यूसर्क का “हैंड्स ऑन ट्रेनिंग ऑन एनिमल टैक्सोनोमी” विषय पर एक सप्ताह का प्रशिक्षण प्रारंभ
उन्होंने कहा कि विभिन्न चयनित महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कार्य प्रारंभ किया गया है। प्रो रावत ने बताया कि यूसर्क द्वारा राज्य के प्रत्येक जिले में विभिन्न शिक्षण संस्थानों में 28 स्टेम प्रयोगशालाओं को स्थापित किया गया है, साथ ही साथ 130 विज्ञान चेतना केंद्रों को भी स्थापित किया गया है एवं डिजिटल लर्निंग प्लेटफार्म को प्रारंभ किया जा रहा है। प्रो रावत ने कहा कि विज्ञान, शिक्षा, नवाचार आदि को विभिन्न विशेषज्ञों एवं संस्थानों के सहयोग से राज्य के युवाओं को निरंतर प्रदान किया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज देहरादून के चांसलर डॉ सुनील राय ने कहा कि आज देश में अंतःविषय कार्यक्रमों (Interdisciplanery program) के संचालन द्वारा विद्यार्थियों को विज्ञान शिक्षा दी जा रही है। डॉ सुनील राय ने कहा कि आज भारत द्वारा विश्व गुरु के रूप में पूरे विश्व की दिशा प्रदान की जा रही है। आज जीडीपी के साथ साथ सकल पर्यावरण उत्पाद पर भी गंभीरता से कार्य करने की जरूरत है। आज भारत आत्म निर्भरता के साथ हर दिशा में अग्रणी भूमिका में है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डीआरडीओ, तेजपुरअसम के पूर्व निदेशक डॉ विजय वीर ने इस अवसर पर कहा कि हमको ज्ञान, विज्ञान एवं शोध से संबंधित ज्ञान जहां से मिले उसको ग्रहण करना चाहिए। अपना वैज्ञानिक नेटवर्क बढ़ाना है। देश के विज्ञान विषयक रिसर्च को प्रयोगशाला से बाहर समाज तक पहुंचाना है। देश के जैव संसाधनों को अच्छे प्रकार से टैक्सोनॉमी के माध्यम से वर्गीकृत करना सीखना है। कार्यक्रम में जेडएसआई के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रभारी अधिकारी डॉ गौरव शर्मा ने कहा कि संस्थान द्वारा विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा एवं शोध के क्षेत्र लगातार मार्गदर्शन प्रदान किए जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में प्रथम व्याख्यान डीआरडीओ के पूर्व निदेशक डॉ विजय वीर ने “टैक्सोनोमी के सिद्धांत” विषय पर दिया। इसके पश्चात दूसरे तकनीकी सत्र में डॉ आफताब अहमद एवं उनकी टीम ने “हैंड्स ऑन ट्रेनिंग इन कलेक्शन, प्रिजर्वेशन, ऑब्जर्वेशन एंड आइडेंटिफिकेशन ऑफ़ फौना” विषय पर उपस्थित प्रतिभागियों को प्रदान किया। तीसरे तकनीकी सत्र में समस्त प्रतिभागियों को जेड एस आई की प्रयोगशालाओं एवं म्यूजियम का भ्रमण कराया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यक्रम समन्वयक यूसर्क वैज्ञानिक डॉ मंजू सुंदरियाल ने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्य के 17 उच्च शिक्षण संस्थानों के 70 प्रतिभागियों द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन यूसर्क के वैज्ञानिक डॉ ओम प्रकाश नौटियाल ने किया। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन डॉ अर्चना बहुगुणा ने किया। कार्यक्रम में डॉ एस के सिंह, डॉ अर्चना बहुगुणा, डॉ भवतोष शर्मा, ई. राजदीप जंग सहित राज्य के कुल 17 उच्च शिक्षण संस्थानों के 75 प्रतिभागियों द्वारा इस साप्ताहिक हैंड्स ऑन प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया जा रहा है। कार्यक्रम में कुल 90 लोग उपस्थित थे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।