
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।