उत्तराखंड बोर्ड ने अगले साल की बोर्ड परीक्षा के लिए शुरू की आवेदन प्रक्रिया, नहीं बढ़ाया गया शुल्क
उतराखंड विधालयी शिक्षा परिषद ने अगले साल होने वाली बोर्ड परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस बार परीक्षा शुल्क में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। वहीं, दसवीं और 12 वीं के छात्रों के लिए दो नवंबर से स्कूल खोले जा रहे हैं। स्कूल खोलने का मकसद भी बोर्ड परीक्षा के शुल्क में विलंब होने को भी माना जा रहा है।
ये है शुल्क
कोरोना की वजह से इस बार हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा के लिए आवेदन समय पर नहीं भर पाए। संस्थागत परीक्षार्थी दस नवम्बर तक तथा व्यक्तिगत परीक्षार्थी विलंब शुल्क के साथ 19 नवंबर तक आवेदन जमा कर सकते हैं। बोर्ड के अनुसार हाईस्कूल में संस्थागत छात्रों के लिए दो सौ रुपये, व्यक्तिगत के लिए छह सौ रुपये तथा इंटर में संस्थागत छात्रों के लिए साढ़े तीन सौ रुपये व व्यक्तिगत के लिए सात सौ रुपये का शुल्क रखा गया है।
अंकपत्र व प्रमाण पत्र के लिए शुल्क
इसके अलावा अंकपत्र के दस रुपये, हाईस्कूल व इंटर में व्यक्तिगत छात्रों के लिए अग्रसारण शुल्क दस रुपये, व्यक्तिगत छात्रों के एक विषय के शुल्क के लिए डेढ़ सौ रुपये व इंटर में संस्थागत व व्यक्तिगत छात्रों के प्रवजन प्रमाण पत्र के लिए 50 रुपये शुल्क रखा गया है।
देरी से आवेदन पर देना होगा विलंब शुल्क
इसके अलावा जो छात्र व्यक्तिगत छात्र विलंब से 19 नवम्बर तक आवेदन पत्र भरेंगे। उन्हें डेढ़ सौ रुपया अलग से विलंब शुल्क जमा करना होगा। देर से स्कूल खुलने की वजह से संस्थागत छात्रों को स्कूल खुलने से 9 दिन का तथा व्यक्तिगत छात्रों को 18 दिन का समय आवेदन भरने के लिए दिया गया है। परिषद के अपर सचिव बृज मोहन रावत ने बताया कि इस बार आवेदन पत्रों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। परीक्षा शुल्क पूर्व की भांति रखा गया है।
उत्तराखंड के स्कूलों की स्थिति
उत्तराखंड में 2334 सरकारी माध्यमिक विद्यालय, 399 राजकीय सहायता प्राप्त विद्यालय, 84 अन्य सरकारी विद्यालय एवं और निजी विद्यालय हैं। कुल 3791 से अधिक माध्यमिक विद्यालय हैं। प्रदेश में स्कूल खोलने के निर्णय से पहले सरकार ने अभिभावकों और शिक्षकों से राय भी ली थी। करीब साठ फीसद लोग स्कूल खोलने के पक्ष में थे। इसी के तहत पहले चरण में 10 वीं और 12वीं के छात्रों के लिए स्कूल खोले जा रहे हैं।